Sonipat News: राका के शव का हुआ अंतिम संस्कार, कुख्यात प्रियव्रत भी पहुंचा
गढ़ी सिसाना में मंगलवार की शाम को राकेश उर्फ राका का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान मृतक राकेश के भाई व कुख्यात प्रियव्रत को भी करनाल जेल से गांव में लाया गया और श्मशान स्थल से ही भारी पुलिस की मौजूदगी में उसे वापिस जेल ले जाया गया।

संवाद सहयोगी, खरखौदा। गढ़ी सिसाना में मंगलवार की शाम को राकेश उर्फ राका का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान मृतक राकेश के भाई व कुख्यात प्रियव्रत को भी करनाल जेल से गांव में लाया गया और श्मशान स्थल से ही भारी पुलिस की मौजूदगी में उसे वापिस जेल ले जाया गया।
सात जुलाई की रात को समालखा में सीआइए-2 पानीपत द्वारा किए गए एनकाउंटर में गढ़ी सिसाना के राकेश उर्फ राका की मौत हो गई थी। स्वजन जब पानीपत के सरकारी अस्पताल में पहुंचे तो शव को देखने के बाद उन्होंने सीआइए-2 द्वारा किए गए एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए हंगामा कर दिया था।
उनका आरोप था कि एक दिन पहले राकेश उर्फ राका को हिरासत में लिया गया था और चार्टर के दौरान उसकी मौत हो जाने पर झूठा एनकाउंटर किया गया है।
ऐसे में वह चाहते हैं कि सीआइए-2 की टीम पर हत्या मामला दर्ज हो, वहीं राकेश का पानीपत में पोस्टमार्टम भी नहीं होने दिया था। इसके बाद राकेश के शव को पानीपत से मेडिकल कालेज, खानपुर कलां लाया गया था, लेकिन रविवार को शव को पोस्टमार्टम होने के बाद स्वजन शव नहीं लेकर आए थे।
सोमवार को फिर से मृतक राकेश के भाई अमित ने आरोप लगाए थे कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में राकेश के शरीर पर 10 गुम चोट के निशान हैं, ऐसे में उसकी हत्या की गई है और वह पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई होने पर ही शव लेंगे।
वहीं मंगलवार की दोपहर स्वजन खानपुर कलां शव लेने पहुंचे और भारी पुलिस बल के साथ शव को गढ़ी सिसाना लाया गया। दूसरी तरफ मृतक का भाई कुख्यात प्रियव्रत भी करनाल जेल से भारी पुलिस बल के साथ अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पहुंचा। पोस्टमार्टम के तीन दिन बाद राकेश का अंतिम संस्कार किया गया।
स्वजनों ने फ्रीज ना चलाने का लगाया आरोप
मृतक राकेश के स्वजन की तरफ से आरोप लगाया गया कि शवगृह में फ्रीजर का एसी नहीं चलाए जाने से उनके भाई के शव को और ज्यादा खराब कर दिया गया। जानबूझकर यह किया गया है।
पिता बोले- पुलिस ने मारा
भाई के अंतिम संस्कार में पहुंचे कुख्यात प्रियव्रत ने श्मशान स्थल के बाहर से राकेश के शव को कंधा दिया और अंतिम संस्कार में शामिल हुआ। अंतिम संस्कार के बाद प्रियव्रत के पिता ने प्रियव्रत से कहा कि पुलिस ने उसके भाई को मारा है लेकिन इसी बीच ग्रामीणों ने प्रियव्रत के पिता को ज्यादा बात करने से रोक दिया।
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