Earthquake: हरियाणा में महसूस किए गए भूकंप के झटके, दहशत में घरों से बाहर निकले लोग
हरियाणा के खरखौदा में बुधवार को भूकंप के झटकों से धरती हिल गई। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.5 मापी गई। भूकंप का केंद्र खरखौदा बताया जा रहा है। अभी तक किसी भी प्रकार की जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है। भूकंप के झटके 12 बजकर 28 मिनट पर महसूस किए गए जो कुछ सेकंड तक जारी रहे। आगे विस्तार से पढ़िए पूरी खबर।

संवाद सहयोगी, खरखौदा। हरियाणा के खरखौदा क्षेत्र में बुधवार को भूकंप के झटकों से धरती हिल गई। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.5 मापी गई। भूकंप का केंद्र खरखौदा बताया जा रहा है। हालांकि, राहत की बात यह है कि अभी तक किसी भी प्रकार की जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
रिएक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.5 दर्ज की गई
बताया गया कि बुधवार दोपहर साढ़े 12 बजे पांच जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिएक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.5 दर्ज की गई। इसका केंद्र खरखौदा के गांव कुंडल गढ़ी के आसपास रहा। इसकी जमीन में गहराई पांच किलोमीटर तक थी, जिसके प्रभाव से सोनीपत, रोहतक, झज्जर, गुरुग्राम और पानीपत में झटके महसूस किए गए।
जोरदार गड़गड़ाहट सुनकर लोग घबरा गए
हालांकि अभी तक किसी प्रकार की जान-माल की हानि की कोई सूचना नहीं है। दोपहर 12 बजकर 27 मिनट पर कुछ सेकेंड तक भूकंप के झटके महसूस किए। इस दौरान जोरदार गड़गड़ाहट सुनकर लोग घबरा गए और घरों से बाहर निकल आए।
कई जगह कार्यालयों में फाल्स सीलिंग हिलने लगी
स्थानीय निवासियों के अनुसार, भूकंप की तीव्रता भले ही कम थी, लेकिन यह घटना अप्रत्याशित थी। कई जगह कार्यालयों में फाल्स सीलिंग हिलने लगी। राजकीय महाविद्यालय नारनौल के मौसम विशेषज्ञ और भूगोलविद प्रोफेसर डा. चंद्रमोहन ने बताया कि भूकंप का केंद्र खरखौदा के पास निजामपुर गढ़ी कुंडल रहा, जो 28.83, अक्षांश और देशांतर 76.96 पर स्थित है।
त्तराखंड में देहरादून तक के आते हैं शहर
उन्होंने बताया कि भूकंप का मुख्य कारण प्लेट टेक्टोनिक्स प्रकिया है। महेंद्रगढ़-देहरादून फाल्ट लाइन पर महेंद्रगढ़ जिले से कुछ हिस्सा रेवाड़ी, झज्झर व रोहतक होते हुए पानीपत और इसके बाद उत्तराखंड में देहरादून तक के शहर आते हैं।
दिल्ली-एनसीआर में पांच फाल्ट लाइन हैं। इनमें महेंद्रगढ़-देहरादून, दिल्ली-मुरादाबाद, दिल्ली-सरगौधा रिज और दिल्ली-हरिद्वार रिज शामिल हैं। इन फाल्ट लाइन में ही जमीन की अंदरुनी प्लेट आपस में टकराती है और हलचल पैदा होती हैं।
2021 में भूकंप की वजह से आ गई थी दरार
महेंद्रगढ़ जिले के खेड़ी गांव में 2021 में भूकंप की वजह से एक किलोमीटर लंबी दरार आ गई थी। इस घटना के बाद वैज्ञानिकों की टीम ने भी मौके का दौरा किया था। वैज्ञानिकों की रिपोर्ट में सामने आया था कि पानी का अत्यधिक दोहन होने की वजह से यह दरार आई थी। महेंद्रगढ़ से देहरादून तक भूकंप के लिए फाल्ट लाइन है।
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