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    Sonipat: मैप्सको बिल्डर्स ने फर्जी एनओसी पर बेच दिए 30 प्लाट, डायरेक्टर समेत 12 पर केस

    By Nand kishor BhardwajEdited By: Shyamji Tiwari
    Updated: Fri, 21 Apr 2023 04:41 PM (IST)

    सोनीपत में नामचीन बिल्डर ने फर्जी एनओसी तैयार कराकर करोड़ों रुपये मूल्य के 30 प्लाट बेच दिए। डीटीपी के शिकायत करने और न्यायालय द्वारा बिल्डर का स्वामित्व रद्द करने के बावजूद प्लाट बेच दिए गए। अब पीड़ितों ने इसकी शिकायत पुलिस कमिश्नर से की है। (सांकेतिक तस्वीर)

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    Sonipat: मैप्सको बिल्डर्स ने फर्जी एनओसी पर बेच दिए 30 प्लाट, डायरेक्टर समेत 12 पर केस

    सोनीपत, जागरण संवाददाता। नामचीन बिल्डर ने फर्जी एनओसी तैयार कराकर करोड़ों रुपये मूल्य के 30 प्लाट बेच दिए। डीटीपी के शिकायत करने और न्यायालय द्वारा बिल्डर का स्वामित्व रद्द करने के बावजूद प्लाट बेच दिए गए। अब पीड़ितों ने इसकी शिकायत पुलिस कमिश्नर से की है। पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की जांच में आरोप सही पाए जाने पर बिल्डर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।

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    रिपोर्ट में कंपनी के डायरेक्टर सहित 12 लोगों को आरोपित बनाया गया है। न्यू महावीर कालोनी के रहने वाले डा. वरुण मलिक ने पुलिस कमिश्नर से मैप्सको बिल्डर्स की शिकायत की थी। शिकायत में पंजाबी बाग दिल्ली के रहने वाले निदेशक पंकज सिंगला, अजय कुमार और साहिल सिंगला को आरोपित बनाया गया है। उनका आरोप है कि मैप्सको बिल्डर अहमदपुर में अपना बी-ब्लॉक बना रहे हैं।

    वहां पर बिल्डर ने फर्जी एनओसी के आधार पर करोड़ों रुपये मूल्य के 30 प्लाट बेच दिए। उस भूमि का बिल्डर का स्वामित्व नहीं था। मैप्सको बिल्डर्स ने जानबूझकर और अधिकारियों की मिलीभगत से इन प्लाट को बेच दिया। यह सब मैपस्को गार्डन एस्टेट की आड़ में किया गया।

    कोर्ट दे चुका है अवैध करार

    डा. वरुण मलिक ने पुलिस को बताया कि पहली बार यह मामला 2016 में सामने आया था। उस समय डीटीपी ने फर्जी एनओसी की शिकायत उपायुक्त से की थी। उसके आधार पर मामला न्यायालय में पहुंचा। न्यायालय में बिल्डर के बैनामे को फर्जी एनओसी से हुआ माना और उसे कैंसिल करने के आदेश दिए। उसके बाद बिल्डर ने उस जमीन से मालिकाना हक छोड़ दिया था।

    चुपचाप बेच डाले प्लाट

    नियमानुसार न्यायालय, डीटीपी और उपायुक्त के आदेश के बाद उस जमीन पर बिल्डर का अधिकार नहीं था। वहां पर 30 प्लाट में से एक डा. वरुण मलिक का भी था। डा. वरुण मलिक ने बताया कि बिल्डर ने उस जमीन की दोबारा से फर्जी एनओसी बनवा ली। उसके आधार पर मिलीभगत से बैनामा करा लिया और चुपचाप इन प्लाट को बेच दिया गया। पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की जांच में डीटीपी ने बताया कि जाली और झूठे दस्तावेजों को बनाकर इन प्लाट को बेचा गया है।

    पुलिस ने मैप्सको बिल्डर्स के डायरेक्टर पंकज सिंगला, अजय कुमार व साहिल सिंगला के साथ ही अंग्रेजो देवी, शशि बाला, बिमला देवी, नीलू कुमारी, अभिमन्यु कुमार, दीक्षा देवी, सविता देवी, सुनीता देवी और राज सिंह पर धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की गई है। सेक्टर 27 थाना के एसएचओ ने इंस्पेक्टर रविंद्र सिंह ने बताया शिकायत के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है। मामले की गहनता से जांच की जा रही है। फर्जी एनओसी कहां से तैयार कराई गईं, इसकी भी जांच की जा रही है। जो भी दोषी होगा, उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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