सोनीपत में पेपर रहित रजिस्ट्री प्रणाली शुरू, अब दफ्तरों के चक्कर से मिलेगी मुक्ति
सोनीपत में राजस्व विभाग ने पेपर रहित रजिस्ट्री निशानदेही व्हाट्सएप चैटबॉट और राजस्व न्यायालय निगरानी प्रणाली शुरू की है। इससे लोगों को कार्यालयों के चक्कर काटने से मुक्ति मिलेगी और राजस्व कार्यों में पारदर्शिता आएगी। नागरिक घर बैठे मोबाइल फोन से रजिस्ट्री संबंधी विवरण भरकर ऑनलाइन समय बुक कर सकेंगे। डिजिटलीकरण से भ्रष्टाचार और बिचौलियों पर रोक लगेगी साथ ही समय की बचत भी होगी।

जागरण संवाददाता, सोनीपत। हरियाणा में राजस्व विभाग के डिजिटलीकरण की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए सोमवार को सोनीपत में पेपर रहित रजिस्ट्री प्रणाली, पेपर रहित निशानदेही, वाट्सएप चैटबाट और राजस्व न्यायालय निगरानी प्रणाली की शुरुआत की गई। इन योजनाओं से लोगों को कार्यालयों के चक्कर काटने से मुक्ति मिलेगी और राजस्व कार्यों में पारदर्शिता आएगी।
लघु सचिवालय में आयोजित कार्यक्रम में गन्नौर विधायक देवेंद्र कादियान ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि पेपर रहित रजिस्ट्री प्रणाली आम लोगों के लिए राहत लेकर आई हैं। उन्होंने बताया कि अब नागरिक घर बैठे मोबाइल फोन से रजिस्ट्री संबंधी सभी विवरण भरकर आनलाइन समय बुक कर सकेंगे।
इसके बाद संबंधित अधिकारी दस्तावेजों की जांच कर आवेदक को फोटो के लिए बुलाएंगे और आसानी से रजिस्ट्री पूरी कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह कदम भ्रष्टाचार खत्म करने और लोगों को सुविधा प्रदान करने की दिशा में क्रांतिकारी साबित होगा। कार्यक्रम की शुरुआत में व्यक्तियों ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधारोपण किया और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
विधायक कादियान ने कहा कि सेवा पखवाड़े के दौरान सरकार हर दिन नई योजना लागू कर रही है, ताकि प्रशासन अधिक पारदर्शी और जनहितैषी बन सके। पेपर रहित निशानदेही प्रणाली से पारिवारिक विवादों और जमीन संबंधी झगड़ों में कमी आएगी।
इसके अलावा वाट्सएप चैटबाट के माध्यम से लोग अपने मोबाइल पर ही राजस्व विभाग से संबंधित कागजात और योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि डिजिटलीकरण से न केवल समय की बचत होगी, बल्कि बिचौलियों और भ्रष्टाचार पर भी रोक लगेगी।
भ्रष्टाचार पर सीधा प्रहार : निखिल मदान
सोनीपत विधायक निखिल मदान ने कहा कि राजस्व विभाग में डिजिटलीकरण के चलते अब लोगों को बिना भ्रष्टाचार के पारदर्शी और सरल तरीके से योजनाओं का लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि पेपर रहित रजिस्ट्री प्रणाली मानव हस्तक्षेप को कम कर देगी और रजिस्ट्री पूरी तरह डिजिटल हो जाएगी।
वहीं राजस्व न्यायालय निगरानी प्रणाली से लोग अपने मोबाइल फोन पर ही केस की अगली तारीख और प्रगति की जानकारी प्राप्त कर पाएंगे। इससे अधिकारियों की जवाबदेही भी तय होगी और जमीनी मामलों के निपटारे में तेजी आएगी।
डीसी ने दिए त्वरित अमल के निर्देश
उपायुक्त सुशील सारवान ने कहा कि सभी राजस्व अधिकारी इन योजनाओं को तुरंत धरातल पर लागू करें, ताकि जनता को जल्द से जल्द सुविधा मिल सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पेपर रहित निशानदेही प्रणाली के लिए पटवारियों को आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाए और सभी कंप्यूटर ऑपरेटरों को नई तकनीक का अभ्यास करवाया जाए। उपायुक्त ने यह भी कहा कि इस बार हुई वर्षा से प्रभावित किसानों की फसलों का सर्वेक्षण तुरंत पूरा कर सरकार को भेजा जाए, ताकि मुआवजा समय पर उपलब्ध हो सके।
इस अवसर पर भाजपा नेता देवेंद्र कौशिक, प्रदीप सांगवान, एसडीएम गोहाना अंजलि श्रोत्रिय, एसडीएम खरखौदा डा. निर्मल नागर, एसडीएम सोनीपत सुभाष चंद्र, एसडीएम गन्नौर प्रवेश कादियान, नगराधीश डा. अनमोल, डीआरओ सुशील शर्मा सहित सभी तहसीलदार, नायब तहसीलदार और संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
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