'हरिद्वार जाने के लिए निकला था, UP पुलिस ने मार डाला', सोनीपत के शूटर अरुण के एनकाउंटर को परिवार ने क्यों बताया फर्जी?
सोनीपत के अरुण के परिवार ने एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। परिवार का कहना है कि अरुण पर कोई मारपीट का केस नहीं था। उन्होंने यूपी पुलिस द्वारा जारी शूटरों की फोटो में दिख रहे युवक को भी अरुण मानने से इनकार किया है। परिवार के अनुसार अरुण हरिद्वार जाने के लिए घर से निकला था।

जागरण संवाददाता, सोनीपत। बालीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग करने के मामले में एकाउंट में मारे सोनीपत के अरुण के परिवार ने सवाल उठाए हैं। परिवार ने एनकाउंटर को फेक बताया है। साथ ही मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
स्वजन का कहना है कि अरुण पर कोई मारपीट तक का केस नहीं है। वहीं, उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से जारी की गई शूटरों की फोटो में दिखाई दे रहे युवक के भी अरुण होने से इनकार किया है। हरियाणा एसटीएफ, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और यूपी एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में बुधवार शाम एनकाउंटर हुआ।
मारे गए बदमाशों की पहचान रोहतक के गांव काहनी के रविंद्र और सोनीपत के मयूर विहार अरुण के रूप में हुई। एसटीएफ का दावा है कि दोनों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम था और पुलिस के अनुसार वे रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ गैंग से जुड़े थे।
अरुण के स्वजन का कहना है कि वह निर्दोष था। उनके मुताबिक, अरुण को उसका दोस्त घर से बुलाकर ले गया था। वह हरिद्वार जाने के लिए घर से निकला था, लेकिन पुलिस ने उसे मार डाला।
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