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    25 हजार छात्रों के लिए बुरी खबर! शिक्षा विभाग ने लिया बड़ा फैसला, सुविधा पर लगाई रोक

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek Tiwari
    Updated: Wed, 28 May 2025 03:12 PM (IST)

    शिक्षा विभाग ने छात्रों के निशुल्क डाटा उपयोग पर रोक लगाई है। ई-अधिगम योजना के तहत दिए गए टैबलेट के मुफ्त डेटा नहीं मिलेगा। अब छात्रों को स्कूल या अपने डेटा का उपयोग करना होगा। यह फैसला छात्रों द्वारा शैक्षणिक गतिविधियों से इतर डेटा के इस्तेमाल को देखते हुए लिया गया है। विभाग ने शिक्षकों को निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं।

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    डिजिटल युग में विद्यार्थियों को बढ़ेगी परेशानी! (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, सोनीपत। ई-अधिगम योजना के तहत 10वीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को दिए गए टैबलेट चलाने के लिए अब निशुल्क डाटा नहीं मिलेगा। इसको लेकर विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी किए हैं। जिसमें विभाग ने विद्यार्थियों को निशुल्क उपलब्ध करवाए जा रहे डाटा पर अस्थायी तौर पर रोक लगाने का निर्णय लिया है।

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    ऐसे में विद्यार्थियों को इंटरनेट चलाने के लिए स्कूल या खुद के डाटा का प्रयोग करना होगा। आज के डिजिटल युग में राजकीय विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग ने ई-अधिगम के तहत प्रदेश भर के 10वीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को टैबलेट वितरित किए थे।

    नवीन गुलिया, जिला नोडल अधिकारी, सोनीपत। फोटो- जागरण

    रोजाना कितना मिलता था फ्री डाटा? 

    इन टैबलेट के साथ ही सिम भी निशुल्क दिया था। टैबलेट का प्रयोग करने के लिए विद्यार्थियों को रोजाना दो जीबी डाटा भी निशुल्क दिया जा रहा था, ताकि विद्यार्थियों को पढ़ाई में किसी प्रकार की बाधा न आए।

    हालांकि सामने आया है कि अधिकतर विद्यार्थी टैबलेट व निशुल्क डाटा का प्रयोग शैक्षणिक गतिविधियों के अलावा अन्य एप देखने या डाउनलोड करने में प्रयोग कर रहे हैं, जिसे देखते हुए ही शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों को दिए जा रहे निशुल्क डाटा पर बंद करने का निर्णय लिया है।

    रोजाना प्रयोग के दिए थे निर्देश

    शिक्षा विभाग ने सभी शिक्षकों व विद्यार्थियों के लिए टैबलेट स्कूल में लेकर आना अनिवार्य किया था, ताकि विद्यार्थी शिक्षकों की तरफ से दिए गए कार्य को सीख व समझ सके और घर पर जाकर कार्य पूर्ण कर सके।

    सभी प्राचार्यों को इसकी नियमित निगरानी करने के लिए पल डैशबोर्ड का प्रयोग करने के निर्देश दिए थे। जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि विद्यार्थी टैबलेट का प्रयोग केवल पढ़ाई के लिए ही कर रहे हैं या नहीं।

    जिले में 25 हजार विद्यार्थियों को वितरित किए गए थे टैबलेट

    शिक्षा विभाग की तरफ से ई-लर्निंग योजना के तहत जिले के राजकीय स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने वाले 10वीं से 12वीं कक्षा तक के करीब 25 हजार विद्यार्थियों को टैबलेट व सिम वितरित किए गए थे। ई-अधिगम की नोडल अधिकारी एवं जिला गणित विशेषज्ञ नीति ने बताया कि इस वर्ष किसी भी स्कूल से टैबलेट को लेकर कोई डिमांड नहीं है।

    शिक्षा अधिकारियों का कहना है कि निशुल्क डाटा पर अस्थायी तौर पर रोक लगाने का निर्णय डाटा खर्च के विशेषण के आधार किया गया है। जिसके अंतर्गत डाटा शिक्षा विभाग की पल एप्लीकेशन पर कम खर्च हो रहा था, जबकि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अधिक खर्च हो रहा था।

    टैबलेट पर करवाई जाती हैं यह गतिविधियां

    • अध्यापक रोजाना विद्यार्थियों को गृहकार्य व असाइनमेंट भेजते हैं।
    • विद्यार्थी बेहतर तैयारी के लिए दिए गए टेस्ट हल करते हैं।
    • सभी विद्यार्थी टैबलेट पर दिए गए विषय संबंधित वीडियो देखकर उसे समझेंगे और कार्य पूर्ण करते हैं।
    • अध्यापक रोजाना विद्यार्थियों को विषय संबंधित कार्य देंगे और दिए गए कार्य की जांच करते हैं।

    ई-अधिगम योजना के तहत विद्यार्थियों को टैबलेट के साथ दिए गए सिम पर रोजाना दिए जा रहे निशुल्क डाटा पर अस्थायी तौर पर रोक लगाई है। टैबलेट चलाने के लिए विद्यार्थियों को स्कूल का या घर पर खुद का डाटा इस्तेमाल करना होगा।

    - नवीन गुलिया, जिला नोडल अधिकारी, सोनीपत