Sonipat News: स्कूलों में बच्चों को मिलेगा सेहत भरा स्वाद, दो दिन बांटी जाएंगी प्रोटीन मिल्क बार
सोनीपत के सरकारी स्कूलों में अब छात्रों को प्रोटीन मिल्क बार मिलेंगे। शिक्षा विभाग ने 11 अगस्त 2026 तक सभी स्कूलों में सप्ताह में दो बार वितरण करने का आदेश दिया है। इस योजना का उद्देश्य बच्चों में कुपोषण को कम करना और उन्हें ऊर्जावान बनाना है ताकि वे पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।

जागरण संवाददाता, सोनीपत। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य को लेकर शिक्षा विभाग ने एक नई पहल शुरू की है। मुख्यालय की ओर से सभी सरकारी स्कूलों को निर्देश जारी किए है कि विद्यार्थियों को प्रोटीन मिल्क बार उपलब्ध कराए जाए।
यह योजना 11 अगस्त, 2026 तक अनुबंध के तहत जारी रहेगी, जिसके अंतर्गत निर्धारित तिथि पर हर सरकारी स्कूल में सप्ताह में दो दिन तक वितरण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
यह कदम बच्चों में कुपोषण को रोकने, उन्हें ऊर्जा से भरपूर आहार उपलब्ध कराने और पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है। प्रोटीन मिल्क बार में पोषण के ऐसे तत्व होंगे, जो न केवल शारीरिक विकास में सहायक होंगे बल्कि बच्चों की मानसिक क्षमता को भी मजबूती देंगे।
प्रदेश के कुछ इलाकों में अब भी बच्चों में कुपोषण की समस्या देखी जाती है। सरकार का लक्ष्य है कि इस योजना के लागू होने से उन बच्चों को भी अतिरिक्त पोषण मिलेगा, जिन्हें घर पर पर्याप्त और संतुलित आहार नहीं मिल पाता।
शिक्षा विभाग ने सभी स्कूल प्रबंधन को दिए निर्देश
योजना लागू होने के बाद कुपोषण के मामलों में कमी लाई जा सके। वहीं, शिक्षा विभाग ने सभी स्कूल प्रबंधन को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वितरण व्यवस्था दुरुस्त और पारदर्शी होनी चाहिए। हर पात्र छात्र तक प्रोटीन मिल्क बार पहुंचे, इसके लिए स्कूल स्तर पर शिक्षकों और जिम्मेदार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी।
गुणवत्ता और मात्रा की निगरानी भी सख्ती से की जाएगी। स्कूलों में नियमित रूप से ऊर्जा और प्रोटीन से भरपूर आहार मिलने से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और उनमें थकान, कमजोरी तथा एकाग्रता की कमी जैसी समस्याएं कम होंगी।
इससे वे पढ़ाई, खेल-कूद और अन्य सह-पाठयक्रम गतिविधियों में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।सरकारी स्तर पर बच्चों की सेहत के प्रति ऐसी पहल से न केवल आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को राहत मिलेगी, बल्कि बच्चों का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा।
शिक्षा और स्वास्थ्य का संगम
स्वस्थ छात्र ही अच्छे विद्यार्थी बन सकते हैं, इसलिए यह योजना शिक्षा और स्वास्थ्य के बीच संतुलन बनाने का प्रयास है। इस तरह की योजनाओं को सफल बनाने के लिए स्कूल, शिक्षक, अभिभावक और स्वयं विद्यार्थी सभी की भागीदारी जरूरी है।
सरकार का कहना है कि यदि प्रोटीन मिल्क बार वितरण योजना के परिणाम सकारात्मक रहे, तो भविष्य में बच्चों के लिए अन्य पोषक आहार और स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थों को भी स्कूल स्तर पर शामिल करने पर विचार किया जाएगा।
मुख्यालय की तरफ से सप्ताह में दो दिन मिल्क बार वितरित करने के निर्देश मिले हैं। सरकार की इस योजना से बच्चों को सेहत और स्वाद का संगम प्रदान करने के साथ-साथ प्रदेश में शिक्षा और स्वास्थ्य सुधार की दिशा में एक मजबूत कदम साबित होगी।
- नवीन गुलिया, जिला शिक्षा अधिकारी, सोनीपत
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