Sonipat News: बेसहारा गोवंशों से लोगों को मिलेगी राहत, 1110 रुपये प्रति गोवंश भुगतान करेगी नगरपालिका
सोनीपत के गन्नौर शहर में सड़कों पर घूम रहे बेसहारा गोवंश से लोगों को जल्द ही राहत मिलेगी। नगरपालिका ने टेंडर खोल दिया है और एजेंसी के साथ बातचीत पूरी हो गई है। एजेंसी अगले दो वर्षों तक गोवंश की देखभाल करेगी और उन्हें सोनीपत की नंदीशाला में भेजा जाएगा। नगरपालिका अध्यक्ष अरुण त्यागी ने कहा कि इससे शहर स्वच्छ और सुरक्षित बनेगा ।

संवाद सहयोगी, सोनीपत। गन्नौर शहर की गलियों और सड़कों पर भटक रहे बेसहारा गोवंश से जल्द ही लोगों को राहत मिलने वाली है। नगरपालिका की ओर से लगाए गए टेंडर को अब खोल दिया गया है। एजेंसी से मोलभाव कर लिया गया है, अब आगे की प्रक्रिया पूरी होने के बाद टेंडर एजेंसी को अलॉट कर दिया जाएगा।
गन्नौर की गोशालाओं में पहले से ही जगह पूरी तरह भर चुकी है, जिस कारण बेसहारा गोवंश गलियों और सड़कों पर भटक रहे हैं। यह न केवल यातायात के लिए परेशानी का कारण बन रहे थे, बल्कि लोगों की सुरक्षा और सफाई व्यवस्था पर भी असर डाल रहे थे। अब नगरपालिका द्वारा टेंडर खोल दिया गया है।
एजेंसी अगले दो वर्षों तक गोवंश की देखरेख करेगी। इस दौरान 1110 रुपये प्रति गोवंश का भुगतान नगरपालिका की ओर से किया जाएगा। इन गोवंश की टैगिंग करने के बाद सोनीपत की नंदीशाला में भेजा जाएगा, जहां उन्हें सुरक्षित आसरा मिलेगा।
दो साल पहले लगा था टेंडर
नगरपालिका द्वारा जून, 2023 में बेसहारा गोवंश को पकड़ने और सुरक्षित स्थान पर भेजने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की थी। शुरुआती कुछ दिनों तक ठेकेदार ने काम किया भी, लेकिन गोशालाओं में पर्याप्त स्थान नहीं होने के कारण पशुपालन विभाग द्वारा गोवंशों की टैगिंग नहीं की गई, जिससे गोवंश की पहचान सुनिश्चित नहीं हो पाई।
इससे भुगतान की प्रक्रिया बाधित हुई और ठेकेदार ने काम बीच में छोड़ दिया था, जिससे नगर पालिका का पूरा अभियान ठप पड़ गया था।
लोगों को मिलेगी राहत : नपाध्यक्ष
नगरपालिका अध्यक्ष अरुण त्यागी ने कहा कि नगर पालिका की प्राथमिकता शहर को स्वच्छ और सुरक्षित बनाना है। बेसहारा गोवंश को हटाने से लोगों को राहत तो मिलेगी ही, साथ ही गोवंश को भी उचित देखभाल और संरक्षण मिलेगा।
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