Sports News: अमेरिका में वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स में IPS दीपक गहलावत ने उठाया 240 किलो वजन, जीता कांस्य
अमेरिका में आयोजित वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स में आईपीएस अधिकारी दीपक गहलावत ने पावरलिफ्टिंग में कांस्य पदक जीता। सोनीपत के रहने वाले गहलावत ने 74 किलो भारवर्ग में 240 किलो वजन उठाकर यह मुकाम हासिल किया। उनकी पत्नी आईआरएस अधिकारी हैं और उनके पिता हरियाणा पुलिस से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनकी इस सफलता से युवाओं को प्रेरणा मिली है।
जागरण संवाददाता, सोनीपत। अमेरिका के अलबामा में आयोजित प्रतिष्ठित वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स में भारत के लिए गौरव का क्षण आया, जब हरियाणा कैडर के आईपीएस अधिकारी दीपक गहलावत ने पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतकर न केवल देश बल्कि प्रदेश का भी मान बढ़ाया। दीपक ने 35 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 74 किलो भारवर्ग में पुश-पुल स्पर्धा में 240 किलो वजन उठाकर यह अद्भुत उपलब्धि अपने नाम की।
सोनीपत से शुरू हुआ सफर
दीपक गहलावत सोनीपत के निंजामपुर माजरा गांव के मूल निवासी हैं, लेकिन वर्तमान में उनका परिवार रोहतक में रहता है। उनकी शिक्षा और जीवनशैली ने ही उन्हें अनुशासन और फिटनेस का महत्व सिखाया। वर्ष 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी दीपक गहलावत ने गुरुग्राम डीसीपी हेडक्वार्टर के साथ-साथ हरियाणा के कई जिलों में पुलिस अधीक्षक (एसपी) के रूप में सेवा दी है। उनकी कड़ी मेहनत और ईमानदारी से पुलिस महकमे में उनका नाम काफी सम्मान से लिया जाता है।
DG BCAS and all members of @BcasHq family hearty congratulates Deepak Gahalawat for flying the Indian Flag during @BHM2025 being held at #Birmingham, USA.
— Bureau of Civil Aviation Security (@BcasHq) July 5, 2025
Deepak Gahalawat Secured #Bronze Medal in the Push Pull (Mens) event.@RamMNK @police_haryana @MoCA_GoI @Pib_MoCA pic.twitter.com/XSWf5AjXtO
खेल और प्रशासन का बेहतरीन संगम
एक तरफ प्रशासनिक जिम्मेदारियों का बोझ और दूसरी तरफ खेलों के प्रति अगाध लगन — दीपक गहलावत ने साबित कर दिया कि इच्छाशक्ति मजबूत हो तो कोई भी बाधा रास्ते में नहीं आ सकती। पावरलिफ्टिंग जैसे कठिन खेल में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतना आसान नहीं होता, लेकिन दीपक ने इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लिया। व्यस्त दिनचर्या के बावजूद वह फिटनेस और ट्रेनिंग के लिए समय निकालते हैं।
परिवार से मिली सेवा भावना और प्रेरणा
दीपक गहलावत का परिवार भी उनकी इस सफलता की अहम कड़ी रहा है। उनके पिता कुलबीर सिंह हरियाणा पुलिस में निरीक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, जिससे दीपक को बचपन से ही अनुशासन और सेवा भावना विरासत में मिली। वहीं, उनकी पत्नी सीमा धनखड़ भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) की अधिकारी हैं और फिलहाल गुरुग्राम में आयकर आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं। इस तरह दीपक का परिवार प्रशासनिक सेवाओं में उत्कृष्ट योगदान दे रहा है।
राज्य के युवाओं के लिए प्रेरणा बने दीपक
दीपक गहलावत की यह उपलब्धि न केवल हरियाणा पुलिस विभाग के लिए गर्व की बात है, बल्कि प्रदेश के हजारों युवाओं के लिए भी प्रेरणा है। उनका संदेश साफ है कि प्रशासनिक जिम्मेदारियां निभाते हुए भी खेल और फिटनेस में उत्कृष्टता प्राप्त की जा सकती है। उनका मानना है कि युवा वर्ग को शिक्षा और खेलों के बीच संतुलन बनाकर आगे बढ़ना चाहिए।
भावी योजनाएं और संदेश
दीपक गहलावत अब अपनी इस सफलता को युवाओं तक पहुंचाने की दिशा में काम कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा पुलिसकर्मी और प्रशासनिक अधिकारी फिटनेस के महत्व को समझें और खेलों में सक्रिय भागीदारी निभाएं। उनकी योजना है कि आने वाले वर्षों में वह और भी बड़े अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों में भारत का प्रतिनिधित्व करें।
इस तरह दीपक गहलावत ने यह साबित कर दिया कि कड़ी मेहनत, अनुशासन और परिवार का साथ मिल जाए तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं होता। उनकी ऐतिहासिक उपलब्धि ने हरियाणा और देश को गौरवान्वित कर दिया है।
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