Neeraj Chopra Wife: खिलाड़ियों से भरा है हिमानी का परिवार, पिता और भाई भी बढ़ा चुके देश का मान
सोनीपत की रहने वाली हिमानी मोर ने गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा से शादी कर सुर्खियां बटोरी हैं। हिमानी का परिवार अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों से भरा है। उनके पिता चांदराम मोर कबड्डी के विख्यात खिलाड़ी हैं। भाई हिमांशु मोर टेनिस के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं और वायुसेना में तैनात हैं। एक चचेरा भाई अंतरराष्ट्रीय स्तर का पहलवान और पुलिस में इंस्पेक्टर है जबकि दूसरा मुक्केबाज है।

नंदकिशोर भारद्वाज, सोनीपत। गोल्डन ब्वाय नीरज चोपड़ा से शादी कर गांव लड़सौली की रहने वाली हिमानी मोर एकदम से सुर्खियों में आ गई हैं। हिमानी मोर का परिवार अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों से भरा हुआ है। परिवार के कई सदस्य अंतरराष्ट्रीय स्तर की बड़ी प्रतियोगिताओं में तिरंगे का मान बढ़ा चुके हैं।
हिमानी के पिता चांदराम मोर कबड्डी के विख्यात खिलाड़ी रह चुके हैं। वे भारतीय टीम के कप्तान रहे हैं। वहीं हिमानी के छोटे भाई हिमांशु मोर भी टेनिस के खिलाड़ी हैं और खेल कोटे से वायुसेना में अधिकारी के पद पर तैनात हैं। वे आजकल नागपुर में तैनात हैं। वहीं दो चचेरे भाई पहलवान हैं एक चचेरा भाई मुक्केबाज है।
हिमानी के पिता कबड्डी के विख्यात खिलाड़ी
जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा के साथ शादी के बंधन में बंधने वाली टेनिस खिलाड़ी हिमानी के पिता के चांदराम मोर सर्किल कबड्डी के विख्यात खिलाड़ी रह चुके हैं। वे भारतीय टीम के कप्तान थे, उनकी कप्तानी में देश ने कई रोमांचक मुकाबला में तिरंगे मान बढ़ाया। वे एसबीआइ में वरिष्ठ अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।
हिमानी के छोटे भाई टेनिस खिलाड़ी
वहीं हिमानी के छोटे भाई हिमांशु ने गांव के मैदान से ही टेनिस खेलना शुरू किया था इसके दोनों ने सोनीपत के लिटिल एंजल्स स्कूल में पढ़ाई के साथ टेनिस का अभ्यास किया। हिमांशु भी कई चैंपियनशिप जीतकर देश का नाम रोशन कर चुके हैं। हिमांशु की शादी हो चुकी है और अपनी खेल उपलब्धियों के कारण खेल कोटे से वायुसेना में अधिकारी के पद पर नागपुर में सेवाएं दे रहे हैं। चांदराम आठ भाई थे, जिनमें से तीन बड़े भाई किसान थे। चांदराम मोर व अन्य सरकारी सेवाओं में कार्यरत थे और बड़े पदों से सेवानिवृत्त हुए हैं।
हिमानी के ताऊ कुश्ती में किया बड़ा नाम
वहीं हिमानी के ताऊ रामकुमार मोर के पुत्र नवीन मोर कुश्ती में बड़ा नाम कमा चुके हैं। उन्होंने 19 बार अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। नवीन मोर 16 बार हिंद केसरी रह चुके हैं और वर्ष 2007 में हरियाणा सरकार ने उन्हें भीम अवार्ड से नवाजा था। नवीन आजकल हरियाणा पुलिस में इंस्पेक्टर हैं और सिरसा में तैनात हैं।
जोशिल मोर पहलवान एसजीपीसी चुनाव में रविवार को उनकी ड्यूटी सिरसा के मंडी डबवाली में थी। नवीन के छोटे भाई जोशिल मोर भी खिलाड़ी हैं। वहीं हिमानी के ताऊ सुखबीर मोर के बेटे प्रवीण अंतरराष्ट्रीय स्तर के मुक्केबाज रह चुके हैं। उनके कई भाई जूडो व अन्य खेलों में नाम रोशन कर रहे हैं।नवीन मोर आजकल गांव में ही कुश्ती अकादमी चला रहे हैं।
हिमानी को घर में ही मिला खेलों का माहौल
जून, 1999 में जन्मी हिमानी को बचपन से ही परिवार में खेलों में कुछ कर दिखाने की प्रेरणा मिलती रही। उसके चचेरे भाई आगे बढ़कर उसे देश का नाम रोशन करने की प्रेरणा देते रहे। अपने पिता व भाइयों की प्रेरणा से उसने खुद और छोटे भाई हिमांशु ने टेनिस को चुना। इसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
खेल प्रबंधन और प्रशासन में मास्टर्स कर रहीं हिमानी
हिमानी आजकल अमेरिका की यूनिवर्सिटी से खेल प्रबंधन व प्रशासन में मास्टर्स का कोर्स कर रही हैं। वे एक अमेरिकी यूनिवर्सिटी में कोच भी रह चुकी हैं। हिमानी ने आगे पढ़ाई दिल्ली यूनिवर्सिटी के मिरांडा हाउस से की। टेनिस में उनकी सर्वाधिक रैंकिंग दो आई थी। वहीं महिला वर्ग में वे 14वें पायदान तक पहुंची। खेलों के साथ हिमानी की मां मीना उन्हें संस्कारों की शिक्षा दी।
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