सोनीपत के पंपों पर CNG खत्म, परेशान होकर वापस लौट रहे हजारों वाहन चालक
बागपत में यमुना नदी से गुजर रही पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने से सोनीपत के CNG स्टेशनों पर CNG की आपूर्ति बाधित हो गई है जिससे हजारों वाहन चालक परेशान हैं। गेल गैस कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि यमुना में जलस्तर बढ़ने से मरम्मत कार्य में देरी हो रही है। कंपनी जल्द ही आपूर्ति बहाल करने का प्रयास कर रही है।
जागरण संवाददाता, सोनीपत। सोनीपत जिले के सीएनजी स्टेशनों पर सीएनजी खत्म होने से हजारों वाहन चालकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। स्टेशन पर सीएनजी लेने के लिए मंगलवार को भी वाहन चालक पहुंचते रहे, लेकिन पंप बंद रहने ने उन्हें खाली हाथ ही वापस लौटना पड़ा।
अधिकारियों का कहना है कि सीएनजी आपूर्ति कब बहाल होगी, इस बारे में अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। ऐसे में वाहन चालकों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं, सबसे ज्यादा परेशानी कामर्शियल वाहन चालकों को झेलनी पड़ रही है।
जिले में गेल गैस कंपनी के 28 सीएनजी स्टेशन संचालित किए जा रहे हैं, जिन पर कंपनी की गौना-बवाना पाइप लाइन से सीएनजी की आपूर्ति दी जा रही है। 16 अगस्त को उत्तर प्रदेश के बागपत के पास यमुना से गुजर रही पाइपलाइन पानी के तेज बहाव से क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिसके बाद जिले के सीएनजी स्टेशनों पर आपूर्ति बाधित हो गई थी।
मंगलवार को सेक्टर-7 स्थित सीएनजी स्टेशन पर ही आपूर्ति दी जा रही थी, हालांकि यहां पर भी प्रेशर 60 तक ही रहा। ऐसे में पंप के बाहर वाहनों की लाइन लगी रही। हालांकि दोपहर बाद यह पंप भी बंद हो गया। जिले के पंपों पर सीएनजी नहीं मिलने से हजारों वाहन चालकों को परेशानी झेलनी पड़ी।
गेल गैस कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि यमुना का जलस्तर बढ़ने से पाइपलाइन मरम्मत कार्य में दिक्कत आ रही है। स्थिति सामान्य होने में कुछ दिन लग सकते हैं। हालांकि जिले में कई पंप ऑफलाइन थे, जो चलते मिले हैं।
नंबर गेम :
- 24 हजार से अधिक है सीएनजी वाहन पंजीकृत हैं जिले में
- 28 सीएनजी स्टेशन जिले में संचालित कर रही है गेल गैस कंपनी
- 02 दिन से पंपों प सीएनजी नहीं मिलने से वाहन चालक परेशान
जिले में 24 हजार वाहन पंजीकरण
जिले में 24 हजार से अधिक सीएनजी वाहन पंजीकृत हैं। अचानक आपूर्ति बंद होने से निजी वाहन चालक पेट्रोल पर निर्भर हो गए। कई वाहन चालकों ने मंगलवार को पेट्रोल डलवाकर अपना काम चलाया। दूसरी तरफ कैंटर व ट्रक जैसे भारी कमर्शियल वाहनों के पहिए थमे रहे।
सीएनजी संकट ने जिले के परिवहन व्यवस्था से लेकर उद्योगों तक असर डालना शुरू कर दिया है। इससे माल ढुलाई का काम भी प्रभावित हुआ है। जिसका असर उद्योगों से कच्चा व तैयार माल लाने व ले जाने के काम पर भी पड़ा है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि यमुना का जलस्तर कब घटता है और पाइपलाइन मरम्मत कार्य कब तक पूरा होता है। तब तक वाहन चालकों और उद्योगों की मुश्किलें बरकरार रहेंगी।
पेट्रोल और डीजल के दाम पहले से ही बढ़े हुए हैं। अब सीएनजी आपूर्ति बंद होने से अतिरिक्त बोझ झेलना पड़ेगा। ऐसे में रोजाना के सफर पर अब दोगुना खर्च करना पड़ेगा।
जीत सिंह, आईटीआई चौक
क्षेत्र में पंपों पर दोपहर को सीएनजी खत्म हो गई। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। मैं भी सोनीपत से वापस लौट रहा था। पंपों पर गया तो बताया गया कि पाइप लाइन लीक होने से सीएनजी की सप्लाई नहीं आ रही है। दोपहर लगभग एक बजे पंपों पर सीएनजी खत्म हो गई, जिससे गाड़ी में पेट्रोल डलवाना पड़ा।
रविंद्र मोर, गांव बरोदा
सीएनजी पाइपलाइन बागपत के पास यमुना नदी से गुजर रही है। भारी वर्षा के चलते नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिससे पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई। तकनीकी टीम लगातार मरम्मत कार्य में जुटी है, लेकिन पानी का स्तर सामान्य होने तक कार्य में विलंब होगा। उपभोक्ताओं से अपील की कि वे धैर्य बनाए रखें। कंपनी जल्द आपूर्ति बहाल करने का प्रयास कर रही है।
राज सिंह दहिया, राष्ट्रीय अध्यक्ष, गेल गैस सीएनजी स्टेशंस
यमुना से गुजर रही गेल गैस कंपनी की पाइपलाइन पानी के तेज बहाव से क्षतिग्रस्त हो गई थी। यमुना में जलस्तर अधिक होने के कारण मरम्मत कार्य प्रभावित है। उपभोक्ताओं को जल्द राहत देने के लिए दूसरे विकल्पों की भी तलाश की जा रही है।
दीपचंद, जीएम, गेल गैस, नोएडा
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