98 प्रतिशत लोगों की हाजिरी में चबूतरे पर चुना प्रधान
दहिया खाप के प्रधान जयपाल दहिया को शनिवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें विधिवत रूप से खाप चबूतरे पर दहिया खाप का प्रधान चुना गया है। करीब 98 प्रतिशत की हाजिरी में उन्हें पगड़ी पहनाई गई है। यदि किसी को विरोध करना था तो पंचायत में आते लेकिन विरोध करने वाले बुलाने पर भी नहीं पहुंचे। ये लोग केवल चूल्हे पर बैठकर ही विरोध कर सकते हैं।

जागरण संवाददाता, सोनीपत: दहिया खाप के प्रधान जयपाल दहिया को शनिवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें विधिवत रूप से खाप चबूतरे पर दहिया खाप का प्रधान चुना गया है। करीब 98 प्रतिशत की हाजिरी में उन्हें पगड़ी पहनाई गई है। यदि किसी को विरोध करना था तो पंचायत में आते, लेकिन विरोध करने वाले बुलाने पर भी नहीं पहुंचे। ये लोग केवल चूल्हे पर बैठकर ही विरोध कर सकते हैं।
एक सवाल के जवाब में जयपाल दहिया ने कहा कि दहिया खाप में कोई खींचतान नहीं है। विवाद समाप्त हो चुका है। वैचारिक रूप से मतभेद हो सकता है। इसे दूर करके खाप एकजुटता के साथ समाज के विकास के लिए कार्य करेगी। उनकी प्राथमिकता आपसी भाईचारा को बनाए रखने की रहेगी। दहिया खाप पहले भी समाज हित में निर्णय लेती रही है और भविष्य में भी समाज हित में निर्णय लेगी। उनके साथ बलबीर सिंह सेहरी, सतगामा प्रधान मास्टर प्रेम सिंह, खांडा बारहा प्रधान अतर सिंह, पूर्व चेयरमैन अनिल झरोठी, देवेंद्र उर्फ सोनी बिधलान आदि उपस्थित रहे।
खेलों को बढ़ावा, नशा व दहेज लेन-देन का विरोध करेगी खाप: जयपाल दहिया ने बताया कि सामाजिक बुराइयों के विरोध में दहिया खाप द्वारा विशेष अभियान चलाया जाएगा। सोनीपत क्षेत्र खेलों का हब रहा है। यहां के खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन किया है। इसलिए खाप द्वारा युवाओं को नशा से दूर रहकर खेलों में बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा महंगी होती जा रही है। बेटियां भी पढ़-लिखकर आगे बढ़ रहे हैं। इसलिए खाप द्वारा दहेज लेन-देन बंद करने के किए अभियान चलाया जाएगा। बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाएगा। क्योंकि शिक्षा से ही देश और समाज का विकास संभव है। दूसरे प्रधान का आरोप, नियमानुसार नहीं बुलाई थी चबूतरे पर पंचायत: दहिया खाप के प्रधान होने का दावा कर रहे सुरेंद्र दहिया का कहना है कि पिछले दिनों दहिया खाप के चबूतरे पर पंचायत नियमानुसार नहीं हुई है। खाप की तरफ पर्ची भी नहीं बांटी गई। सभी को निमंत्रण भी नहीं दिया गया। इनमें वह भी शामिल हैं। बिना बुलाए पंचायत में कैसे जाता। वहीं, पंचायत में बाहर के लोगों को अधिक बुलाया गया है। इसलिए पंचायत में प्रधान चुनने को विधिवत नहीं कहा जा सकता। उनका कहना है कि तीनों तपों की हाजिरी में उन्हें प्रधान चुना गया था।
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