बच्चे के व्यक्तित्व से लेकर स्वास्थ्य तक सब कुछ दर्ज... हरियाणा सरकारी स्कूलों में नया बदलाव
हरियाणा के सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों के लिए इस साल होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड जारी किए जाएंगे। निपुण हरियाणा मिशन के तहत, यह कार्ड ...और पढ़ें

हरियाणा के सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों के लिए इस साल होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड जारी किए जाएंगे। जागरण
संदीप कुमार, सोनीपत। हरियाणा के सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 5 तक पढ़ने वाले छात्रों के लिए इस साल के परीक्षा परिणाम बहुत खास होंगे। राज्य सरकार ने निपुण हरियाणा मिशन के तहत बच्चों के मूल्यांकन के तरीके में एक बड़ा बदलाव किया है। अब रेगुलर रिपोर्ट कार्ड के बजाय बच्चों को होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड दिया जाएगा। यह राज्य के सरकारी स्कूलों के लिए पहली बार किया गया एक खास इंतजाम है। शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि परीक्षा परिणाम के समय यह कार्ड माता-पिता को देना अनिवार्य होगा।
होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें न सिर्फ छात्र के एकेडमिक प्रदर्शन बल्कि उसके पूरे व्यक्तित्व की जानकारी भी दर्ज होगी। इसमें बच्चे की जन्मतिथि, पसंद-नापसंद, सामाजिक व्यवहार, स्वास्थ्य जांच और मासिक रिपोर्ट शामिल होंगी। हर छात्र को उसके एकेडमिक और को-करिकुलर प्रदर्शन के आधार पर ग्रेड और रेटिंग दी जाएगी। यह कार्ड बच्चों का 360-डिग्री मूल्यांकन प्रदान करेगा। यह होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड 13 पेज का है। यह कार्ड परिणाम के बाद छात्रों को दिया जाएगा।
'बजट समय पर नहीं मिला'
जहां विभाग इसे एक बड़ी उपलब्धि मान रहा है, वहीं शिक्षक इस सिस्टम से काफी नाखुश हैं। शिक्षकों का कहना है कि ये कार्ड सेशन की शुरुआत में ही मिल जाने चाहिए थे ताकि साल भर की गतिविधियों को साथ-साथ रिकॉर्ड किया जा सके। अब सेशन के आखिर में 11 से 13 पेज का विस्तृत कार्ड भरना उनके लिए एक बड़ी समस्या बन गया है। सोनीपत जिले में 45,046 छात्र हैं, और इतने कम समय में हजारों कार्ड तैयार करना शिक्षकों के लिए एक मुश्किल काम साबित हो रहा है।
देरी का कारण: बजट की कमी और एजेंसी की समस्या
होलिस्टिक कार्ड की छपाई में देरी का मुख्य कारण बजट की कमी थी। शुरुआत में 6 मार्च को कार्ड के लिए बजट जारी किया गया था, लेकिन प्रति कार्ड सिर्फ पांच रुपये आवंटित किए गए थे, जिसके कारण कोई भी प्रिंटिंग एजेंसी काम लेने को तैयार नहीं थी। इसके बाद 16 अक्टूबर को बजट में संशोधन किया गया। नवंबर के पहले सप्ताह में एजेंसी फाइनल हुई, और ये कार्ड आखिरकार दिसंबर में DPC ऑफिस पहुंचे।
- कुल छात्र: 45,046
- कार्ड मिले: 41,072
- कार्ड की मोटाई: 11 से 13 पेज
- पैकेजिंग: 200 कार्ड के बंडल
| जिला | कुल कार्ड |
|---|---|
| अंबाला | 22,035 |
| भिवानी | 24,588 |
| चरखी दादरी | 8,672 |
| फरीदाबाद | 41,545 |
| फतेहाबाद | 30,118 |
| गुरुग्राम | 55,280 |
| हिसार | 38,676 |
| झज्जर | 17,684 |
| जींद | 31,584 |
| कैथल | 28,344 |
| करनाल | 41,815 |
| कुरुक्षेत्र | 23,396 |
| महेंद्रगढ़ | 15,566 |
| नूंह (मेवात) | 125,240 |
| पलवल | 45,119 |
| पंचकूला | 23,418 |
| पानीपत | 40,557 |
| रेवाड़ी | 17,368 |
| रोहतक | 18,133 |
| सिरसा | 42,388 |
| सोनीपत | 41,077 |
| यमुनानगर | 32,015 |
ब्लॉक स्तर पर वितरण शुरू
सोनीपत जिला प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर (DPC) ऑफिस में कार्ड आने के बाद, अब उनका वितरण ब्लॉक स्तर पर शुरू हो गया है। 200 कार्ड के बंडल ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) ऑफिस भेजे जा रहे हैं, जहां से उन्हें संबंधित स्कूलों के इंचार्ज को सौंपा जाएगा। शिक्षकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि परीक्षा परिणाम घोषित होने से पहले सभी कॉलम भर दें।
यह निपुण हरियाणा मिशन के तहत एक महत्वपूर्ण पहल है। समग्र कार्ड बच्चे के सर्वांगीण विकास की निगरानी करने में मदद करेगा। कार्ड सोनीपत पहुंच गए हैं और ब्लॉक स्तर पर वितरित किए जा रहे हैं ताकि उन्हें समय पर माता-पिता को सौंपा जा सके। - मनोज वर्मा, जिला समन्वयक, निपुण हरियाणा।

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