Delhi-Katra Expressway: वैष्णो देवी जाने वाले भक्तों के लिए गुड न्यूज, दिल्ली से महज 6 घंटे में पहुंचेंगे कटड़ा
Delhi Katra Expressway का हरियाणा में 116 किलोमीटर का गोहाना सेक्शन बनकर तैयार है जिस पर वाहन दौड़ रहे हैं। लेकिन अभी पंजाब में काम पूरा नहीं हुआ है। पूरा एक्सप्रेसवे तैयार होने के बाद यह सफर छह घंटे में तय किया जा सकेगा जिससे वैष्णो देवी जाना आसान होगा। गोहाना के लोगों के लिए दिल्ली और पंजाब की यात्रा होगी।

परमजीत सिंह, गोहाना। दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेसवे (Delhi-Katra Expressway) हरियाणा में 116 किलोमीटर लंबाई में बनकर तैयार हो गया है और इस पर वाहन दौड़ रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में भी काम लगभग पूरा हो चुका है, जबकि पंजाब में काम बाकी है।
दिसंबर तक पंजाब में भी काम पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद दिल्ली से कटड़ा तक छह घंटे में सफर तय हो सकेगा। इससे माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए भी सफर सुगम होगा। यह एक्सप्रेसवे सोनीपत के गोहाना के बीच से गुजर रहा है और दो जगह वाहनों के लिए एग्जिट और एंट्री प्वाइंट बनाए गए हैं।
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बहादुरगढ़ के क्षेत्र से गुजरता एक्सप्रेसवे। फोटो- जागरण
पहले क्या था दिल्ली से कटड़ा का रूट?
हरियाणा के हिस्से में काम पूरा होने से दिल्ली और पंजाब तक की पहुंच आसान हो चुकी है। गोहाना के गांव रुखी के निकट से एक्सप्रेसवे पर चढ़ने पर झज्जर में निलौठी में केएमपी पर पहुंचा जा सकता है, जहां से दिल्ली बहुत नजदीक है।
दूसरी तरफ कैथल में पंजाब सीमा के निकट गांव खरक पांडवा तक सफर कर सकते हैं। पहले के रूट से दिल्ली से कटड़ा जाने के लिए जीटी रोड से होते हुए अंबाला से पंजाब में प्रवेश किया जाता है और उसके बाद जम्मू-कश्मीर पहुंचा जाता है। इस रूट पर दिल्ली से कटड़ा की दूरी 727 किलोमीटर है।
पहले लगते थे 12 से 13 घंटे
वाहनों का दबाव अधिक होने से इस रूट से दिल्ली से कटड़ा पहुंचने में 12-13 घंटे तक लाते हैं। भारतमाला परियोजना के तहत अप्रैल 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेसवे की नींव रखी थी। इस एक्सप्रेसवे से दिल्ली से कटड़ा के बीच की दूरी 670 किलोमीटर रहेगी।
एक्सप्रेसवे हरियाणा में जसौर खेड़ी से शुरू होगा और जम्मू तक जाएगा। हरियाणा के हिस्से में एक्सप्रेसवे 116 किलोमीटर लंबा है, जिस पर काम पूरा हो चुका है। सोनीपत जिले के गोहाना से एक्सप्रेसवे लगभग 26 किलोमीटर लंबे क्षेत्र से गुजरता है।
हरियाणा से दिल्ली और पंजाब का सफर हुआ आसान
हरियाणा में एक्सप्रेसवे का काम पूरा होने से पूरे सोनीपत जिले के लोगों के लिए दिल्ली व पंजाब तक पहुंच आसान हो चुकी है। पहले गोहाना के लोग सोनीपत या रोहतक होकर दिल्ली जाते रहे हैं। गोहाना से सोनीपत होकर दिल्ली पहुंचने में लगभग 85 किलोमीटर का सफर करना पड़ता है, जिसमें लगभग ढाई घंटे लगते हैं। गोहाना से रोहतक होकर दिल्ली जाने के लिए लगभग 105 किलोमीटर का सफर करना पड़ता है, जिसमें लगभग तीन घंटे तक जाते हैं।
