Haryana News: 'दीपेंद्र को टिकट दिलाने के लिए...', JJP नेता अजय चौटाला के बिगड़े बोल, भूपेंद्र हुड्डा के लिए कह डाली ये बातें
हरियाणा में जननायक जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला ने कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को लेकर कई आपत्तिजनक टिप्पणियां की। उन्होंने कहा ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी जागरण, डबवाली (सिरसा)। जननायक जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय चौटाला ने रविवार को चुनाव कार्यालय का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और वहां उनके बोल बिगड़ गए। उन्होंने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा को टिकट दिलाने के लिए पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा को बहुत पापड़ बेलने पड़ेंगे। इसके साथ ही उन्होंने सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को लेकर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की।
हुड्डा को लेकर अजय चौटाला ने की आपत्तिजनक टिप्पणी
जननायक जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला के बिगड़े बोल सामने आए हैं। उन्होंने भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए आपत्तिजनक शब्दों के इस्तेमाल किए। उन्होंने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा को टिकट दिलाने के लिए पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा को बहुत पापड़ बेलने पड़ेंगे। उन्होंने सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को लेकर आपत्तिजनक बयान दिए। इसके आगे कहा कि टिकट के लिए राहुल गांधी के आगे गिड़गिड़ाना पड़ेगा। लोकसभा में पांच सीट जीतने के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा छाती पीट-पीट कर कह रहे हैं कि 70 सीटें जीतकर सरकार बनाएंगे, जबकि हुड्डा को यह पता नहीं कि टिकट मिलेगी या नहीं।
लोकसभा चुनाव परिणाम से मायूस होने की जरूरत नहीं- अजय चौटाला
साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि लोकसभा चुनाव परिणाम से मायूस होने की जरूरत नहीं है। यह चुनाव मोदी वर्सेज एंटी मोदी था। कांग्रेस को बिना मांगे वोट मिले। मोदी की गारंटी को फेल कर दिया। पिछले लोकसभा चुनाव में जजपा-आम आदमी में गठबंधन था। गठबंधन का सूपड़ा साफ हो गया था। वहीं से हम 10 सीटें जीतकर राज में भागीदार बने। प्रजातंत्र में जनता जनार्दन फैसला करती है।
सस्ते में मान गए चाचा आदित्य-दिग्विजय चौटाला
उधर दिग्विजय चौटाला ने कांग्रेस विधायक अमित सिहाग व भाजपा चेयरमैन आदित्य पर शब्द बाण चलाए। दिग्विजय ने कहा कि मेरे चाचा अमित सिहाग ससुराल के विधायक बनकर रह गए हैं। दूसरे चाचा आदित्य बड़ी-बड़ी बात करते हैं। जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में जनता की आवाज बनकर डीसी-एसपी से भिड़े। पता नहीं था कि इतने सस्ते में मान जाएंगे, यह उम्मीद नहीं थी। मुझे लगता था चाचा जी पूरी लड़ाई लड़ेंगे। चेयरमैन की कलम साइन करते ही वही की वही कहानी फिर हो गई।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।