Haryana Weather: झमाझम बारिश ने गर्मी से दिलाई राहत, जानिए अगले चार दिन तक कैसा रहेगा मौसम?
सोनीपत में बारिश होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। अगले चार दिनों तक मौसम सुहावना रहने की उम्मीद है। बारिश से तापमान में गिरावट आई है लेकिन बाजरा और कपास की खेती करने वाले किसानों की चिंता बढ़ गई है क्योंकि इससे उनकी फसल प्रभावित होने की आशंका है। गन्नौर की सड़कों पर जलभराव से लोगों को परेशानी हो रही है।
जागरण संवाददाता, सोनीपत। शनिवार को सुबह से बादल छाए रहे। इसके बाद दोपहर बाद हुई मध्यम वर्षा ने गर्मी से राहत दिलाई। गर्मी से राहत मिलने पर लोग सड़कों पर वर्षा का आनंद लेते नजर आए। अगले चार दिन तक मौसम सुहाना रहने की उम्मीद है।
इस दौरान हल्की से लेकर मध्यम वर्षा के भी आसार है। वर्षा मौसम के लिहाज से सही है, लेकिन बाजरे और कपास की खेती कर रहे किसानों के माथे पर चिंता की लकीर है। वर्षा से बाजरे और कपास की पैदावर प्रभावित होगी।
तीन दिन से मौसम में उमस बनी हुई थी। जिसके चलते गर्मी अपने तेवर दिखा रही थी। इन दिनों तापमान 38 डिग्री तक पहुंच रहा था। तीखी धूप के कारण लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही थी। हालांकि शनिवार को मौसम ने करवट ली।
दिन का अधिकतम तापमान 34 डिग्री तक पहुंच गया था, लेकिन शनिवार को दोपहर बाद मौसम के मिजाज में बदलाव आया और आसमान में बादल छाए रहे। दोपहर बाद करीब एक घंटे तक हल्की और मध्यम वर्षा होती रही। जिसके चलते तापमान 29 डिग्री तक आ गया। जिससे गर्मी से राहत मिली। वर्षा के दौरान लोग घरों से बाहर निकले और वर्षा का आनंद लेते नजर आए।
किसानों को सता रही चिंता, पैदावर कम होने की आशंका
वर्षा के कारण खरीफ सीजन की फसल बाजरे और कपास पर खतरा मंडराने लगा है। जिले के कई क्षेत्रों में वर्षा के कारण जलभराव की स्थिति बनी हुई है। जिसके चलते बाजरा और कपास की फसल पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। जिसके चलते किसानों को चिंता सता रही है।
किसानों का मानना है कि इससे पैदावार कम होने की आशंका है। इस बार पहले ही कपास और बाजरे की रकबा पिछले साल की अपेक्षा काफी कम है। ऐसे में लगातार हो रही वर्षा से उत्पादन पर काफी प्रतिकूल असर पड़ सकता है।
तेज वर्षा से गन्नौर की सड़कों पर जलभराव
शनिवार को हुई तेज वर्षा से गन्नौर की सड़कों पर जलभराव हो गया, जिससे आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ा। रेलवे रोड स्थित नई अनाज मंडी के सामने, लघु सचिवालय के सामने और जीटी रोड के निकट पानी भरने से यातायात प्रभावित रहा।
वहीं खेड़ी रोड व गढ़ी झंझारा रोड भी जलमग्न हो गया। जगह-जगह भरे पानी के कारण वाहन चालकों को काफी दिक्कतें झेलनी पड़ीं। वहीं, स्कूली बच्चों और बुजुर्गों को सड़क पार करने में भी खासी परेशानी हुई।
स्थानीय लोगों ने बताया कि वर्षा होते ही हर बार यही हालात बन जाते हैं। प्रशासन की ओर से अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया, जिसके चलते लोगों को भारी मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं। कई कालोनियों व गलियों में भी पानी भरने से लोगों के घरों तक आने-जाने का रास्ता अवरुद्ध हो गया।
लोगों ने कहा कि प्रशासन केवल औपचारिकता निभाते हैं, लेकिन जलभराव की समस्या जस की तस बनी हुई है। लोगों ने मांग की है कि जहां-जहां जलभराव होता है वहां जल निकासी की समुचित व्यवस्था की जाए, ताकि बरसात के दिनों में आमजन को राहत मिल सके।
एक सप्ताह से मानसून कमजोर था जो अब दोबारा सक्रिय हुआ है। ऐसे में 27 अगस्त तक हल्की से मध्यम वर्षा के आसार है। तापमान में भी कमी बनी रहेगी। उमस से राहत मिलेगी।
डॉ. प्रेमदीप, मौसम विज्ञानी, केवीके जगदीशपुर
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