Sonipat News: बच्ची की मौत के बाद गांव में मातम, वेंटिलेटर न मिलने पर स्वास्थ्य विभाग पर सवाल
सोनीपत के रायपुर गांव में एक साल की बच्ची की मौत हो गई। परिजनों ने रोहतक पीजीआई पर वेंटिलेटर उपलब्ध न कराने का आरोप लगाया है। बच्ची नहाते समय पानी में डूब गई थी जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया था। परिवार ने पीजीआई प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है।

जागरण संवाददाता, सोनीपत। गांव रायपुर में किराए के मकान में रह रहे गरीब प्रवासी परिवार की एक साल की बच्ची प्राशिता की मौत के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है। बच्ची की मां नोनी ने आरोप लगाया है कि रोहतक पीजीआई में समय पर वेंटिलेटर न मिलने के कारण उसकी बच्ची की जान गई है। परिजनों ने पीजीआई प्रशासन की लापरवाही को मौत का कारण बताया है और कार्रवाई की मांग की है।
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के ओटा पुरवा गांव के रहने वाला यह परिवार रायपुर गांव में किराए पर रह रहा था। नोनी ने बताया कि उसकी एक साल की बच्ची प्राशिता शनिवार को नहाते समय पानी में डूब गई थी। गंभीर हालत में उसे सोनीपत नागरिक अस्पताल ले जाया गया, जहां से दोपहर दो बजे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया।
परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाए गंभीर आरोप
परिजनों का आरोप है कि रोहतक पहुंचने पर डॉक्टरों ने कहा कि बच्ची की जान वेंटिलेटर से बच सकती है, लेकिन रात 9 बजे तक वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं हो सका। मां नोनी ने बताया कि वह डॉक्टरों से हाथ जोड़कर मिन्नतें करती रही, लेकिन किसी ने कोई सहायता नहीं की।
डॉक्टरों ने कहा कि यदि किसी बड़े अधिकारी से सिफारिश हो, तो वेंटिलेटर मिल सकता है, लेकिन गरीब होने के चलते वे ऐसा नहीं कर पाए।
पीड़ित परिवार ने रोहतक पीजीआई प्रशासन को बच्ची की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है और जांच की मांग की है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया है और मामले की जांच की जा रही है। रायपुर गांव में इस दर्दनाक घटना के बाद शोक की लहर है। गांव में शाम को बच्ची का अंतिम संस्कार किया गया।

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