दूसरी तरफ गोहाना के लोगों को कैथल की तरफ पंजाब की सीमा तक पहुंचने के लिए पहले जींद और उसके बाद कैथल जाना पड़ता था, जिससे लगभग ढाई से तीन घंटे तक जाते हैं। दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेसवे से गोहाना के लोगों के लिए दिल्ली व कैथल में हरियाणा-पंजाब सीमा तक पहुंच आसान हो चुकी।
गंगाना के पास बने एग्जिट और एंट्री प्वाइंट
गोहाना क्षेत्र में एक्सप्रेसवे पर रोहतक-पानीपत 709 हाईवे स्थित गांव रुखी और गोहाना-जींद 352 ए पर गांव गंगाना के निकट एग्जिट और एंट्री प्वाइंट बनाए गए हैं। दिल्ली जाने के लिए रुखी से एक्सप्रेसवे पर चढ़ने के बाद 34 किलोमीटर का सफर तय करके वाहन झज्जर में निलौठी गांव पहुंचा जा सकता है। वहां से केएमपी होकर दिल्ली के टिकरी बार्डर पर पहुंच जाते हैं।
इससे दिल्ली के साथ हरियाणा के पलवल, मानेसर और अन्य जिलों तक पहुंच आसान हो चुकी है। दूसरी तरफ पंजाब जाने के लिए रुखी के निकट से या गोहाना-जींद हाईवे पर गंगाना के निकट से एक्सप्रेस-वे पर चढ़ा जा सकेगा। यहां से जींद होकर कैथल में पंजाब सीमा के निकट खरक पांडवा गांव तक पहुंचा जा सकता है।
खरक पांडवा तक जाने के लिए गंगाना के निकट से एक्सप्रेसवे पर चढ़ने पर 58 किलोमीटर और रुखी के निकट से चढ़ने पर 84 किलोमीटर का सफर तय करते हैं। गोहाना से दिल्ली या पंजाब सीमा तक जाने में लगभग एक घंटा लगता है। पंजाब में काम पूरा होने के बाद दिल्ली से कटड़ा तक छह घंटे में सफर तय होगा।
हरियाणा में एक्सप्रेसवे की स्थिति
खंड लंबाई (किलोमीटर में)
- निलौठी (झज्जर)-रूखी (सोनीपत)
-- 34रुखी (सोनीपत)-गंगाना (सोनीपत)-- 26.8 - गंगाना (सोनीपत)-अलेवा (जींद)
-- 30.6 - अलेवा (जींद)-खरक पांडवा (कैथल)
-- 28.8
120 किमी की गति से वाहन भर रहे फर्राटा
एक्सप्रेसवे पर गति सीमा 120 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित की जा रही है। पूरे एक्सप्रेसवे की लंबाई लगभग 670 किलोमीटर होगी, जिससे दिल्ली से कटडा लगभग छह घंटे में पहुंचा जा सकेगा।
57 किलोमीटर की दूरी होगी कम
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा-एक्सप्रेसवे लगभग 670 किलोमीटर लंबा तैयार कराया जा रहा है। फिलहाल पुराने रूट पर दिल्ली से कटड़ा तक दूरी 727 किलोमीटर है।
एक्सप्रेसवे बनने के बाद 57 किलोमीटर की दूरी कम होगी और दिल्ली से कटड़ा तक सफर बहुत आसान हो जाएगा। यह एक्सप्रेसवे तैयार होने पर जीटी रोड पर भी वाहनों का दबाव कम हो जाएगा।
दोपहिया वाहन और ऑटो के चलने पर रोक
एक्सप्रेसवे पर दो पहिया वाहन, ऑटो और ट्रैक्टर नहीं चल सकेंगे। एक्सप्रेसवे पर गति अधिक होने के चलते इन वाहनों के चलाने पर प्रतिबंध रहेगा। इससे दूसरे वाहन फर्राटा भर सकेंगे और हादसों की संभावना कम रहेगी।
गोहाना की तरफ बढ़ने लगा उद्योपतियों का रुख
हरियाणा में एक्सप्रेसवे शुरू होने से सोनीपत के गोहाना में उद्योगपतियों का रुख बढ़ने लगा है।रोहतक, झज्जर व सोनीपत में जमीन के भाव बहुत अधिक हैं। फास्ट कनेक्टिविटी और जमीन ठीक भाव पर मिलने पर उद्योगपतियों का गोहाना की तरफ रुख बढ़ रहा है।
