सोनीपत बस स्टैंड से दिल्ली के लिए शुरू होगा यह काउंटर, यात्रियों को मिलेगी सुविधा
सोनीपत बस अड्डे के दिल्ली रूट के काउंटर का प्लास्टर गिरने से मरम्मत कार्य शुरू हो गया है। फिलहाल बसों का संचालन दूसरे काउंटरों से हो रहा है। 40 साल पुरानी इमारत की जर्जर हालत को देखते हुए नए बस अड्डे के निर्माण का प्रस्ताव भेजा गया है। अधिकारियों का कहना है कि मरम्मत जल्द पूरी हो जाएगी।

जागरण संवाददाता, सोनीपत। बस अड्डे में दिल्ली रूट के काउंटर का प्लास्टर गिरने के बाद रोडवेज ने मरम्मत का काम शुरू कर दिया है। फिलहाल दिल्ली रूट की बसों का संचालन दूसरे काउंटरों से किया जा रहा है। बस अड्डे की बिल्डिंग काफी पुरानी हो चुकी है, जिससे यात्रियों और कर्मचारियों को प्लास्टर गिरने का डर सता रहा है। बस अड्डे के कमरों से कई बार प्लास्टर गिर चुका है। कर्मचारियों की मांग है कि बस अड्डे की पूरी तरह से मरम्मत की जाए।
सोनीपत बस अड्डे से प्रतिदिन दस हजार से अधिक यात्री सफर करते हैं। यहां से 36 से अधिक रूटों पर बसों का संचालन होता है। इसके लिए 12 काउंटर बनाए गए हैं, जहां से विभिन्न रूटों पर बसें भेजी जाती हैं। सबसे अधिक बसें दिल्ली रूट पर संचालित होती हैं। इस रूट पर पांच ई-बसें प्रतिदिन 22 चक्कर लगाती हैं।
काउंटर का प्लास्टर गिरने के बाद रोडवेज ने यहां से संचालन बंद कर मरम्मत का काम शुरू कर दिया है और दिल्ली के लिए बसों को दूसरे काउंटरों से भेजा जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि मरम्मत का काम जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा, जिससे यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।
40 साल से ज्यादा पुरानी है इमारत
सोनीपत बस अड्डे की इमारत लगभग 40 साल पुरानी है। इमारत की जर्जर हालत के कारण, बारिश के मौसम में कमरों का प्लास्टर टूटकर गिर जाता है और कई बार छत से पानी टपकने लगता है। ऐसे में रोडवेज अधिकारियों ने मुख्यालय को नए बस अड्डे के निर्माण की मांग भेजी है। मुख्यालय द्वारा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, हालाँकि अभी बस अड्डे के निर्माण के लिए जगह तय नहीं हुई है।
दिल्ली काउंटर का प्लास्टर टूटकर गिर गया था। कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई है। काउंटर के छज्जे की मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है, जो जल्द ही पूरा हो जाएगा। इसके बाद कोई समस्या नहीं होगी।
- संजय कुमार, जीएम रोडवेज
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