'इंटरनेट मीडिया से फैलाया जा रहा नशे का जाल', CM नायब सैनी बोले- मिलकर लड़नी होगी लड़ाई
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने डबवाली में कहा कि हरियाणा में नशा एक गंभीर समस्या है जो इंटरनेट मीडिया और दोस्तों के दबाव से फैल रही है। सरकार ने राज्य को नशा मुक्त करने का लक्ष्य रखा है और इसके लिए 162 नशा मुक्ति केंद्र खोले गए हैं। समाज की भागीदारी से ही इस समस्या का समाधान संभव है। नशा विरोधी अभियान को जन आंदोलन बनाने का निर्णय लिया गया है।
संवाद सहयोगी, डबवाली। आखिर हरियाणा में नशे का जाल कैसे फैल रहा है? रविवार को मुख्यमंत्री नायब सैनी ने डबवाली में हजारों लोगों के बीच राजफाश किया। उन्होंने कहा कि इंटरनेट मीडिया, दोस्तों का दबाव और मानसिक तनाव का फायदा उठाकर नशे का जाल फैलाया जा रहा है।
हमें इस जाल को मिलकर तोड़ना है। हरियाणा सरकार का लक्ष्य प्रदेश के लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक करके हरियाणा को नशा मुक्ति करना है। संत महात्मा, सामाजिक संस्थाएं, नागरिक संगठन, खाप पंचायतों ने अभियान से जुड़कर काम करने के लिए हमें आश्वस्त किया है।
नायब सैनी ने कहा कि सरकार की कोशिश तब सफल नहीं होती जब समाज इसमें सहभागी न बने। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि नशे से लिप्त व्यक्ति से दूरी न बनाएं, उसके नजदीक जाकर उसे नशे से बाहर करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर गली, हर गांव में जागृति की बात हो। नशा मुक्त हरियाणा, हर दिल की आवाज़ हो।
वे यूथ मैराथन को हरी झंडी दिखाने से पहले आमजन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा के सभी सरपंचों को कहा गया है कि गांवों में एक भी व्यक्ति नशे में लिप्त न हो, यह हमारी जिम्मेदारी है। उसको नशे से बाहर निकालना यह पुण्य का काम है।
युवा हमारे राष्ट्र की प्रापर्टी है। अगर हमारा युवा नशे में चला जाता है तो विकास की गति रुक जाती है। विकास की गति के साथ-साथ व्यक्ति गरीबी रेखा से नीचे चला जाता है। नशा एक ऐसी बुराई है, जो व्यक्ति, परिवार तथा समाज को खोखला करती है। यह हमारे युवाओं के भविष्य को खत्म करता है। नशे के कारण कितने परिवार उजड़ गए हैं, कितने सपने बिखर गए हैं।
162 नशा मुक्ति पुनर्वास केंद्र खोले गए
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि हरियाणा को नशा मुक्त करने तथा नशा पीड़ितों के पुनर्वास के लिए 162 नशा मुक्ति केंद्र खोले गए हैं। सरकारी मेडिकल कालेज में एक वार्ड नशा मुक्ति के लिए सुनिश्चित किया है। इसके अलावा 13 जिलों के लिए सिविल अस्पतालों में नशा मुक्ति केंद्र बनाए गए हैं।
अब तक 3350 गांव, 876 वार्डों को नशा मुक्त किया गया है। सरकार ने हरियाणा को नशा मुक्त करने की चुनौती को गंभीरता से लिया है। नशा विरोधी अभियान को एक जन आंदोलन का रूप देने का निर्णय लिया है। पंचकूला से पलवल, सिरसा से फरीदाबाद तक हर कोने में जागरुकता के लिए संवाद आयोजन कर रहे हैं।
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