Yamuna Flood: सोनीपत में शनि मंदिर अंडरब्रिज में फंसी स्कूल बस, बच्चों की जान पर बनी
सोनीपत में स्कूल बस चालक की लापरवाही से 20 बच्चों की जान खतरे में पड़ गई। शनि मंदिर अंडरब्रिज में पानी भरा होने के बावजूद चालक ने बस को पानी में उतार दिया जिससे बस बीच में फंस गई। निगम जेई ने ट्रैक्टर की मदद से बस को बाहर निकाला। निगम आयुक्त ने चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात कही है।

जागरण संवाददाता, सोनीपत। वर्षा के दौरान एक निजी बस चालक की बड़ी लापरवाही और प्रशासन की बड़ी चूक से बच्चों की जान पर बन आई। स्कूल की छुट्टी के बाद एक निजी स्कूल बस 20 के करीब बच्चों को लाइनपार उनके घर छोड़ने जा रही थी।
शनि मंदिर अंडरब्रिज में पानी भरा होने के बावजूद बस के चालक ने बस पानी में घुसा दी। बीच में जाते ही बस बंद हो गई। इस पर बच्चों में चीख-पुकार मच गई। घटना के वक्त बस में करीब 20 बच्चे थे। वहां पर जाम सीवर लाइन को खुलवा रहे नगर निगम के जेई ने गुजर रहे एक ट्रैक्टर को बस के पीछे से धक्का लगवाकर बस को बाहर निकाला।
नगर निगम के जेई प्रविंद्र सिंह ने बताया कि मंगलवार रात की वर्षा के कारण बुधवार को शनि मंदिर अंडरब्रिज में तीन फुट से अधिक पानी जमा था। वहां लाइन जाम होने के कारण पानी की निकासी नहीं हो रही थी, वह अपने कर्मचारियों के साथ पानी की निकासी के लिए लाइन को खुलवा रहे थे।
दोपहर बाद दो बजे के करीब जानकीदास कपूर पब्लिक स्कूल बस बच्चों को लेकर वहां पहुंची। चालक ने बस से उतरकर पानी का जायजा लिया, तो जेई प्रविंद्र सिंह ने उसे बस को पानी में निकालने से मना कर दिया।
इसके बाद जेई अपने काम में लग गया, तभी बस के चालक ने बस को पानी में घुसा दिया। बीच में पानी अधिक होने से बस बंद होकर फंस गई। पानी में फंसा देखकर बच्चों में चीख-पुकार मच गई। तभी निगम के जेई ने वहां से जा रहे एक ट्रैक्टर को रोककर बस के पीछे धक्का लगवाया और बस को बाहर निकलवाया। तब बच्चों ने राहत की सांस ली।
वर्षा के दौरान शनि मंदिर अंडरब्रिज में पानी भरने से लोगों को इसका इस्तेमाल करने से रोक दिया जाता है, लेकिन बस चालक ने जेई के मना करने के बाद भी बच्चों की जान जोखिम में डालकर बस को पानी में उतार दिया। इस बस चालक के खिलाफ पुलिस में एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।
- हर्षित कुमार, आयुक्त, नगर निगम
बच्चों से भरी बस पानी में फंसने के मामले की सूचना मिलने के बाद एक बस और कई शिक्षकों को तुरंत ही मौके पर भेजा गया। सभी बच्चे सुरक्षित थे। इसके बाद उन्हें दूसरी बस में बैठाकर उन्हें घर भेजा गया। गुरुवार को स्कूल पहुंचने पर बच्चों की जान जोखिम में डालने वाले चालक पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- गीतांजलि ग्रोवर, प्रिंसिपल, जानकीदास कपूर पब्लिक स्कूल
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