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    Lok Sabha Election 2024: सोनीपत लोकसभा में कांग्रेस नेताओं में बेचैनी, इस नेता ने बढ़ाई धड़कनें; चुनाव में उतरने की चर्चा तेज

    हरियाणा की सोनीपत सीट पर कांग्रेस ने अभी तक टिकट की घोषणा नहीं की है। मगर यहां पार्टी नेताओं की बेचैनी बढ़ने लगी है। इसकी वजह यह है कि गठबंधन में शामिल लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी (लोसुपा) की नजरें इस सीट पर टिक गईं हैं। उधर सोनीपत से चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले नेताओं ने दिल्ली में अपनी हाजिरी बढ़ा दी है।

    By yajuvender singh Edited By: Ajay Kumar Updated: Mon, 25 Mar 2024 11:02 AM (IST)
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    लोकसभा चुनाव 2024: राजकुमार सैनी के आईएनडीआईए का हिस्सा बनने से कांग्रेस नेताओं में बेचैनी।

    यजुवेंद्र सिंह, सोनीपत। सोनीपत लोकसभा सीट पर कांग्रेस वेट एंड वाच की नीति अपना रही है। इस सीट पर टिकटार्थियों की लंबी कतार है। टिकट के लिए कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली में बड़े नेताओं की हाजिरी भी बढ़ा दी हैं। ऐसे में लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी (लोसुपा) ने आईएनडीआईए गठबंधन में शामिल होकर नेताओं की बेचैनी बढ़ा दी है, क्योंकि लोसुपा सुप्रीमो राजकुमार सैनी के गठबंधन में शामिल होने के बाद उनके सोनीपत लोकसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरने की चर्चाएं तेज हो गई हैं।

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    गठबंधन में शामिल होने से पहले सैनी सोनीपत लोकसभा क्षेत्र के सभी नौ विधानसभा हलकों में अपने समर्थकों के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर मंथन करने के साथ-साथ उनका मन भी टटोल चुके हैं। अब अगर सोनीपत सीट लोसुपा के खाते में जाती है और सैनी चुनाव मैदान में उतरते हैं तो कांग्रेस नेताओं के लिए यह बड़ा झटका होगा।

    2018 में बनाई थी लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी

    लोसुपा सुप्रीमो राजकुमार सैनी वर्ष 2014 में भाजपा के टिकट पर कुरुक्षेत्र सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। भाजपा नेताओं के साथ मतभेद बढ़ने के बाद उन्होंने भाजपा से अलग होकर एक सितंबर 2018 को लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी बनाने की घोषणा की थी। वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव में लोसुपा ने सोनीपत सीट पर राजबाला सैनी को प्रत्याशी बनाने की घोषणा की थी।

    हुड्डा के खिलाफ नामांकन दाखिल नहीं कर पाए थे सैनी

    जब सोनीपत से चुनाव मैदान में कांग्रेस नेता भूपेंद्र हुड्डा उतरे तो उनको हराने के लिए सैनी ने स्वयं चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा की थी। वह नामांकन करने के लिए चुनाव कार्यालय में भी पहुंचे गए थे लेकिन नामांकन पत्र जमा करने के अंतिम दिन देरी से पहुंचने और कागजात पूरे नहीं होने के कारण वह नामांकन नहीं कर पाए थे। इसके बाद राजबाला सैनी ने लोसुपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था। लोसुपा प्रत्याशी को 35046 वोट मिले थे।

    विधानसभा में दूसरे स्थान पर रहे राजकुमार सैनी

    लोसुपा सुप्रीमो राजकुमार सैनी ने गोहाना विधानसभा क्षेत्र से स्वयं चुनाव लड़ा और 35379 वोट प्राप्त करके दूसरे स्थान पर रहे थे। चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी जगबीर मलिक जीते और उनको 39531 वोट मिले थे, जबकि भाजपा प्रत्याशी तीर्थ राणा 26972 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे।

    सोनीपत में राजनीतिक जमीन तलाश रहे सैनी

    वर्ष 2020 में बरोदा उपचुनाव हुआ तो राजकुमार सैनी ने भी चुनाव मैदान में उतर गए थे। उन्हें 5611 वोट मिले थे। सैनी सोनीपत में अपने लिए राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं। इसलिए मार्च में सैनी सोनीपत लोकसभा क्षेत्र के सभी नौ हलकों में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करके चुनाव रणनीति पर भी चर्चा कर चुके हैं।

    लोसुपा की निगाह सोनीपत पर टिकी

    हरियाणा में कांग्रेस लोकसभा चुनाव आईएनडीआईए गठबंधन में शामिल आप और लोसुपा के साथ मिलकर लड़ेगी। आप के खाते में कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र आने पर यहां से पार्टी ने सुशील गुप्ता को प्रत्याशी बनाया है। लोसुपा अब आईएनडीआईए गठबंधन में शामिल हुई है। वर्ष 2014 में कुरुक्षेत्र से राजकुमार सैनी सांसद रह चुके हैं, अब क्योंकि यह सीट आप को दी गई है, इसलिए इस सीट पर कांग्रेस और लोसुपा का दावा भी नहीं बनता। इसलिए लोसुपा की नजर सोनीपत लोकसभा क्षेत्र पर टिकी हुई है।

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