KMP एक्सप्रेसवे पर कोहरे का कहर: कुंडली-खरखौदा के बीच आपस में भिड़े 26 वाहन, 30 से ज्यादा लोग घायल
हरियाणा के सोनीपत में कुंडली-खरखौदा के बीच केएमपी एक्सप्रेसवे पर कोहरे के कारण 26 वाहन आपस में टकरा गए। इस दुर्घटना में 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए। घ ...और पढ़ें

केएमपी पर कोहरे के कारण भिड़े वाहन। जागरण
संवाद सहयोगी, राई (सोनीपत)। मौसम के पहले घने कोहरे ने रविवार सुबह केएमपी (कुंडली–मानेसर–पलवल) एक्सप्रेसवे पर कुंडली और खरखौदा के बीच पांच जगह 26 वाहन एक-दूसरे से भिड़ गए। जीरो विजिबिलिटी के कारण हुए हादसों 30 से अधिक लोग घायल हो गए और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
एक वाहन टकराने के बाद पीछे से आ रहे वाहन एक-एक कर आपस में भिड़ते चले गए। पुलिस ने कोहरे के दौरान सावधानियां बरतने की सलाह दी है।
घने कोहरे से नहीं दिख रहे थे वाहन
रविवार सुबह करीब साढ़े सात बजे बागपत की ओर से कुंडली की तरफ आने वाले मार्ग पर टोल बैरियर से लगभग पांच किलोमीटर पहले कोहरा इतना घना था कि कुछ ही फीट की दूरी पर चल रहे वाहन तक दिखाई नहीं दे रहे थे। घने कोहरे के चलते वाहन चालकों को सड़क की स्थिति का अंदाजा नहीं हो पाया और एक्सप्रेसवे पर कुंडली से खरखौदा के बीच पांच जगह पर 26 वाहन भिड़ गए।
इससे अफरातफरी मच गई। दुर्घटना की शुरुआत गाजियाबाद से सपरिवार सोनीपत की ओर जा रहे पाक्सो कोर्ट के सरकारी वकील हरीश माथुर की कार के एक्सप्रेसवे पर खड़े एक ट्रक से टकराने से हुई। कोहरे के कारण ट्रक अचानक सामने आ गया, इससे पहले कि वह संभल पाते, पीछे से आ रही एक अन्य कार उनकी गाड़ी से टकरा गई।
इसके बाद एक ट्रक ने उनकी कार को जोरदार टक्कर मार दी, वहीं कुछ ही देर बाद एक और ट्रक उस ट्रक से जा भिड़ा। इसके बाद थोड़ी-थोड़ी दूर पर चार अन्य जगहों पर हादसे हुए।
एक के बाद एक टकराते गए वाहन
इसके बाद स्थिति और भी बिगड़ गई। पीछे से आ रहे वाहन कोहरे के कारण दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को देख नहीं पाए और एक के बाद एक टकराते चले गए। करीब 15–20 मिनट तक लगातार हादसे होते रहे। इस दौरान चार-पांच कारों के अलावा ट्रक और अन्य भारी वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गए। एक्सप्रेसवे पर चारों तरफ क्षतिग्रस्त वाहन, चीख-पुकार और सायरनों की आवाजें गूंजने लगीं।
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, एंबुलेंस और एक्सप्रेसवे की पेट्रोलिंग टीम मौके पर पहुंची। घायलों को तुरंत सोनीपत के नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया। हरीश माथुर के रिश्तेदार शिवप्रताप सिंह ने बताया कि सड़क पर खड़े ट्रक चालक ने न तो कोई संकेतक नहीं लगाया था और न ही इंडीकेटर या चेतावनी लाइट जलाई गई थी।
इसी लापरवाही के कारण इतना बड़ा हादसा हुआ। माथुर और उनके परिवार के सदस्यों को ज्यादा गंभीर चोटें नहीं आईं। दुर्घटना में घायल हुए कानपुर के अटल चौधरी ने बताया कि कोहरे के कारण सड़क पर खड़े और आपस में भिड़े वाहन बिल्कुल दिखाई नहीं दिए। अचानक सामने आने पर उनकी कार टकरा गई।
उन्हें सिर में चोट आई, हालांकि प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। अन्य घायलों ने भी कोहरे और अव्यवस्था को हादसे का कारण बताया।
श्रद्धालुओं से भरी एक बस भी हुई दुर्घटनाग्रस्त
इसी दौरान हरिद्वार जा रही श्रद्धालुओं से भरी एक बस भी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। कोहरे के कारण हुए बस हादसे में करीब आठ श्रद्धालुओं को मामूली चोटें आईं, जिन्हें नागरिक अस्पताल में उपचार दिया गया। वहीं केएमपी एक्सप्रेसवे पर पिपली टोल प्लाजा के पास एक कैंटर भी आगे चल रहे वाहन से टकरा गया।
टक्कर इतनी तेज थी कि चालक केबिन में फंस गया। क्रेन की मदद से केबिन काटकर चालक को बाहर निकाला गया और बहादुरगढ़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस के अनुसार कोहरे के साथ-साथ तेज रफ्तार भी हादसों का बड़ा कारण बनी।
कई वाहन चालकों ने बताया कि कोहरे के बावजूद वाहन तेज गति से चलाए जा रहे थे। दुर्घटनाग्रस्त कुछ लग्जरी कारों में लगे एयरबैग खुलने से सवार लोगों की जान बच सकी। इससे टक्कर की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
डीसीपी ट्रैफिक नरेंद्र कादियान ने वाहन चालकों से अपील की है कि कोहरे के मौसम में विशेष सावधानी बरतें, गति सीमित रखें, फाग लाइट और इंडीकेटर का सही उपयोग करें तथा सुरक्षित दूरी बनाए रखें, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों से बचा जा सके।


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