छह माह में बनकर तैयार हो जाएगी रेल कोच फैक्ट्री
एचएसआइआइडीसी बड़ी में निर्माणाधीन रेल कोच फैक्ट्री का निर्माण कार्य आगामी छह में पूरा हो जाएगा। यह काम दिसंबर 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन लाकडाउन के चलते तय समय में यह काम पूरा नहीं हो पाया है।
संवाद सहयोगी, गन्नौर : एचएसआइआइडीसी बड़ी में निर्माणाधीन रेल कोच फैक्ट्री का निर्माण कार्य आगामी छह में पूरा हो जाएगा। यह काम दिसंबर 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन लाकडाउन के चलते तय समय में यह काम पूरा नहीं हो पाया है। रेलवे ने अब डेडलाइन छह माह बढ़ा दी है। उम्मीद है कि इस वर्ष जून तक फैक्ट्री में रेल कोच का नवीनीकरण शुरु हो जाएगा।
रेलवे के अनुसार मुख्य प्लांट क्षेत्र का निर्माण कार्य 70 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। प्लांट का सिविल वर्क लगभग पूरा हो चुका है। अब प्लांट में मशीन स्थापित करने का काम जोरों पर चल रहा है। मशीन स्थापित होने के बाद मुख्य प्लांट क्षेत्र का निर्माण का कार्य पूरा हो जाएगा। वहीं, प्रशासनिक भवन व स्टाफ क्वार्टर निर्माण का कार्य 45 प्रतिशत ही पूरा हो पाया है। अगले छह माह में इस कार्य को भी निपटा लिया जाएगा। इसके बाद प्लांट शुरू हो जाएगा।
434 करोड़ रुपये होंगे खर्च
एचएसआइआइडीसी ने इस फैक्ट्री के लिए रेलवे को 99 साल की लीज पर 161 एकड़ जमीन दी है। रेलवे के लिए हर साल एक हजार रुपये प्रति एकड़ लीज किराया तय किया गया है। इस परियोजना पर करीब 434 करोड़ रुपये की लागत आएगी। फैक्ट्री में हर साल करीब 500 रेल कोच का नवीनीकरण और सजावट होगी, भविष्य में इसे एक हजार तक बढ़ाया जाएगा। इस फैक्ट्री से दिल्ली व आसपास के क्षेत्रों के रेल के डिब्बों को सुधार के लिए दूरदराज के कारखानों में नहीं भेजना पड़ेगा। अक्टूबर 2019 में प्रधानमंत्री ने किया था शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 अक्टूबर 2019 को रोहतक के सांपला में आयोजित एक रैली के दौरान रेल कोच फैक्ट्री का शिलान्यास किया था। इसके बाद सांसद रमेश कौशिक ने 11 जनवरी 2020 को रेलवे के अधिकारियों की उपस्थिति में रेल कोच नवीनीकरण फैक्ट्री का निर्माण कार्य के लिए भूमि पूजन कर फैक्ट्री की आधारशिला रखी। फैक्ट्री निर्माण कार्य पूरा होने का लक्ष्य दिसंबर 2020 रखा गया था, जिसे अब बढ़ाकर जून 2021 कर दिया गया है।