Sonipat: 'नहर में फेंक दिए एक लाख रुपये', डर दिखाकर रिश्वत मांगने वाले ASI ने विजिलेंस को सुनाई नई कहानी
सोनीपत में एक लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोपित एसआई ने रिमांड के दौरान विजिलेंस को नई कहानी सुनाई है। एएसआई ने बताया कि उसमे रिश्वत के एक लाख रुपये नहर में फेंक दिए। उसने रुपये फेंकने वाले स्थान की निशानदेही करा दी है।

सोनीपत, जागरण संवाददाता। एक लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोपित एसआई ने रिमांड के दौरान विजिलेंस को नई कहानी सुनाई है। एसआई ने रिश्वत लेना तो स्वीकार किया है, लेकिन एक लाख रुपयों को नहर में फेंक देने की बात कही है। आरोपित ने हत्या की कोशिश के मामले में शिकायतकर्ता को क्रॉस मुकदमा दर्ज करने का भय दिखाकर एक लाख रुपये की रिश्वत ली थी।
आरोपित से विजिलेंस ने बरामद की कार
आरोपित को पानीपत विजिलेंस ने कोर्ट में पेश करके तीन दिन के रिमांड पर लिया था। विजिलेंस ने आरोपित से वह कार बरामद कर ली है, जिसमें उसने रिश्वत के रुपये लिए थे और रोहट नहर पर उस स्थान की निशानदेही कर ली है, जहां पर वह रुपये फेंकने की बात कह रहा है। विजिलेंस पानीपत के इंस्पेक्टर सुमित कुमार ने 28 फरवरी को बताया था कि गांव सेरसा के रहने वाले संदीप ने तीन फरवरी को कुंडली थाना में शिकायत दी थी।
उन्होंने बताया था कि वह दुकान से कार लेकर घर जा रहे थे। गांव के रास्ते पर पहुंचने पर उनको अपने गांव का ही जितेंद्र उर्फ मोनू बाइक से आता हुआ मिला। इसी दौरान कार बाइक से टच हो गई थी। जितेंद्र ने पुरानी रंजिश के चलते पिस्तौल निकालकर उन पर गोली चला दी थी। गोली संदीप के पेट से आर-पार हो गई थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था।
डर दिखाकर मांगी एक लाख की रिश्वत
इस मामले की जांच कुंडली थाना के एसआई सुरेंद्र सिंह कर रहे थे। पीड़ित पक्ष का आरोप था कि सुरेंद्र ने उनको क्रॉस केस दर्ज करने का डर दिखाकर एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी है। संदीप अपने मामा के साथ रुपये देने सोनीपत आया था। उनके साथ ही पानीपत की विजिलेंस टीम भी पहुंची थी। इंस्पेक्टर सुमित ने बताया था कि जब संदीप के मामा ने सुरेंद्र को रिश्वत के एक लाख रुपये दिए थे तो वह उसे पकड़ने लगे थे।
इसी दौरान वह बचकर रिश्वत के रुपये लेकर अपनी कार से भाग गया था। अब आरोपित ने एसीजेएम की अदालत में आत्मसमर्पण किया था। विजिलेंस की टीम ने आरोपित को अदालत से तीन दिन के रिमांड पर लिया था। रिमांड के दौरान आरोपित एसआई सुरेंद्र कुमार ने बताया कि वह पीछे विजिलेंस टीम के लगे होने से डर गया था। ऐसे में वह धुमावदार मार्ग से ओझल हाेकर रोहट की ओर भाग गया। वहां पर उसने रिश्वत के एक लाख रुपये 28 फरवरी को ही नहर में फेंक दिए थे।
पानीपत विजिलेंस जांच अधिकारी ने हेमराज सिंह ने बताया कि रिश्वत की राशि लेकर भागने के आरोपित ने रुपयों को नहर में फेंकने की बात कही है। उसने रुपये फेंकने वाले स्थान की निशानदेही करा दी है। उस कार को भी बरामद कर लिया गया है, जिसमें वह रिश्वत की राशि लेकर भागा था। रिमांड पूरा होने के बाद उसको न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
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