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    Rahul Gandhi in Sonipat: राहुल ने गरीब परिवार के घर किया लंच, गोहाना में खाई जलेबी; बहन प्रियंका को भी कराई पैक

    Updated: Tue, 01 Oct 2024 10:53 PM (IST)

    Rahul Gandhi News हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Election 2024) को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी रोड शो कर रहे हैं। आज पह सोनीपत पहुंचे जहां उन्होंने चार विधानसभा क्षेत्रों में 70 किमी रोड शो किया। बाड़सवारी गांव में उन्होंने खाना खाया। इसके बाद वे गोहाना पहुंचे और मंच पर राहुल गांधी ने मातूराम हलवाई की जलेबी का स्वाद चखा।

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    बड़वासनी गांव में खाना खाते राहुल गांधी।

    यजुवेंद्र मेहरा, सोनीपत। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मंगलवार को खरखौदा, सोनीपत, गन्नौर और गोहाना विधानसभा क्षेत्रों में करीब 70 किमी रोड शो किया। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी का जगह-जगह पर जोरदार स्वागत किया।

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    सोनीपत में जनसभा करने के बाद राहुल बड़वासनी गांव पहुंचे और वहां पर गरीब परिवार के घर पहुंच गए। वहां पर उन्होंने चूल्हे पर बने देसी खाना खाया। इसके बाद वे गोहाना पहुंचे और मंच पर राहुल गांधी ने मातूराम हलवाई की जलेबी का स्वाद चखा।

    राहुल गांधी ने लगाए थे धान

    गांव मदीना में राहुल गांधी ने 15 महीने ट्रैक्टर चलाकर खेत तैयार करने के बाद धान लगाए थे, किसान संजय ने उन्हें फसल भेंट की। राहुल ने गोहाना में मातूराम की दुकान के बाहर फायरिंग और दो करोड़ की फिरौती मांगने की घटना को बताते हुए प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए।

    लोगों को देखने के लिए लगी भीड़

    राहुल को देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही। जिले में दोपहर 12 बजे प्रवेश करने के बाद सोहटी, कुंडल, सैदपुर से होते हुए राहुल खरखौदा में दिल्ली बाइपास पर पहुंचे, जहां पर कार्यकर्ताओं ने उनका काफिला रुकवा लिया। कार्यकर्ताओं ने बड़ी फूलमाला के साथ स्वागत किया।

    रोड शो करते हुए पहुंचे गांव

    इसके बाद राहुल गांधी ने सोनीपत शहर में रोड शो करते हुए गन्नौर के गांवों में से होते हुए गांव बड़वासनी पहुंचे। वहां पर उन्होंने डिंपी, कर्मबीर और मनीष के घर पहुंचे और खाना खाया। परिवार की महिलाओं ने राहुल के लिए चूल्हे पर दाल, सूखी सब्जी, रोटियां बनाई। उनके लिए चटनी और लस्सी भी परोसी गई।

    महिलाओं ने सुरक्षा का मुद्दा उठाया

    वहां पर महिलाओं ने राहुल के सामने सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया। परिवार के बच्चों ने ओलिंपियन बजरंग पूनिया से कुश्ती के दांव भी सीखे। इसके बाद राहुल गोहाना पहुंचे। जहां पर 15 महीने पहले बरोदा विधानसभा क्षेत्र के मदीना गांव में किसानों के साथ धान की फसल लगाई थी।

    जनसभा में किसानों ने गांधी को धान भेंट किया और बोले ये आपकी मेहनत का फल है। इसके बाद दीपेंद्र हुड्डा ने राहुल को गोहाना की मशहूर मातूराम की जलेबी खिलाई।

    गन्नौर के तीन गांवों से गुजरे

    सोनीपत में राहुल गांधी दोपहर बाद करीब एक बजे पहुंचे। कालूपुर चुंगी पर ग्रामीणों ने उनका स्वागत किया। जहां से सेक्टर-15 में पहुंचे। जहां पर उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। जनसभा में विनोद धनखड़ ने राहुल गांधी को गदा भेंट करके स्वागत किया। इसके बाद राहुल गांधी ने शहर में रोड शो किया। सेक्टर-14, गांधी चौक, बाबा-तराना रोड, मामा-भांजा चौक, गीता भवन चौक, तिरंगा चौक और गोहाना रोड पर कार्यकर्ताओं ने फूलों की वर्षा कर स्वागत किया।

    राहुल गांधी गाड़ी की अगली सीट पर बैठे हुए थे। उन्होंने गाड़ी के अंदर से ही हाथ हिलाकर कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया। सोनीपत के बाद राहुल गांधी जाहरी, सांदल कलां, किलोहड़द गांव से हुए गोहाना में पहुंचे। जहां पर नई सब्जी मंडी में जनसभा को संबोधित किया।

