हरियाणा के इस जिले में जमकर बरसे बरदा, 24 घंटे में रिकॉर्ड बारिश; सड़कें बनी रही तालाब
सोनीपत जिले में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। खरखौदा में सबसे अधिक 100 एमएम वर्षा दर्ज की गई। सड़कों और गलियों में पानी भरने से यातायात प्रभावित हुआ और लोगों को परेशानी हुई। गन्नौर में बूंदाबांदी से हरियाली निखर आई जबकि खरखौदा में जलभराव से लोग परेशान रहे। मौसम विभाग ने सप्ताह के अंत तक बारिश का अनुमान जताया है।

जागरण संवाददाता, सोनीपत। जिले में बुधवार देर रात से रुक-रुककर शुरू हुई वर्षा वीरवार को भी जारी रही। जिले में 24 घंटे में रिकार्ड औसतन 63.66 एमएम वर्षा से जनजीवन प्रभावित रहा। सड़कों से लेकर गलियों तक पानी भरा रहा।
जिससे राहगीरों के साथ ही वाहन चालकों को भी परेशानी झेलनी पड़ी। हालांकि वर्षा से तापमान में चार डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई। मौसम विज्ञानी का कहना है कि सप्ताह के अंत तक अभी वर्षा से राहत के आसार नहीं है।
जिले में जुलाई माह में एक ही दिन में इतनी अधिक वर्षा हुई है, जितनी सावन के पूरे महीने नहीं हुई। जिले में सबसे अधिक वर्षा खरखौदा में हुई है, यहां 100 एमएम वर्षा दर्ज की गई है। तेज वर्षा ने नगर निगम, नगर पालिकाओं और जन स्वास्थ्य विभाग की जलनिकासी और सफाई व्यवस्थाओं की कलई खोल दी है।
रेलवे अंडरपास तालाब बने रहें, वहीं सड़कें भी पानी से लबालब रही, जिससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही। विशेषतौर पर खरखौदा, गोहाना और सोनीपत शहर में बदतर स्थिति नजर आई।
वर्षा से प्रमुख सड़कें जलमग्न हो गईं। रेलवे रोड, शनि मंदिर अंडरपास, सब्जी मंडी, सेक्टर 12, माडल टाउन, टीटी कालोनी और गीता भवन चौक जैसे इलाकों में पानी भर गया।
वाहनों के आवागमन से सड़कों पर उठती नजर आईं लहरें
गोहाना। क्षेत्र की प्रमुख सड़कों पर डेढ़ से दो फुट तक पानी भर गया था। वाहनों के आवागमन के दौरान सड़कों पर भरे पानी में लहरें उठती नजर आईं। अधिक जलभराव के चलते काफी वाहन सड़कों के बीच में बंद हो गए।
शहर में जींद, बरोदा, महम, सोनीपत, पानीपत, रोहतक, सोनीपत रोड पर लगभग छह घंटे से अधिक तक जलभराव रहा। वर्षा रुकने के बाद धीरे-धीरे पानी उतर पाया। शहर में मुख्य बाजार के क्षेत्र को छोड़ कर अधिकतर कालोनियों की गलियों में भी पानी भरा।
बूंदाबांदी से निखरी हरियाली
वहीं पर गन्नौर में बूंदाबांदी ने जहां गर्मी से राहत दी, वहीं पेड़-पौधों की रौनक भी लौटा दी है। वर्षा से धुले पेड़ों के पत्ते अब और भी हरे-भरे नजर आ रहे हैं। जगह-जगह हरियाली की छठा बिखरी हुई दिखाई दे रही है, जिससे वातावरण भी ताजगी से भर गया है।
सड़क किनारे लगे पेड़ों में अब जैसे नई जान आ गई हों। धूल-मिट्टी से ढंके पत्ते साफ होकर चमक उठे हैं। सुबह-शाम टहलने वाले लोगों का कहना है कि हरियाली से मन प्रसन्न हो जाता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि वर्षा पेड़-पौधों के लिए संजीवनी के समान होती है, जिससे न सिर्फ वातावरण शुद्ध होता है, बल्कि जैव विविधता को भी मजबूती मिलती है।
खरखौदा में वर्षा ने खेली शतकीय पारी, 100 एमएम हुई वर्षा
खरखौदा। वर्षा ने जहां किसानों के चेहरों पर मुस्कान ला दी, वहीं शहरवासियों को जलभराव की समस्याओं से जूझना पड़ा। रात से ही हो रही वर्षा ने दिन चढ़ने के साथ ही अपना रंग दिखाया और बादल जमकर बरसे, क्षेत्र में 100 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई, जो इस सीजन की अब तक की सबसे अधिक वर्षा है।
लगातार तेज धूप और उमस से जूझ रहे किसान मौसम को लेकर तित थे, धान की फसल सूखने की कगार पर थी। वर्षा ने उनकी चिंता को काफी हद तक दूर कर दिया है।
दिल्ली मार्ग, सब्जी मंडी, थाना कला मार्ग, गोपालपुर रोड और अंडरपास में घुटनों तक पानी भर गया। दुकानों के बाहर पानी जमा होने से व्यापार प्रभावित हुआ, वहीं वाहन चालकों और राहगीरों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
24 घंटे में कहां कितनी वर्षा हुई
खंड वर्षा एमएम में
सोनीपत
गन्नौर
गोहाना
खरखौदा
खानपुर कलां
राई
अरब सागर से नमी भरी हवाएं आने के कारण वातावरण में आद्र्रता बनी हुई है और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिसके प्रभाव से जिले में वर्षा हुई है। सप्ताह के अंत तक हल्की से मध्यम वर्षा का पूर्वानुमान है। इससे तापमान में भी गिरावट आएगी और लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी।
डॉ. प्रेमदीप, मौसम विज्ञानी, केवीके, जगदीशपुर

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