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    भ्रष्टाचार पर हरियाणा का एआई प्रहार, शिकार होने पर ऐसे तुरंत करें शिकायत

    Updated: Mon, 06 Oct 2025 12:11 PM (IST)

    एंटी करप्शन ब्यूरो ने एआई आधारित व्हाट्सएप चैटबॉट सतर्क लॉन्च किया है जिससे भ्रष्टाचार की शिकायत करना आसान हो गया है। इस चैटबॉट के माध्यम से शिकायतकर्ता हेल्पलाइन नंबर ईमेल आईडी और अन्य विकल्पों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। ब्यूरो का उद्देश्य सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार को कम करना और पारदर्शिता बढ़ाना है। हाल ही में जिले में रिश्वतखोरी के कई मामले सामने आए हैं।

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    लघु सचिवालय स्थित स्टेट विजिलेंस का ऑफिस। फोटो- जागरण

    नंदकिशोर भारद्वाज, सोनीपत। प्रदेशभर में भ्रष्टाचारियों व रिश्वतखोरी की शिकायत करना अब और सुविधाजनक व सरल हो गया गया है। एंटी करप्शन ब्यूरो ने एआई आधारित वाट्सएप चैटबाट सतर्क शुरू किया है।

    इस वाट्सएप ग्रुप में हैलो लिखते ही यूजर को पूरी जानकारी दी जाती है। हिन्दी व अंग्रेजी में मौजूद विकल्पों पर जाकर किसी भी विभाग के अधिकारी के भ्रष्टाचार की शिकायत की जा सकती है।

    यूजर को शिकायत करने के तरीकों, हेल्पलाइन नंबरों, रिपोर्ट समेत आधा दर्जन विकल्पों की जानकारी दी जाती है। जिस विकल्प पर क्लिक किया जाता है, तुरंत उससे संबंधित पूरी जानकारी यूजर के सामने आ जाती है।

    एंटी करप्शन ब्यूरो ने अपने एक्स हैंडल पर एआई आधारित चैटबाट सतर्क शुरू किया है। ब्यूरो ने एक स्कैनर जारी किया है। इसे स्कैन करते ही यह यूजर को एक वाट्सएप पर ले जाता है, यहां हैलो लिखते ही यूजर को भ्रष्टाचार की शिकायत करने के संबंध में पूरी जानकारी दी जाती है।

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    इसमें ब्यूरो के हेल्पलाइन नंबर, जीमेल पर शिकायत करने के लिए ईमेल एड्रेस, वाट्सएप पर चैट करने के लिए वाट्सएप नंबर, एसीबी व स्टेट विजिलेंस कार्यालयों की लोकेशन की जानकारी दी जाती है। यूजर अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी विकल्प पर जाकर किसी भी विभाग में रिश्वतखोरी या भ्रष्टाचार की शिकायत कर सकता है।

    एसीबी के अधिकारी ने बताया कि इससे लोगों को सुविधा प्रदान की गई है, ताकि लोग आसानी से भ्रष्टाचार पर चोट कर सकें। इससे सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त करने और पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।

    एंटी करप्शन ब्यूरो ने चैटबाट सतर्क शुरू किया है। इसका मुख्य उद्देश्य सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर शिकंजा कसना व पारदर्शिता लाना है। इस सेवा के जरिये शिकायतकर्ताओं को यूजर फ्रेंडली प्लेटफार्म उपलब्ध करवाना है। वाट्सएप नंबर 9417891064 के चैटबाट सतर्क के जरिये शिकायत करने के तरीकों से लेकर भ्रष्टाचार की परिभाषा तक की जानकारी तुरंत उपलब्ध कराई जाती है।

    - आलोक मित्तल, एडीजीपी, एंटी करप्शन ब्यूरो

    चैटबाट सतर्क में ये हैं विकल्प

    सबसे पहले हैलो लिखते ही भाषा विकल्प : हिन्दी या अंग्रेजी

    विकल्प चुनें

    • रिपोर्ट करप्शन
    • टोलफ्री नंबर्स
    • क्या माना जाता है एक भ्रष्ट गतिविधि
    • शिकायतकर्ता के अधिकारी
    • सरकारी निर्माण भवन व सड़कें आदि के संबंध में
    • कर चोरी की शिकायतों की रिपोर्ट करना
    • फरार व्यक्तति का विवरण
    • एसीबी और एसीबी के कार्यालय, संपर्क और स्थान

