भ्रूण लिंग जांच के खेल का भंडाफोड़, सोनीपत की टीम ने गाजियाबाद में मारा छापा; परीक्षण कराने वाला दलाल गिरफ्तार
सोनीपत स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गाजियाबाद में भ्रूण लिंग जांच के एक मामले का भंडाफोड़ किया है। टीम ने एक दलाल को गिरफ्तार किया है जबकि अस्पताल संचालिका फरार हो गई। यह कार्रवाई लाल कुआं स्थित शिवा अस्पताल में की गई जहां भ्रूण लिंग जांच की सूचना मिली थी। दलाल ने 16 हजार रुपये में सौदा तय किया था।

जागरण संवाददाता, सोनीपत। स्वास्थ्य विभाग की सख्ती के बावजूद भ्रूण लिंग जांच के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। सोनीपत स्वास्थ्य विभाग की पीएनडीटी टीम ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में छापा मारकर भ्रूण लिंग जांच का भंडाफोड़ किया है। टीम ने कार्रवाई करते हुए एक दलाल को गिरफ्तार किया है, जबकि अस्पताल संचालिका फरार हो गई। टीम ने मामले में गाजियाबाद के वेब सिटी पुलिस थाना में मामला दर्ज कराया है।
सोनीपत पीएनडीटी को सूचना मिली थी कि उतर प्रदेश के जिला गाजियाबाद में लाल कुआं स्थित शिवा अस्पताल में भ्रूण लिंग जांच की जा रही है। सोनीपत सिविल सर्जन डा. ज्योत्सना के मार्गदर्शन में टीम गठित की गई, जिसमें पीएनडीटी अधिकारी डॉ. सुमित कौशिक और डॉ. चितवन शामिल रहे।
टीम ने डिकाय ग्राहक को तैयार किया, जिसने दलाल के साथ 16 हजार रुपये में सौदा तय किया। दलाल ने गाजियाबाद के लाल कुआं के पास बुलाया। टीम गर्भवती महिला को लाल कुआं के पास शिवा अस्पताल लेकर गई, जहां डिकाय को आशा नामक महिला मिली। उसने कमल नामक व्यक्ति को बुलाया और गर्भवती महिला को उसके साथ भेज दिया।
कुछ दूर जाने पर स्कूटी सवार दलाल कमल को शक हो गया और उसने जांच नहीं करवाई और भागने लगा, लेकिन पीएनडीटी टीम ने दलाल कमल को पकड़ लिया। टीम ने उसके पास से 16 हजार रुपये बरामद हुए। कमल के पकड़े जाने पर पता चला कि कमल और शिवा अस्पताल की मालिक आशा रिश्ते में बुआ-भतीजा हैं। शिवा अस्पताल की मालिक आशा पर पहले भी पीएनडीटी एक्ट का मामला दर्ज है।
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