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    Ganesh Chaturthi पर मातम में बदली खुशियां, हरियाणा में अलग-अलग हादसों में बाप-बेटी, भाई-बेटा समेत 10 की मौत

    By Shivam YadavEdited By:
    Updated: Fri, 09 Sep 2022 11:25 PM (IST)

    भगवान गणेश की मूर्तियों का विसर्जन करने के लिए श्रद्धालु नाचते-गाते हुए यमुना के मीमारपुर घाट पर पहुंचे थे। इस दौरान सुंदर सांवरी के सुनील और उनका बेटा कार्तिक व भतीजा दीपक भी श्रद्धालुओं के साथ मिलकर मूर्ति का विसर्जन करने के लिए यमुना के अंदर चले गए।

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    अलग-अलग जिलों में हुए हादसों में 10 लोगों की मौत हुई है।

    सोनीपत, जागरण डिजिटल डेस्क। हरियाणा के अलग-अलग जिलों में हुए हादसों में 10 लोगों की मौत हो गई। इन हादसों में मारे गए लोगों में कुछ भगवान गणेश की मूर्ति विसर्जन की खुशियों में शामिल हुए थे तो कुछ शामिल होकर घर लौट रहे थे। हरियाणा के तीन जिलों में सोनीपत, कुरुक्षेत्र और महेन्द्रगढ़ में ये हादसे में हुए हैं। सोनीपत और महेन्द्रगढ़ में मूर्ति विसर्जन के दौरान यमुना में डूबने से तीन और नहर में डूबने से चार लोगों की मौत हो गई। वहीं, कुरुक्षेत्र में मूर्ति विसर्जन के बाद घर लौट रहे एक परिवार की बाइक को ट्रक ने टक्कर मार दी। इस हादसे में पिता-पुत्र व पुत्री समेत तीन लोगों की मौत हुई है।

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    सोनीपत में यमुना में पिता-पुत्र सहित चार डूबे, दो के शव बरामद

    जानकारी के मुताबिक, भगवान गणेश की मूर्तियों के विसर्जन के दौरान चार श्रद्धालु यमुना के मीरानपुर और बेगा घाट पर डूब गए। मीमारपुर घाट पर पिता-पुत्र सहित परिवार के तीन श्रद्धालु डूब गए, जिनमें से दो के शव बरामद कर लिए गए हैं। वहीं, बेगा घाट पर एक श्रद्धालु की डूबने से मौत हो गई। हादसे के दौरान घाट पर लोगों की भीड़ थी। श्रद्धालुओं, गोताखोरों और पुलिस की कड़ी मशक्कत के बावजूद डूबने वालों को नहीं बचाया जा सका।

    बताया गया कि भगवान गणेश की मूर्तियों का विसर्जन करने के लिए श्रद्धालु नाचते-गाते हुए यमुना के मीमारपुर घाट पर पहुंचे थे। इन दिनों यमुना में जलस्तर ज्यादा होने के साथ ही बहाव भी तेज है। इस दौरान सुंदर सांवरी के सुनील और उनका बेटा कार्तिक व भतीजा दीपक भी श्रद्धालुओं के साथ मिलकर मूर्ति का विसर्जन करने के लिए यमुना के अंदर चले गए।

    जैसे ही वे मूर्ति का विसर्जन करने लगे, वे यमुना के तेज बहाव में बह गए। वहां पर मौजूद श्रद्धालुओं ने उन्हें बचाने का प्रयास भी किया, लेकिन बहाव अधिक होने से वह कामयाब नहीं हो सके। सूचना के बाद मुरथल थाना से टीम और गोताखोर घाट पर पहुंच गए और तलाश शुरू की। कड़ी मशक्कत के बाद गोताखोरों ने सुनील और उनके भतीजे का शव निकाल लिया गया। वहीं, देर शाम तक सुनील के बेटे कार्तिक की तलाश जारी थी। कार्तिक परिवार में पांच बहनों का इकलौता भाई है।

    बेगा घाट पर डूबा रेहड़ा बस्ती का सुमित 

    वहीं, गन्नौर के रेहड़ा बस्ती के रहने वाले सुमित अपने स्वजन व पड़ोसियों के साथ गणेश प्रतिमा का विसर्जन करने के लिए बेगा घाट पर गया था।। प्रतिमा विसर्जन के लिए वह छह सहयोगी युवकों के साथ यमुना नदी में अंदर घुसा, लेकिन सभी युवक नदी में डूबने लगे। 

    मौके पर मौजूद नाव चालक ने किसी तरह डूब रहे छह युवकों को बचा लिया, लेकिन सुमित का कहीं पता नहीं चला। सूचना मिलने पर थाना गन्नौर पुलिस मौके पर पहुंची और गोताखोर की मदद से देर शाम घाट के पास से ही सुमित का शव बरामद किया। स्वजन ने बताया कि तीन महीने पहले ही सुमित का विवाह हुआ था।

    महेन्द्रगढ़ में नहर में डूबने से 4 लोगों की मौत, 4 की हालत गंभीर

    महेंद्रगढ़ जिले में शुक्रवार शाम करीब साढ़े सात बजे गणेश प्रतिमा का विसर्जन करने गए आठ श्रद्धालु अचानक नहर में डूब गए। आसपास के लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद सभी को नहर से बाहर निकाला। नहर में डूबे 8 लोगों में से चार की मौत हो चुकी थी और 4 लोगों की हालत गंभीर हो गई थी, जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

    जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार शाम को महेंद्रगढ़ के ढाणी मोहल्ला के सैकड़ों श्रद्धालु गणेश उत्सव मनाते हुए मूर्ति विसर्जन के लिए नहर पर गए थे। झगड़ोली के पास नहर में जैसे ही मूर्ति का विसर्जन करने लगे तो अचानक हादसा हो गया और एक के बाद एक कई लोग नहर में गिर गए।

    पानी का बहाव अधिक होने की वजह से वे तैर नहीं सके। हालांकि मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत बचाव के लिए नहर में रस्सियां फेंकनी शुरू कर दीं। चार व्यक्तियों को बड़ी मुश्किल से निकाला जा सका। तैराकों की मदद से चार अन्य व्यक्तियों को निकाला गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।

    कुरुक्षेत्र में विसर्जन से लौट रहा परिवार हादसे का शिकार

    उक्त दोनों हादसों से पहले कुरुक्षेत्र में एक सड़क हादसा हुआ, जिसमें पिता, पुत्र और बेटी की मौत हुई है। यह परिवार गणेश मूर्ति विसर्जन के बाद हंसी-खुशी घर लौट रहा था। तीनों बाइक पर सवार थे। वे जैसे ही शाहाबाद-पिपली जीटी रोड पर गांव शरीफगढ़ पुल के पास पहुंचे तो एक ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी।

    हादसे में तीनों की मौके पर मौत हो गई। मृतकों की पहचान जसविन्द्र सिंह 44 वर्ष, समर 12 वर्ष और तान्या 7 वर्ष निवासी गांव धंतौड़ी शाहाबाद के रूप में हुई है। पुलिस ने मृतक जसविन्द्र के भाई नरदेव सिंह की शिकायत पर ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।