'किस सांप ने काटा था...', डॉक्टर के पूछते ही बुजुर्ग ने पटक दिया जिंदा सर्प; रातभर अस्पताल में डर का माहौल
सोनीपत के नागरिक अस्पताल में एक हैरान कर देने वाली घटना हुई। सांप के काटे से घायल एक बुजुर्ग अनिल कुमार जिंदा सांप लेकर इमरजेंसी वार्ड में पहुंच गया। सांप को देखते ही अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया। सांप को अस्पताल में ही छोड़ दिया गया।

जागरण संवाददाता, सोनीपत। सोनीपत के जिला नागरिक अस्पताल में देर रात उस समय अफरा-तफरी मच गई जब सांप के काटने से घायल एक बुजुर्ग जिंदा सांप लेकर आपातकालीन कक्ष में पहुंच गया।
लाल दरवाजा निवासी 54 वर्षीय अनिल कुमार को गुरुवार रात घर के बाहर सांप ने काट लिया था। उपचार के लिए अस्पताल पहुंचे अनिल से जब चिकित्सक ने सांप के रंग के बारे में पूछा तो उन्होंने सांप को मेज पर रख दिया।
पूरी रातभर डरा-सहमा रहा पूरा अस्पताल
यह दृश्य देखते ही डॉक्टर और स्टाफ घबरा गए और मरीजों में भी भगदड़ जैसे हालात बन गए। चिकित्सकों ने बुजुर्ग को प्राथमिक उपचार देने के बाद गंभीर स्थिति को देखते हुए रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया।
इस बीच बुजुर्ग सांप को आपातकालीन कक्ष के बाहर छोड़ गए। रातभर स्टाफ सांप की तलाश में डरा-सहमा रहा। सुबह अस्पताल प्रशासन ने छिड़काव करवाया।
अस्पताल मीडिया प्रभारी डॉ. संदीप लटवाल ने बताया कि मरीज को रेफर कर दिया गया है और सुरक्षा के मद्देनजर एहतियाती कदम उठाए गए हैं।
मच्छरों का कहर, बुखार से बेहाल लोग, बीमारियों ने बढ़ाई चिंता
वर्षा के बाद सोनीपतवासियों को अब मच्छरों से होनी वाली बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। जिला नागरिक अस्पताल में खांसी-जुकाम के बाद बुखार से ग्रस्त होकर रोजाना 500 से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।
चिकित्सकों की तरफ से मरीज मेंं डेंगू व मलेरिया के लक्षण मिलने पर डेंगू जांच की सलाह दी जाती है। ऐसे में अब 25 से 30 मरीजों की रोजाना डेंगू जांच की जा रही है।
जिले में अब तक डेंगू के 40 मरीज मिल चुके हैंं। मलेरिया के भी अब तक 12 मरीज मिल चुके हैं। सितंबर में मच्छर पैदा होने व बीमारी फैलने का खतरा अधिक होता है।
बाढ़ के चलते भी बढ़ी मच्छरों की समस्या
यह समय मच्छरों के लिए प्रतिकूल होता है। वहीं इस साल वर्षा अधिक होने और यमुना में जलस्तर बढ़ने से किनारे पर बसे गांव भी प्रभावित हो गए थे। ऐसे में उन एरिया में बीमारी फैलने की संभावना अधिक हो गई है।
विभाग ने हाई रिस्क एरिया में सर्तकता बढ़ा दी है और स्वास्थ्य विभाग ने टीम तैनात कर दी है। वहीं इन दिनों में मच्छरों से होने वाली बीमारियों से बुजुर्ग व बच्चे अधिक ग्रस्त हो रहे हैं।
चिकित्सकों ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। सप्ताह में एक बार जरूर करें सफाई स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि सप्ताह में एक दिन घर मेंं विशेष सफाई अभियान चलाया जाए और कूलर, पानी की टंकी, होदी, गमलों व अन्य पानी के उपकरणों की सफाई करें।
साफ-सफाई रखने से मच्छर पैदा नहीं होंगे और लोग बीमार होने से बचे रहेंगे। अस्पताल में बनाया गया डेंगू वार्ड जिला नागरिक अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए विशेष वार्ड बनाया गया है। इस वार्ड में डेंगू से ग्रस्त गंभीर मरीजोंं को दाखिल किया जाएगा।
जिन मरीजों में नहीं होंगे लक्षण उन्हें दवा देकर भेजेंगे वापस
हालांकि जिन मरीजों में डेंगू या मलेरिया के लक्षण नहीं मिलेंगे, उन्हें दवाई देकर वापस भेज दिया जाएगा। वहीं मरीज के घर के आस-पास फागिंग की जाएगी, ताकि आस-पास के लोगों को डेंगू से बचाया जा सके।
डेंगू के लक्षण
- तेज बुखार आना
- सिरदर्द और आंखों में दर्द
- मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
- त्वचा पर रेशेज होना
उल्टी और कमजोरी महसूस होना डेंगू से बचाव के उपाय
- मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
- घर के आसपास पानी जमा न होने दें, कूलर, गमले, टायर आदि को साफ रखें।
- फुल स्लीव्स के कपड़े पहनें और मच्छर भगाने वाली क्रीम का इस्तेमाल करें।
- डेंगू के लक्षण दिखने पर तुरंत डाक्टर से संपर्क करें और प्लेटलेट काउंट की जांच करवाएं।
जिले में अब तक डेंगू के 40 मरीज मिल चुके हैं, विभाग की तरफ से सतर्कता बढ़ाई गई है। मलेरिया के भी 12 मरीज सामने आ चुके हैं। यदि किसी में डेंगू व मलेरिया के लक्षण दिखाई दें तो वे अस्पताल में जाकर चिकित्सक की सलाह से दी दवाई लें।
-डॉ. आशा सहरावत, जिला डेंगू एवं मलेरिया अधिकारी
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