    इस तरीके से करें शिकायत

    • टोलफ्री नंबर : 18001802022
    • वाट्सएप नंबर : 9417891064
    • ईमेल आइडी : acb @ hry.nic.in
    • लिखित शिकायत करने के लिए पता : अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक,
    • राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निदेशक ब्यूरो, प्लाट नंबर एक
    • सेक्टर-23, पंचकूला, हरियाणा

    हर महीने जिले में पकड़े गए औसतन दो भ्रष्टाचारी

    जिले में इस साल हर महीने औसतन दो भ्रष्टाचारी पकड़े गए हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने जनवरी से लेकर सितंबर तक रिश्वतखोरी के 12 मुकदमे दर्ज किए। इन मामलों में एसीबी ने 17 आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

    वहीं एसीबी ने मदनमोहन जमीन धोखाधड़ी के मामलों में कई आरोपितों को गिरफ्तार किया है, जबकि पुलिस की टीम ने भी यूनिवर्सिटी में अफीम की खेती के मामले में यूनिवर्सिटी के मालिक से 15 लाख रुपये की रिश्वत मांगने के मामले मेंं सीआइए के इंस्पेक्टर को सस्पेंड करते हुुए गिरफ्तार किया है।

    ये बड़े मामले आए सामने

    15 लाख रिश्वत मांगने के आरोप में सीआइए इंस्पेक्टर जेल में

    मार्च में राई एजुेशन सिटी की वल्र्ड यूनिवर्सिटी आफ डिजाइन में अफीम के 400 पौधे मिले थे। इसकी जांच सीआइए इंस्पेक्टर तेजराम कर रहे थे। बाद में आरोप लगे कि इंस्पेक्टर ने यूनिवर्सिटी के मालिक से 15 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। पहले इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर किया गया, बाद में उसे सस्पेंड कर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। आरोपित अभी जेल में ही है।

    सरकारी कर्मचारियों से मंथली लेता था डीसी का पीए

    एंटी करप्शन ब्यूरो ने डीसी के पीए शशांक को एक कर्मचारी को रजिस्ट्री क्लर्क लगवाने की एवज में साढ़े तीन लाख रुपये रिश्वत लेते पकड़ा था। बाद में उसके घर से कैश व ज्वेलरी भी बरामद हुई थी।

    एसीबी की जांच में पता चला था कि आरोपित सरकारी कर्मचारियों से हर महीने मंथली लेता था। पांच साल में उसके बैंक खाते में करीब 75 लाख रुपये जमा करवाए गए थे। आरोपित अभी जमानत पर है।

    केस हल्का करने के लिए मांगे गए थे एक करोड़ रुपये

    दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने नरेला के दो प्रापर्टी डीलरों के केस को हल्का करने की एवज में एक करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी।

    आरोपित ने 30 लाख रुपये रिश्वत की पहली किस्त सोनीपत में एक स्कूल के क्लर्क को देने के लिए कहा था। रोहतक एसीबी की टीम ने क्लर्क को रिश्वत की राशि के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। बाद में इंस्पेक्टर को भी दिल्ली से गिरफ्तार किया था। दोनों सोनीपत जेल में है।

    120 करोड़ की बेशकीमती जमीन हथियाने को 10 मदनमोहन जेल में

    बहालगढ़ रोड पर 120 करोड़ रुपये की 12 एकड़ बेशकीमती जमीन को फर्जी दस्तावेजों से अपने नाम करवाने के खेल में अब तक एसीबी ने 10 नकली मदनमोहन को गिरफ्तार किया है।

    धोखाधड़ी के इस मामले में इस साल एसीबी ने कई आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इस केस में अब तक 11 आराेपित पकड़े जा चुके हैं। इनमें राजस्थान की एक महिला भी है। एसीबी अब दो आरोपितों को तलाश रही है।