दिल्ली–अंबाला रूट पर दौड़ी स्पेशल ट्रेन, यात्रियों को मिली राहत; सात अलग-अलग मार्गों पर चली है ट्रेनें
रक्षाबंधन पर ट्रेनों में भीड़ को देखते हुए दिल्ली रेल मंडल ने दिल्ली-अंबाला मार्ग पर स्पेशल ट्रेन चलाई। इस ट्रेन से महिला यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का मौका मिला। पानीपत से चलकर यह ट्रेन दिल्ली पहुंची और फिर अंबाला कैंट के लिए रवाना हुई। रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए सात अलग-अलग मार्गों पर ऐसी स्पेशल ट्रेनें चलाईं जिससे यात्रियों को काफी राहत मिली।

जागरण संवाददाता, सोनीपत। रक्षाबंधन पर्व पर ट्रेनों में बढ़ती भीड़ के बीच दिल्ली रेल मंडल ने यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए दिल्ली–अंबाला रूट पर रक्षाबंधन स्पेशल ट्रेन का परिचालन किया। इस निर्णय से खासकर महिला यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अवसर मिला। एक दिन के लिए चलाई गई इस स्पेशल ट्रेन ने अप और डाउन दोनों रूट पर एक–एक फेरा लगाया, जिससे यात्रा सुगम हुई और नियमित ट्रेनों में दबाव कम हुआ।
रेलवे ने बताया कि रक्षाबंधन पर्व पर सात अलग–अलग रूट पर स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया। इनमें पानीपत–दिल्ली–अंबाला, हजरत निजामुद्दीन–जींद जंक्शन, शामली–शाहदरा, नई दिल्ली–रेवाड़ी, गाजियाबाद–अलीगढ़, अंबाला कैंट–पानीपत और हजरत निजामुद्दीन–मथुरा स्टेशन रूट शामिल थे। दिल्ली–अंबाला रूट पर चलने वाली ट्रेन संख्या 04488 को सुबह 10:20 बजे पानीपत से रवाना किया गया। सभी 16 स्टेशनों पर दो मिनट रुकते हुए ट्रेन दोपहर 1:10 बजे पुरानी दिल्ली पहुंची। हालांकि समय से प्रस्थान करने के बावजूद मार्ग में देरी के चलते यह ट्रेन लगभग 55 मिनट देर से दिल्ली स्टेशन पर पहुंची।
सभी स्टेशनों पर दो मिनट का किया ठहराव
वापसी में ट्रेन संख्या 04487 को दोपहर 1:30 बजे पुरानी दिल्ली स्टेशन से रवाना किया गया। सोनीपत, पानीपत होते हुए यह ट्रेन शाम 5:30 बजे अंबाला कैंट स्टेशन पहुंची। वापसी मार्ग में ट्रेन ने 32 स्टेशनों पर एक से दो मिनट का ठहराव किया। दिल्ली–अंबाला रूट पर इस विशेष सेवा से उन यात्रियों को सबसे अधिक राहत मिली, जो रक्षाबंधन पर अपने घर जाने के लिए लंबी दूरी तय करते हैं। महिलाओं और बच्चों को भीड़भाड़ से बचकर यात्रा करने में आसानी हुई।
रक्षाबंधन पर यात्रियों की सुविधा और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए यह विशेष ट्रेन सेवा शुरू की गई थी। योजना सफल रही और यात्रियों ने सुरक्षित व आरामदायक सफर किया। - हिमांशु शेखर उपाध्याय, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, उत्तर रेलवे
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