Sonipat Waterlogging: जलभराव से शहर में आफत, थाने में भरा पानी; क्लाथ मार्केट में सड़क धंसी
सोनीपत में रविवार को भारी बारिश के कारण कई फीट सड़क धंस गई और शहर में जलभराव हो गया। क्लाथ मार्केट के पास सड़क धंसने से बड़ा हादसा टल गया जबकि मुरथल थाने में जलभराव के कारण पुलिसकर्मी फंसे रहे। शहर के कई इलाकों में सड़कें डूब गईं जिससे यातायात बाधित हो गया। नालों की सफाई न होने और ड्रेन-6 में रुकावट के कारण जलभराव की समस्या और बढ़ गई।

जागरण संवाददाता, सोनीपत। बारिश रविवार को सुबह एक बार फिर आफत बनकर बरसी। शहर में बस स्टैंड के पास क्लाथ मार्केट में सड़क धंस गई। बड़ा हादसा होते-होते टल गया, जब सड़क का एक हिस्सा कई फीट नीचे धंस गया। वहीं जलभराव से मुरथल थाने के बाहर बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है जिससे पुलिसकर्मी घंटों तक अंदर ही फंसे रहे। ऐसे ही थाना सेक्टर-27 के परिसर में भी पानी भर गया। वहीं, शहर की सड़कें पानी में डूब गई, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तमाम दावों के बावजूद अधिकारी अभी तक इसका कोई ठोस समाधान नहीं निकाल पा रहे हैं। शहर में निकासी की ध्वस्त व्यवस्था का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शहर के विधायक निखिल मदान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली के कार्यालय के बाहर भी पानी भरा रहा।
रविवार को हुइ वर्षा के कारण शहर में जलभराव से बाढ़ जैसे हालत पैदा हो गए। शहर के मुख्य मार्गों पर जलभराव से वाहनों की कतार लग गई। ककरोई रोड और शनि मंदिर अंडरब्रिज के नीचे सबसे ज्यादा जलभराव देखा गया, जिसके चलते लाइन पार का एरिया घंटों तक मुख्य शहर से कटा रहा। ककरोई रोड चौक पर जलभराव के कारण फ्लाईओवर तक पहुंचने में भी लोगों के पसीने छूट गए। जीटी रोड के सर्विस रोड पर भी पानी भर गया है, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। वाहन रेंग-रेंगकर चले। वहीं, शनि मंदिर अंडरब्रिज एक बार फिर जलभराव से स्वीमिंग पूल जैसा नजर आया। जलभराव की समस्या से निपटने में प्रशासन असहाय नजर आ रहा है। क्लाथ मार्केट के पास सड़क भी धंस गई, जिसके कारण सीवर लाइन भी फट गई। विधायक ने अधिकारियों को जल्द ही सुधार के निर्देश दिए।
थाने के गेट पर ''जलकर्फ्यू'' पुलिसकर्मी अंदर फंसे
जीटी रोड स्थिति मुरथल थाना के आसपास पानी भर गया। थाने के बाहर भी जलभराव हो गया। ऐसे में पुलिसकर्मियों को भी जलभराव ने बंधक बना लिया। थाने के गेट पर भारी जलभराव के कारण पुलिसकर्मी और फरियादी अंदर नहीं जा पाए। जो पुलिस कर्मचारी अंदर थे वो अंदर से बाहर नहीं आ पाए। ऐसी स्थिति कई घंटे तक रही।
पॉश इलाकों में घरों में कैद होने पर मजबूर लोग
शहर के पॉश सेक्टर भी लोग जल से परेशान है। सेक्टर-14 की मार्केट और सेक्टर में सबसे अधिक परेशानी देखने को मिली। जहां जलभराव के कारण लोग अपने घरों से निकल नहीं पाए।
इसी तरह, सेक्टर-15 की सड़क पर भी जलभराव ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी। जलभराव के कारण लोग घंटों घर से बाहर नहीं निकल पाए। पाश इलाके में ही स्थिति ऐसी है तो बाकि शहर का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
ये है जलभराव का सबसे बड़ा कारण