गोहाना-पानीपत मार्ग पर जगह-जगह बड़ी औद्योगिक इकाइयां स्थापित हो चुकी हैं। इससे जिले की अर्थव्यवस्था बहुत हो रही है और युवाओं के लिए रोजगार के रास्ते खुल रहे हैं। सोनीपत हाईवे के साथ भी जगह-जगह फैक्ट्रियां लगने लगी हैं।
प्रोजेक्ट पर एक नजर
- दिसंबर 2017 में एनएचएआइ ने डीपीआर तैयार करने को सलाहकार नियुक्त किए
- नवंबर 2019 में डीपीआर पूरी
- 2020 में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू
- 2022 के शुरुआत में प्रधानमंत्री ने आधारशिला रखी
- हरियाणा में काम पूरा हुआ
- जम्मू और कश्मीर पैकेज में भी अधिकतर काम हो चुका
- पंजाब में भी काम चला हुआ है
प्रोजेक्ट की विशेषताएं
- एक्सप्रेसवे पर केवल हल्के मोटर वाहनों और भारी मोटर वाहनों को ही अनुमति है
- एक्सप्रेसवे पर हरियाणा में गति सीमा 120 किलोमीटर प्रतिघंटा है
- हल्के मोटर वाहनों के लिए गति सीमा 120 किमीमीटर प्रतिघंटा है और भारी वाहनों के लिए यह 80 किलोमीटर प्रति घंटा तय की गई है
- एक्सप्रेसवे में चार लेन हैं, जिसे भविष्य में आठ लेन तक विस्तार दिया जा सकता है
- सुरक्षा के लिए दोनों तरफ रेलिंग लगाई गई
- ऐसी व्यवस्था की गई जिससे जानवर एक्सप्रेसवे पर न आ सके।
- डिवाइडर पर पौधे लगाए गए हैं और उनकी सिंचाई की व्यवस्था होगी
हरियाणा में इन जिलों से गुजरता है एक्सप्रेसवे
झज्जर जिला - केएमपी एक्सप्रेसवे स्थित बहादुरगढ़ के निलौठी गांव से शुरू होगा दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्स्रपेसवे
रोहतक जिला - हसनगढ़ में एनएच334B पर सांपला - खरखौदा के बीच में
सोनीपत जिला
- एनएच-709 पर रोहतक-गोहाना के बीच गांव रुखी के पास
- लाखनमाजरा और गोहाना के बीच में
- जींद-गोहाना के बीच में गांव गंगाना के निकट
जींद जिला
- जींद शहर के पूर्व में
- जींद से 18 किमी पूर्व में पिल्ल खेड़ा के पास एसएच-14 जींद-पानीपत के साथ इंटरचेंज
- जींद- सफीदों के बीच ट्रांस-हरियाणा एक्सप्रेसवे के साथ इंटरचेंज ।
- अलेवा , जींद में जींद- असंध के बीच में
कैथल जिला
- कलायत एनएच-152 पर नरवाना - कैथल के बीच ।
- हरियाणा एसएच-8 कैथल- खनौरी राज्य राजमार्ग पर बारटा हरियाणा से बाहर निकलते हुए पंजाब में प्रवेश करेगा।
पंजाब में इन जगह से गुजरेगा एक्सप्रेसवे
पंजाब के पटियाला, संगरूर, लुधियाना, जालंधर, तरनतारन, अमृतसर, पठानकोट से आगे जम्मू में जाएगा। एक्सप्रेसवे की लंबाई सबसे अधिक पंजाब में होगी।
महम रोड पर एंट्री व एग्जिट बनाने की मांग
बरोदा हलके से कांग्रेस विधायक इंदुराज नरवाल एक्सप्रेसवे से गोहाना-महम स्टेट हाईवे और गोहाना-जुलाना रोड पर एंट्री व एग्जिट बनाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन एनएचएआइ ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया है।
वे एग्जिट व एंट्री न बनाने की स्थिति में एक्सप्रेसवे के साथ दोनों तरफ सर्विस रोड बनाने की मांग कर चुके हैं। नरवाल का कहना है कि महम रोड को अगर एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाता है तो भिवानी, महम, लाखनमाजरा समेत आसपास के क्षेत्र के लोगों को फायदा मिलेगा और यहां भी उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।

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