सोनीपत में बस 160 रुपये में होगी थायराइड की जांच, ये दो दिन होंगे टेस्ट
सोनीपत के नागरिक अस्पताल में अब थायराइड टेस्ट की सुविधा शुरू हो गई है। मरीज सोमवार और वीरवार को 160 रुपये की रसीद लेकर जांच करा सकते हैं जबकि प्राइवेट लैब में 350 रुपये लगते हैं। सिविल सर्जन ने बताया कि इससे मरीजों को कम दर पर जांच की सुविधा मिलेगी और उन्हें निजी लैब में ज्यादा पैसे नहीं देने पड़ेंगे। यह सुविधा मरीजों के लिए काफी मददगार साबित होगी।

संदीप कुमार, सोनीपत। जिला नागरिक अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिए थायराइड टेस्ट की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। इस सुविधा से मरीजों को राहत मिलेगी।अस्पताल में थायराइड जांच के लिए सोमवार व वीरवार को दिन निर्धारित किया गया है।
मरीज 202 नंबर कमरे में 160 रुपये की रसीद लेकर 57 नंबर कमरे में थायराइड की जांच सुबह 11 बजे तक करा सकता है। जबकि थायराइड की जांच निजी लैब में लगभग 350 रुपये में की जाती है।
थायराइड की समस्या आज आम होती जा रही है और हर आयु वर्ग के लोग इससे प्रभावित हो रहे हैं। समय पर जांच न हो पाने के कारण मरीजों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
अब इस सुविधा के शुरू होने से मरीजों को समय पर जांच और सही इलाज मिल सकेगा। नागरिक अस्पताल की ओपीडी रोजाना दो हजार से अधिक मरीजों की ओपीडी है। चिकित्सकों द्वारा जांच के लिए विभिन्न टेस्ट लिखे जाते हैं।
हालांकि, अस्पताल में अधिकांश जांचें मरीजों के लिए पूरी तरह निशुल्क होती हैं, लेकिन थायराइड टेस्ट जैसे कुछ विशेष टेस्ट अब तक अस्पताल में उपलब्ध नहीं थे। इस वजह से मरीजों को निजी लैब का रुख करना पड़ता था।
अब मरीजों को अस्पताल में कम रेट पर जांच की सुविधा मिले रही है।सोमवार व वीरवार को करीब 20 से 25 मरीज थायराइड की जांच कराने के लिए पहुंचते हैं।
थायराइड क्या है
गले के निचले हिस्से में मौजूद यह तितली के आकार की ग्रंथि थायराइड हार्मोन (टी3 और टी4) बनाती है, जो शरीर की ऊर्जा खपत, तापमान, दिल की धड़कन और पाचन क्रिया को नियंत्रित करती है। जब यह ग्रंथि संतुलित रूप से काम नहीं करती, तो कई तरह की समस्याएं सामने आने लगती हैं।
थायराइड बिगड़ने के शुरुआती संकेत
चिकित्सको के अनुसार थायराइड की गड़बड़ी के शुरुआती लक्षण अक्सर आम शारीरिक बदलावों की तरह लगते हैं, लेकिन इन्हें नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। हाइपोथायरायडिज्म में वजन तेजी से बढ़ता है, जबकि हाइपरथायरायडिज्म में बिना डाइट बदले भी वजन घटने लगता है।
थायराइड का असंतुलन मांसपेशियों को कमजोर करता है और सामान्य काम में भी थकान महसूस होती है। थायराइड हार्मोन में उतार-चढ़ाव मेंटल हेल्थ पर असर डाल सकता है, जिससें चिड़चिड़ापन, चिंता या डिप्रेशन जैसी समस्याएं होती हैं।
महिलाओं में थायरसइड की वजह से पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं या गर्भधारण में दिक्कत आ सकती है। हाइपोथायराइडिज्म में व्यक्ति को ज्यादा ठंड लगती है, जबकि हाइपरथायराइडिज्म में ज्यादा पसीना आता है और गर्मी सहन नहीं होती।
इन परिस्थितियों में भी होती है थायराइड जांच
गर्भावस्था के दौरान थायराइड की जांच महत्वपूर्ण है क्योंकि थायराइड की समस्याएं मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं। यदि आपके परिवार में किसी को थायराइड रोग है, तो आपको थायराइड की जांच करवानी चाहिए।
इसके अलावा आटोइम्यून बीमारियां (जैसे, टाइप 1 मधुमेह, सीलिएक रोग), थायराइड सर्जरी या गर्दन के क्षेत्र में विकिरण चिकित्सा के दौरान थायराइड जांच कराई जाती है। यदि कोई मरीज थायराइड हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी ले रहे हैं, तो आपको नियमित रूप से थायराइड टेस्ट करवाकर यह सुनिश्चित करना चाहिए।
सामान्य थायराइड स्तर की सीमा
- 18-50 वर्ष: 0.5 से 4.1 mIU/L
- 51-70 वर्ष: 0.5 से 4.5 mIU/L
- 71-90 वर्ष: 0.4 से 5.2 mIU/L
- गर्भवती महिलाएं: 0.1 से 2.5 mIU/L (पहली तिमाही में)
मरीजों की सुविधा के लिए अस्पताल में थायराइड जांच की सुविधा शुरू कर दी गई है। मरीज सोमवार व वीरवार को निर्धारित शुल्क देकर जांच करा सकते हैं। मरीजों को अब निजी लैब में अधिक रुपये देकर जांच नहीं करानी होगी।
डॉ. ज्योत्सना, सिविल सर्जन, सोनीपत
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