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    Sonipat Schools: खेल का ग्राउंड या खतरे का मैदान, सरकारी स्कूलों में लापरवाही की खुली तस्वीर

    Updated: Tue, 05 Aug 2025 03:24 PM (IST)

    सोनीपत जिले के सरकारी स्कूलों में खेल सुविधाओं की स्थिति चिंताजनक है। कई स्कूलों में खेल मैदानों की हालत खराब है कहीं घास उगी है तो कहीं जलभराव है। चारदीवारी न होने से मैदान असुरक्षित हैं। विद्यार्थियों को खेलने के लिए उचित स्थान नहीं मिल रहा है जिससे उनकी खेल प्रतिभाएं प्रभावित हो रही हैं। अधिकारियों से शिकायत के बाद भी समाधान नहीं हुआ है।

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    सुविधाओं की सच्चाई कुछ और ही तस्वीर पेश करती है।

    जागरण संवाददाता, सोनीपत। सोनीपत जिले का नाम भले ही खेल के क्षेत्र में देशभर में रोशन हो रहा हो, लेकिन सरकारी स्कूलों की खेल सुविधाओं की सच्चाई कुछ और ही तस्वीर पेश करती है। कई राजकीय स्कूलों के खेल मैदानों की हालत बद से बदतर बनी हुई है। कहीं मैदान में लंबी-लंबी घास उगी हुई है, तो कहीं वर्षा का पानी भरने से दलदल जैसा माहौल बन गया है। कई स्कूलों में चारदीवारी तक नहीं है, जिससे मैदान असुरक्षित हो गए हैं।

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    गांव नकलोई के राजकीय विद्यालय में खेल मैदान में घास इतनी अधिक है कि मैदान नजर ही नहीं आता। गढ़ी केसरी के राजकीय स्कूल के मैदान की भी यही हालत है। बरोदा के राजकीय स्कूल के खेल मैदान में वर्षा के कारण जलभराव हो गया है। गांव रभड़ा के राजकीय स्कूल के मैदान में पानी की निकासी न होने से मैदान दिनोंदिन खराब होता जा रहा है।

    वहीं, खरखौदा के चार सरकारी स्कूलों में खेल मैदान खेलने योग्य नहीं हैं। यहां भी जलभराव और घास की समस्या बनी हुई है। अधिकारियों की अनदेखी बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ के समान है।

    नकलोई के राजकीय उच्च विद्यालय के खेल मैदान में उगी घास

    नकलोई के राजकीय उच्च विद्यालय के खेल के मैदान में सफाई की व्यवस्था नहीं होने पर जंगली घास उग गई है। अब स्थिति ये है कि इस खेल मैदान में विद्यार्थी खेल नहीं सकते है। वर्षा के दिनों में जलभराव की वजह से खेल मैदान की हालत खराब है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कई बार अधिकारियोंं से की है, लेकिन कोई समाधान नहीं हो पाया है। खेल मैदान में घास उगने से विद्यार्थियों को खेलने के लिए दूसरे गांव में जाना पड़ता है।

    गढ़ी केसरी राजकीय स्कूल के खेल मैदान की हालत दयनीय

    राजकीय माध्यमिक विद्यालय गढ़ी केसरी के खेल मैदान में चारों ओर जंगली घास उग आई है, जिससे मैदान में खेल गतिविधियां ठप पड़ी हैं। कई वर्षों से मैदान की ठीक ढंग से सफाई नहीं करवाई गई, जिसके चलते बच्चों को न तो खेलने के लिए सुरक्षित स्थान मिल रहा है और न ही खेल प्रतिभाएं निखर पा रही हैं।

    अभिभावकों और विद्यार्थियों ने बताया कि मैदान में जगह-जगह झाड़ियां और लंबी घास उगी हुई है। इससे जहरीले कीटों और सांपों का खतरा लगातार बना रहता है। बच्चों को मैदान में खेलने के लिए मना किया जाता है, जिससे वे खाली समय में स्कूल परिसर के कोनों या कक्षाओं में ही बैठे रहते हैं।

    बरोदा में स्कूल का मैदान खस्ताहाल, उगी झाड़ियां

    गांव बरोदा मोर में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल का खेल मैदान खस्ताहाल में है। स्कूल के भवन के साथ ही लगभग तीन एकड़ में मैदान है। मैदान की चारदीवारी जरूर कराई गई है, लेकिन यह आसपास के क्षेत्र से नीचा है। वर्षा होने पर यहां पर जलभराव हो जाता है। वर्षा के मौसम में इन दिनों मैदान में झाड़ियां उगी हुई हैं। इससे विद्यार्थियों को यहां पर खेलों का अभ्यास करने में परेशानी आती है। स्कूल में लगभग 300 विद्यार्थी पढ़ते हैं। मैदान के सुधार के लिए न तो पर्याप्त बजट मिला और न ही पंचायत द्वारा यहां काम कराया गया।

    गांव रभड़ा के स्कूल के मैदान में भरा पानी

    गांव रभड़ा में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में भवन के सामने ही खेल का मैदान है। यहां भवन और सामने से गुजर रही सिकंदरपुर माजरा रोड से नीचा है। यहां पर निकासी की व्यवस्था नहीं है। जब भी तेज वर्षा होती है मैदान में पानी भर जाता है। तेज वर्षा होने पर कई दिनों तक पानी भरा रहता है।

    इसके बाद यहां घास भी उग जाती है। वर्तमान में मैदान में पानी भरा हुआ है। इससे विद्यार्थी खेलों का अभ्यास नहीं कर पा रहे हैं। अब खंड स्तरीय स्कूल खेल प्रतियोगिताएं शुरू होने जा रही हैं। विद्यार्थी बिना अच्छे अभ्यास के ही प्रतियोगिता में भाग लेंगे।

    शहर में चार स्कूल, खेल मैदान किसी में नहीं

    खरखौदा शहर में चार सरकारी स्कूल हैं, जिसमें से एक संस्कृति माडल प्राथमिक पाठशाला है तो एक पीएमश्री का दर्जा भी प्राप्त कर चुका है। वहीं राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में राजकीय प्राथमिक पाठशाला भी चल रही है, लेकिन खरखौदा के किसी भी स्कूल में खेल मैदान की सुविधा नहीं है।

    पीएमश्री व राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में खाली जमीन के नाम पर कुछ गज ही जमीन खाली है, जिसमें विद्यार्थियों के लिए खेल गतिविधियां तो कतई नहीं करवाई जा सकती हैं। लंबे समय पहले खरखौदा वासी दादी घुघड़ी देवी ने इस समस्या के हल के लिए ही थाना कलां मार्ग पर स्थित अपनी जमीन दान दी थी, लेकिन वहां पर भी सरकारी अस्पताल, जागृति स्थल बना दिए गए। ऐसे में खरखौदा के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी खेल गतिविधियां तो पूरी नहीं हो पा रही हैं।

    शहर के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में पुराना रेन हार्वेस्टिंग सिस्टम बंद पड़ जाने पर नया बनाया गया, लेकिन उसके विधिवत काम न करने के चलते स्कूल प्रांगण में जलभराव से शिक्षक व छात्राएं दोनों ही परेशान हैं।

    स्कूलों में खेल क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए प्रतियोगिता कराई जा रही है। जल्द ही स्कूलों से रिपोर्ट मांगी जाएगी। यदि किसी स्कूल के खेल मैदान की स्थिति ठीक नहीं है तो उसको सुधारने को लेकर कदम उठाए जाएंगे। - नवीन गुलिया, जिला शिक्षा अधिकारी, सोनीपत