प्रत्येक सप्ताह नालों की सफाई के निर्देश दिए गए थे, लेकिन शहर के नालों की महीनों से सफाई नहीं हुई है। इस कारण पानी आगे न जाकर एक ही जगह पर एकत्रित हो जाता है।
कई जगह नालों में पौधे उग आए है तो कहीं कचरे और मिट्टी से नाले जाम हो चुके हैं। ऐसे में हल्की सी वर्षा से ही शहर में पानी भर जाता है। अभी भी अधिकारी और कर्मचारी जागने को तैयार नहीं है, जिसके चलते शहर में बाढ़ जैसे हालत पैदा हो रहे है।
गंदगी से अटी ड्रेन बड़ी निकासी में बड़ी बाधा
शहर की निकासी व्यवस्था में ड्रेन-6 बड़ा रोडा बन रही है। ड्रेन निर्माण कर रही एजेंसी ने पानी रोकने के लिए जगह-जगह बांध लगा रखे है, जिससे ड्रेन कई जगह ओवरफ्लो हो रही है।
वहीं, सफाई न होने की वजह से पानी की निकासी आगे नहीं हो पाती, जिसके चलते ड्रेन बैक मार रही है। वर्षा में ड्रेन के आसपास की कॉलोनियों की गलियों में पानी भर गया। कई जगह घरों के रास्ते तक बंद हो गए। ड्रेन पक्का कर रही एजेंसी की लापरवाही के कारण कई कालोनियों में स्थिति बिगड़ रही है।
इन स्थानों पर लग जाता है जलकर्फ्यू
वर्षा के दौरान शहर के गीता भवन चौक और शनि मंदिर, सूरी पेट्रोल पंप वाली गली व ककरोई रोड, अग्रसेन चौक और सेक्टर-14 व 15, सारंग रोड, गुरुद्वारा रोड, देवडू रोड, ओल्ड डीसी रोड के साथ लगती कालोनियां, वहीं, आइटीआइ चौक और नगर निगम के गांव गांव लिवान और राई, राठधना देवडू गांव और चावला कलोनी सहित कई अन्य कालोनियों में जलर्कफ्यू जैसे हालत पैदा हो जाते है।
ये कदम उठाएं जाए तो मिले राहत
- घरों और दुकानों के आगे बने रैंप हटवा कर नालों की अच्छे से सफाई करवाई जाएं।
- मिट्टी से अटे पड़े नालों और ड्रेन से मिट्टी निकलवाई जाए।
- नालों व ड्रेनों में लोग कूड़ा-करकट डालते है इस पर रोक लगाई जाएं।
- जलभराव वाले प्वाइंटों पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए।
- वर्षा के दौरान बहकर आने वाले कचरे को साथ की साथ बाहर निकलवाया जाएं।
- जहां पानी निकासी में देर लगती है वहां पंपसेट के जरिए पानी को आगे भेजा जाएं।
शहर में विकास में बनकर घूमे आप नेता
जलभराव से पैदा हो रही स्थिति को लेकर आम आदमी पार्टी के लोकसभा क्षेत्र के अध्यक्ष देवेंद्र गौतम ने अनोखे अंदाज में विरोध जताया। विकास लिखी जैकेट पहनकर देवेंद्र गौतम सड़कों पर उतरे।
वर्षा में फंसे वाहनों को धक्का देकर पानी से बाहर निकलवाया। देवेंद्र ने कहा कि विकास केवल पोस्टर और नारों में ही नजर आ रहा है। इस दौरान उन्होंने भाजपा नेताओं के आफिसों और घरों के बाहर जलभराव की स्थिति के फोटो भी इंटरनेट मीडिया पर जारी किए।
अधिकारियों को अगल तक क्लाथ मार्केट की सड़क बनाने के निर्देश दिए है। वहीं, जलभराव से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने के भी निर्देश दिए गए है। इसके लिए पंप लगाने और अन्य व्यवस्थाएं करने को कहा गया है।
- निखिल मदान, विधायक, शहर सोनीपत
नंबर गेम :
- 32 प्रमुख नालों हैं नगर निगम क्षेत्र में वर्षा के पानी की निकासी के लिए।
- 51 किलोमीटर है नगर निगम क्षेत्र के प्रमुख नालों की लंबाई
- 300 किलोमीटर सीवर लाइन है शहर में
- 37 किमी लंबा ड्रेनेज सिस्टम से होती है बरसाती पानी की निकासी।
- 0130-2221590 पर फोन करके सहायता प्राप्त की जा सकती है।
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