सिरसा में शहर के खाली प्लाट बन रहे डेंगू-मलेरिया मच्छरों के लिए हॉटस्पाट, सर्वे में मिल रहा लार्वा
सिरसा शहर में खाली प्लॉट डेंगू और मलेरिया के खतरे बन गए हैं क्योंकि बारिश के पानी से मच्छरों के लार्वा पनप रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग लगातार सर्वे कर रहा है और दवाओं का छिड़काव कर रहा है। मलेरिया अधिकारी ने नगरपरिषद को प्लाटों में मिट्टी भरवाने या काला तेल छिड़कवाने की सिफारिश की है। विभाग ने प्लाट मालिकों को नोटिस जारी करने का आग्रह किया है।

जागरण संवाददाता, सिरसा। शहर के विभिन्न इलाकों में स्थित खाली प्लॉट इन दिनों डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों के लिए खतरे का कारण बनते जा रहे हैं। इन प्लाटों में बारिश का पानी भरने से मच्छरों के लार्वा तेजी से पनप रहे हैं, जिससे बीमारी फैलने की आशंका बढ़ गई है।
स्वास्थ्य विभाग की टीमें इन क्षेत्रों में लगातार सर्वे कर रही हैं और लार्वा को नष्ट करने के लिए दवाओं का छिड़काव भी किया जा रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी डा. गौरव अधिकारी ने बताया कि कई खाली प्लाटों में जलभराव के कारण हालात चिंताजनक हैं।
उन्होंने नगरपरिषद को पत्र लिखकर इन प्लाटों में मिट्टी भरवाने या काला तेल छिड़कवाने की सिफारिश की है ताकि मच्छरों के प्रजनन को रोका जा सके। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि खाली प्लाटों के मालिक इन जगहों की साफ-सफाई को लेकर लापरवाही बरत रहे हैं, जिससे हालात और गंभीर होते जा रहे हैं। विभाग ने नगरपरिषद से आग्रह किया है कि प्लाट मालिकों को नोटिस जारी किए जाएं और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
हालांकि विभाग द्वारा मौके पर कुछ प्लाट धारकों को नोटिस भी थमाएं गए है परंतु अधिकांश जगह विभागीय कर्मियों को प्लाट मालिक मिल नहीं पाते जिससे उन्हें नोटिस दिए जाने में परेशानी हो रही हैं।
जलभराव में पनप रहा मच्छरों का लार्वा, बीमारी बढ़ने की आशंका बढ़ी, मलेरिया अधिकारी ने नगर
अब तक जिले में डेंगू और मलेरिया के कुल सात मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जिससे आमजन में भय का माहौल है। शहर के प्रीत नगर, मेला ग्राउंड, जगदंबे पेपर मिल एरिया, सिंगीकाट मोहल्ला, गोशाला मोहल्ला, मोहंता गार्डन, आर्य स्कूल क्षेत्र, बाजीगर बस्ती, बेगू रोड, भादरा पार्क, पीर बस्ती, शिव नगर, कीर्तिनगर, भारत नगर, परमार्थ कॉलोनी, हरिविष्णु कॉलोनी, आटो मार्केट, जीटीएम कॉलोनी, फ्रेंड्स कालोनी, खैरपुर, संतनगर, बूटा कॉलोनी में बारिश के पानी से जलभराव और साफ-सफाई की कमी के चलते मच्छरों का लार्वा पनपने से मच्छरजनित बीमारियों का खतरा बना हुआ है।
जिला में अब तक डेंगू के इस सीजन के दौरान 11 मरीज सामने आ चुके हैं जिनमें नौ मरीज उपचार के बाद पूरी तरह ठीक हो चुके हैं जबकि दो उपचाराधीन है। वहीं मलेरिया के नौ मामले मिले हैं जिसमें एक मरीज प्राइवेट संस्थान में उपचाराधीन है।
जिला में पिछले कुछ सालों में मलेरिया-डेंगू की स्थिति वर्ष मलेरिया डेंगू 2015 152, 201 2016, 112 21, 2017 70 164, 2018 47 101, 2019 48 88, 2020 8 19, 2021 7 992, 2022 8 292, 2023 7 467, 2024 11 488, 2025 9 11
रिव्यू बैठक में यह मुदा उपायुक्त के समक्ष प्रमुखता से उठाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने आमजन से भी अपने आसपास साफ-सफाई बनाए रखने और कहीं भी पानी इकट्ठा न होने देने की अपील की है। इसके अलावा मलेरिया अथवा डेंगू के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में जांच की सलाह दी है।
सीएचओ को डेंगू-मलेरिया रोकथाम के लिए दिए निर्देश शुक्रवार को नागरिक अस्पताल परिसर स्थित जिला प्रशिक्षण केंद्र में जिला के सभी कम्यूनिटी हेल्थ आफिसर की बैठक भी बुलाई गई। जिसमें डेंगू-मलेरिया की टेस्टिंग बढ़ाने तथा रिस्क जोन चिंहत कर लार्वा मिलने पर नोटिस आदि की कार्रवाई बढ़ाने के निर्देश जिला मलेरिया अधिकारी डा. गौरव अरोड़ा ने दिए।
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