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    Sonipat Pollution: दिल्ली से ज्यादा जहरीली हुई सोनीपत की हवा, बना देश का सबसे प्रदूषित शहर

    Updated: Tue, 22 Oct 2024 07:08 PM (IST)

    सोनीपत ने प्रदूषण के मामले में दिल्ली को भी पीछे छोड़ दिया है। मंगलवार को सोनीपत का एक्यूआई 331 दर्ज किया गया जबकि दिल्ली का एक्यूआई 327 रहा। इसके साथ ही सोनीपत देश का सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर बन गया। सोनीपत में बढ़ते प्रदूषण से लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। सांस लेने में तकलीफ आंखों में जलन और खांसी जैसी समस्याएं आम हो गई हैं।

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    दिल्ली से ज्यादा प्रदूषित शहर बना सोनीपत।

    जागरण संवाददाता, सोनीपत। सोनीपत में प्रदूषण की स्थिति खराब हो गई है। मंगलवार को एक्यूआइ 331 के साथ सोनीपत देश के सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट में पहले नंबर पर पहुंच गया। 15 अक्टूबर को एक्यूआई 62 था, जो आठ दिन के भीतर प्रदूषण में पांच गुना बढ़ोतरी हो गई है। ग्रेप चरण दो के नियम लागू होने के बावजूद जिले में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। यहां न तो एंटी स्मॉग गन का प्रयोग शुरू किया गया और न ही पराली जलाने पर पूरी तरह से रोक लग सकी। 

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    खेतों में पराली जलाने के आरोप में पांच किसानों पर एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया, तो प्रदूषण रोकने में विफल रहने और अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरतने के चलते मंगलवार को कृषि विभाग के दो सुपरवाइजर सस्पेंड किए गए हैं। बढ़ते प्रदूषण से लोगों का स्वास्थ्य भी प्रभावित हो रहा है और जिला नागरिक अस्पताल में सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और खांसी जैसी समस्याओं के मरीजों की संख्या 25 प्रतिशत तक बढ़ गई है। 

    एक सप्ताह का एक्यूआई

    • 15 अक्टूबर- 62 
    • 16 अक्टूबर- 149 
    • 17 अक्टूबर- 233 
    • 18 अक्टूबर- 246 
    • 19 अक्टूबर- 256 
    • 20 अक्टूबर- 249 
    • 21 अक्टूबर- 250 
    • 22 अक्टूबर- 331

     टॉप पांच प्रदूषित शहर 

    1. सोनीपत-   331 
    2. दिल्ली- 327 
    3. जींद- 311 
    4. श्रीगंगानगर- 304 
    5. कुरूक्षेत्र- 296

     ये है वजह 

    • पराली और फसल अवशेष जलाने पर रोक नहीं लग सकी 
    • मुरथल सेंटर के पास से रोजाना 1.5 लाख वाहन गुजरते हैं 
    • खुले में कचरा और ढाबों पर कोयले का प्रयोग हो रहा है 
    • एंटी स्मॉग गन का प्रयोग नहीं और सड़कों पर छिड़काव नहीं 

    ग्रेप-2 के तहत ये निर्देश 

    1. आवासीय, व्यावसायिक और औद्योगिक इकाइयों में डीजल जनरेटर पर रोक 
    2. पार्किंग शुल्क, सीएनजी व इलेक्ट्रिक बसों के फेरे बढ़ाने के निर्देश 
    3. इमरजेंसी सेवाओं के लिए डीजल जनरेटर के इस्तेमाल में छूट दी गई 
    4. धूल उत्पन्न करने वाले निर्माण कार्य न करने 
    5. निर्माण स्थल पर एंटी स्माग गन का प्रयोग और सड़कों पर छिड़काव 
    6. होटल और ढाबों में लकड़ी व कोयले प्रयोग नहीं

    2023 में सबसे ज्यादा एक्यूआई

    • तीन नवंबर-455 
    • चार नवंबर-416 
    • छह नवंबर-417 
    • नौ नवंबर-429 

    ग्रेप चरण दो के नियमों को सख्ती से लागू करने के निर्देश जारी किए गए हैं। अगर कोई अधिकारी लापरवाही बरतता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। - प्रदीप सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी, एचएसपीसीबी

    फसल अवशेष जलाने से रोकने में नाकामयाब रहे दो सुपरवाइजरों को सस्पेंड किया गया है। इन दोनों की ड्यूटी गन्नौर ब्लाक में थी। यहां सबसे ज्यादा फसल अवशेष जलाएं गए हैं और पांच किसानों पर एफआइआर भी की गई है। - डॉ. पवन शर्मा, कृषि उपनिदेशक 

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