    मामा-भांजा चौक पर रस्सा लगाकर किया ट्रैफिक नियंत्रित

    रोड शो के दौरान शहर की ट्रैफिक व्यवस्था संभालने के लिए 200 से अधिक ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को लगाया गया था। जाम लगने के सभी प्वाइंटों पर पुलिस कर्मियों नियुक्त किया था। मामा भांजा चौक पर सबसे अधिक जाम लगता है। जैसे ही राहुल का काफिला वहां से गुजरा, बहालगढ़ रोड के ट्रैफिक को मामा भांजा चौक पर ही रोक दिया गया। इसके लिए पुलिस कर्मियों ने रस्सा बांध दिया गया। जिससे राहुल का काफिला बिना रूके ही गुजर सके।

    ढोल बजाते और नारे लगाते हुए जनसभा में पहुंचे समर्थक

    सेक्टर-15 में आयोजित जनसभा में कार्यकर्ता उत्साह के साथ राहुल गांधी को सुनने के लिए पहुंचे। कार्यकर्ता ट्रैक्टर पर ढोल बजाते और नारे लगाते हुए जनसभा स्थल पर पहुंचे। जनसभा में कार्यकर्ता नाचते हुए पहुंचे। जनसभा में कार्यकर्ताओं में उत्साह देखने को मिला। कार्यकर्ता बार-बार राहुल गांधी के भाषण पर तालियां बजाते रहे। राहुल गांधी ने फनी फेस बनाकर भाजपा और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा।

    राहुल गांधी खरखौदा के मतदाताओं को पहुंचे साधने

    राहुल गांधी ने बहादुरगढ़ से खरखौदा की सीमा में प्रवेश किया। राहुल के साथ प्रदेश अध्यक्ष उदयभान, सांसद दीपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस प्रत्याशी जयवीर सिंह मौजूद रहे। सैदपुर इलाके में जब राहुल गांधी ने सवाल किया कि जयवीर को जिता दोगे ना?" तो जवाब में भीड़ ने जोरदार आवाज में समर्थन दिया।

    यहां पर भीड़ राहुल गांधी से हाथ मिलाने और एक झलक पाने के लिए आतुर दिखे। इसके बाद राहुल गांधी का काफिला जब शहर की तरफ बढ़ गया। लोग 'राहुल-राहुल' के नारे लगाते रहे और कई जगहों पर फूलों की वर्षा की गई।

    मोदी गोहाना से रेल कोच फैक्ट्री वाराणसी लेकर गए, भूलना मत: राहुल

    राहुल गांधी ने गोहाना की नई सब्जी मंडी में विजय संकल्प रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के समय गोहाना में रेल कोच फैक्ट्री मंजूर की गई थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उस फैक्ट्री को गोहाना से वाराणसी शिफ्ट कर दिया। आप लोग इसे भूलना मत।

    अगर यहां पर फैक्ट्री लगती तो हजारों लोगों को रोजगार मिलता। आपसे रोजगार छीना गया है। गांधी ने कांग्रेस से गोहाना हलका के प्रत्याशी जगबीर सिंह मलिक और बरोदा हलका के प्रत्याशी इंदुराज का जीता कर विधानसभा भेजने का आह्वान किया।

    प्रियंका गांधी के लिए भी ले गए मातूराम की जलेबी

    राहुल गांधी ने रैली में गोहाना की प्रसिद्ध मातूराम की जलेबी का स्वाद चखा। उन्होंने कहा कि उनकी बहन प्रियंका गांधी को मिठाई में जलेबी पसंद है लेकिन उनको दूसरी मिठाई। उन्होंने कहा कि आज गोहाना में उन्होंने अपने जीवन की सबसे अच्छी जलेबी खाई। उन्होंने मोबाइल पर बहन प्रियंका को मैसेज भी भेजा और कहा कि वे तुम्हारे लिए गोहाना की जलेबी लेकर आएंगे। बाद में जलेबी मंगवाई और अपने साथ लेकर गए।

    उन्होंने मातूराम की जलेबी से रोजगार के रास्ते खोलने का सपना भी दिखाया। गांधी ने कहा कि मातूराम ने अपने हुनर व मेहनत से अच्छी जलेबी बनाकर पहचान बनाई। गोहाना में काम करने से लगभग 100 लोगों को रोजगार मिला। यह जलेबी पूरे हिंदुस्तान के साथ अमेरिका व जापान तक जानी चाहिए। ऐसा होने पर 50 हजार लोगों को रोजगार मिल सकता है। इसके साथ राहुल ने कहा कि भाजपा ऐसा कभी नहीं चाहिए।

    जिस तरह से महाभारत में अभिमन्यु के खिलाफ चक्रव्यूह रचा गया। उसी तरह से मातूराम व छोटे व्यपारियों के खिलाफ भी रचा जारहा। इनको अपने कारोबार का विस्तार करने के लिए बड़े उद्योगपतियों की तरह सहायता नहीं मिलेगी। मातूराम जैसे हजारों व्यापारियों से बदमाश फिरौती मांगकर उनको डराने का काम करते हैं। मातूराम से भी दो करोड़ की रंगदारी मांगी गई।