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    सोनीपत में डेंगू का कहर, जिले में 9 नए केस मिलने से स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 12:32 PM (IST)

    सोनीपत जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है जहां छह नए मामले सामने आए हैं जिससे कुल संख्या 46 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग सतर्क है और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहा है क्योंकि सितंबर में डेंगू और मलेरिया का खतरा बढ़ जाता है। जिले में मलेरिया और चिकनगुनिया के भी मामले सामने आए हैं।

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    डेंगू के छह, मलेरिया के दो व चिकनगुनिया का एक मरीज मिला।

    जागरण संवाददाता, सोनीपत। सोनीपत जिले में डेंगू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। मंगलवार को जिले में डेंगू के छह नए मरीजों की पुष्टि हुई है। इसके अलावा दो मलेरिया के मरीज अैर एक चिकनगुनिया का मरीज मिला है। अब तक जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 46 तक पहुंच गई है।

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    स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है और लोगों को अधिक सतर्क रहने की सलाह दी है। चिकित्सकों का कहना है कि सितंबर में डेंगू व मलेरिया फैलने की संभावना अधिक होती है, ऐसे में सावधानी बरतें।

    डा. आशा सहरावत ने बताया कि सितंबर डेंगू और मलेरिया जैसी मच्छरजनित बीमारियों के प्रसार के लिए बेहद अनुकूल माना जाता है। वर्षा के बाद जगह-जगह पानी भर जाता है, जो मच्छरों के प्रजनन का मुख्य कारण है। इस साल अब तक जिले में डेंगू के कुल 46 केस दर्ज किए जा चुके हैं।

    इनमें से अधिकतर मरीजों का इलाज घर पर ही चल रहा है, जबकि गंभीर मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया जा सकता है। इसके लिए विशेष वार्ड तैयार किया गया है, लेकिन अभी तक किसी भी मरीज को अस्पताल में दाखिल करने की आवश्यकता नहीं पड़ी है।

    मलेरिया के 14 और चिकनगुनिया के दो मामले सामने

    जिले में डेंगू के अलावा मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले भी सामने आ रहे हैं। अब तक जिले में मलेरिया के 14 और चिकनगुनिया के दो केस दर्ज किए जा चुके हैं। चिकनगुनिया का नया मामला दीपालपुर गांव से सामने आया है, जबकि डेंगू के तीन मरीज सोनीपत शहर, एक-एक मरीज मलिकपुर, ईशापुर खेड़ी और औरंगाबाद से सामने आए हैं।

    166 टीमों के माध्यम से घर-घर जाकर हो रही जांच

    जिले में डेंगू व मलेरिया नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग की 166 टीमें लगातार सक्रिय हैं। ये टीमें घर-घर जाकर डेंगू लार्वा की जांच कर रही हैं और लोगों को पानी एक जगह एकत्रित न होने देने के लिए जागरूक कर रही हैं। साथ ही डेंगू का लार्वा मिलने पर मौके पर ही लार्वा का नष्ट किया जा रहा है। विभाग का कहना है कि मच्छरों के प्रकोप को रोकने का सबसे आसान उपाय पानी के ठहराव को रोकना है। लोगों से अपील की गई है कि वे घर की छतों, गमलों, कूलरों और टंकियों में पानी जमा न होने दें।

    जिले में डेंगू मरीज

    वर्ष -- -- -- -- -मरीज

    2017 -- -- -- -54

    2018 -- -- -- -22

    2019 -- -- -- -12

    2020 -- -- -- -15

    2021 -- -- -- 1013

    2022 -- -- -- -315

    2023 -- -- -- -332

    2024 -- -- -- -513

    2025 -- -- -- -46

    डेंगू का लक्षण

    तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, आंखों के पीछे दर्द और लाल चकत्ते डेंगू के प्रमुख लक्षण हैं। ऐसे में मरीज को तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जांच और उपचार के लिए पहुंचना चाहिए।

    डेंगू से बचाव के उपाय

    • मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
    • घर के आसपास पानी एकत्रित न होने दें, कूलर, गमले, टायर आदि को साफ रखें।
    • फुल स्लीव्स के कपड़े पहनें और मच्छर भगाने वाली क्रीम का इस्तेमाल करें।
    • डेंगू के लक्षण दिखने पर तुरंत डाक्टर से संपर्क करें और प्लेटलेट काउंट की जांच करवाएं।

    विभाग पूरी तरह से सतर्क है, लेकिन लोगों का सहयोग बेहद जरूरी है। यदि समय पर सतर्कता बरती जाए तो डेंगू और मलेरिया पर नियंत्रण पाया जा सकता है। जिले में अभी तक डेंगू के 46 मरीज सामने आ चुके हैं। सभी मरीजों का स्वास्थ्य ठीक है। - डा. आशा सहरावत, जिला डेंगू व मलेरिया अधिकारी, सोनीपत