सिरसा महिला थाना ब्लास्ट मामले में अब होगा खुलासा, जांच के लिए एसआईटी गठित
सिरसा में महिला थाने के बाहर हुए विस्फोट के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस इसे ग्रेनेड हमला न मानकर विस्फोटक वस्तु से किया गया हमला मान रही है। मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है और केंद्रीय एजेंसियों से भी जानकारी साझा की जा रही है। पकड़े गए आरोपी नशे के आदी हैं और उनकी उम्र 22 से 25 वर्ष के बीच है।

महिला थाना ब्लास्ट मामले में एसआईटी गठित। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, सिरसा। सिरसा में महिला थाना के बाहर 25 नवंबर को ब्लास्ट की घटना में पुलिस ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार किए है। हालांकि, पुलिस अभी इसे ग्रेनेड अटैक ना मानकर विस्फोटक वस्तु मानकर चल रही है। घटना के दो दिन बाद भी सिरसा पुलिस इसका विदेशी कनेक्शन सिद्ध कर पाई है।
हालांकि, सिरसा पुलिस इस ब्लास्ट के रिपोर्ट पंजाब की कांउटर इंटेलिजेंस टीम और एनआईए सहित अन्य केंद्रीय एजेंसियों से सांझा कर रही है। पंजाब की काउंटर इंटेलिजेंस की टीम वीरवार रात को सिरसा का दौरा कर चुकी है।
वीरवार शाम को सिरसा एसपी दीपक सहारन ने प्रेस वार्ता कि पकड़े गए आरोपितों ने दहशत फैलाने के उद्देश्य से इस कायराना हरकत को अंजाम दिया। घटना की रिपोर्टिंग में देरी की बात को स्वीकारते हुए बताया कि सूत्रों से वीडियो मिलने के बाद संदिग्ध वस्तु महिला थाना के बाहर फेंकने के प्रकरण की जांच शुरू की गई।
सर्वप्रथम पुलिस द्वारा जांच करते हुए मामले की सिविल लाइन थाना में एफआइआर दर्ज की गई। एसपी दीपक सहारन ने कहा कि आरोपितों ने इस तरह की कायराना हरकत कर पुलिस को चैलेंज करने का जो काम किया है उसे इनकी गिरफ्तारी से लेकर अंजाम तक पहुंचाने का काम सिरसा पुलिस बखूबी कर रही है।
एसपी से मीडिया के सवाल जवाब
प्रश्न : महिला थाना के बाहर हुए ब्लास्ट मामले में कितने आरोपित पकड़े गए?
उत्तर : पुलिस ने इस घटना में कुल पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें तीन युवक वे हैं जिन्होंने महिला थाना के बाहर विस्फोटक सामग्री फेंकी और वीडियो बनाया, जबकि दो अन्य उनके साथी हैं जो इस वारदात को अंजाम देने में शामिल थे।
प्रश्न : क्या इस घटना में खालिस्तान लिबरेशन आर्मी या पाकिस्तानी गैंगस्टर्स का हाथ है?
उत्तर : इस गैंग में शामिल सभी लोगों की जांच जारी है। पुलिस के पास आरोपितों के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं और उन्हीं के आधार पर गहनता से जांच की जा रही है। किसी संगठन की संलिप्तता पर अभी स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा गया।
प्रश्न 3 : क्या आरोपितों के खिलाफ पहले से भी कोई मामले दर्ज हैं?
उत्तर : पकड़े गए आरोपितों में चार खारिया गांव के हैं जबकि एक सिरसा का निवासी है। सभी नशे के आदी हैं। इनमें से तीन आरोपितों के खिलाफ मारपीट व लड़ाई-झगड़े के मामले पहले से दर्ज हैं।
प्रश्न : घटना महिला थाना के बाहर हुई, लेकिन पुलिस को देर से जानकारी मिली। क्या पुलिस का सूचना तंत्र कमजोर है?
उत्तर : पुलिस अधीक्षक ने स्वीकार किया कि घटना की जानकारी देरी से मिली, लेकिन जैसे ही विश्वसनीय स्रोतों से वीडियो और सूचना प्राप्त हुई तुरंत जांच शुरू कर दी गई। आरोपितों ने पुलिस को चैलेंज करने का प्रयास किया था, जिसका पुलिस ने फौरन और प्रभावी जवाब देते हुए सभी को गिरफ्तार कर लिया। सुरक्षा व्यवस्था पूर्ण रूप से मुस्तैद है।
प्रश्न : मामले की जांच कौन कर रहा है, सिरसा पुलिस या अन्य एजेंसियां?
उत्तर : ब्लास्ट मामले में एसओपी के तहत सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। केंद्रीय व सुरक्षा एजेंसियों के साथ सूचना साझा की गई है। आईपीएस फैजल खान के नेतृत्व में एसआइटी गठित की गई है, जिसका सुपरविजन वह स्वयं कर रहे हैं।
प्रश्न : पकड़े गए आरोपितों की आयु क्या है और उनकी मानसिकता कैसी पाई गई?
उत्तर : ब्लास्ट मामले में पकड़े गए सभी आरोपितों की उम्र 22 से 25 वर्ष के बीच है और सभी शिक्षित हैं। पूछताछ के दौरान पाया गया कि आरोपितों में राष्ट्र के प्रति कोई सकारात्मक भावना या जिम्मेदारी का भाव नहीं है।
प्रश्न : आरोपितों के खिलाफ कौन-कौन सी धाराएं लगाई गई हैं।
उत्तर : 109 बीएनएस : हत्या का प्रयास
111 बीएनएस : संगठित अपराध
61 बीएनएस : आपराधिक साजिश
एक्सप्लोसिव एक्ट की धारा 3 व 4 : जानलेवा विस्फोटक बनाने अथवा रखने का कृत्य
यूएपीए एक्ट की धारा 18 : आतंकवादी कृत्य

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।