हरियाणा में HKRM कर्मचारियों को हटाने पर भड़कीं कुमारी सैलजा, नायब सरकार पर साधा निशाना
सांसद कुमारी सैलजा ने एचकेआरएन कर्मचारियों को हटाने के आदेश पर सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि सरकार नौकरी सुरक्षा का दावा करती है लेकिन कर्मचारियों को हटाया जा रहा है। रोहतक सिंचाई विभाग के आदेश का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि पांच साल से कम सेवा वाले कर्मचारियों को हटाया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, सिरसा। सांसद कुमारी सैलजा ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम (एचकेआरएन ) के कर्मचारियों को हटाए जाने के आदेशों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि सरकार विधानसभा में अध्यादेश लाकर कर्मचारियों को सेवा सुरक्षा की गारंटी देने का दावा करती है, लेकिन जमीनी स्तर पर विभागीय आदेशों से कर्मचारियों को हटाया जा रहा है।
एक ओर सीएम आश्वासन देते है कि कोई कर्मचारी नहीं हटाया जाएगा तो दूसरी ओर उनके अधिकारी कर्मचारियों को रिलीव करने में लगे हुए हैं। जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा है कि रोहतक सिंचाई विभाग के एक्सईएन डब्ल्यूएस/मैकेनिकल डिवीजन की ओर 19 अगस्त को जारी पत्र द्वारा विभिन्न पदों पर कार्यरत 10 कर्मचारियों को केवल इस आधार पर हटाने के आदेश दिए गए कि उनकी सेवा अवधि पांच वर्ष से कम है।
यह सरकार के वादों और हकीकत के बीच के विरोधाभास को उजागर करता है। कुमारी सैलजा ने कहा कि वर्षों से सेवा कर रहे कर्मचारियों को पहले आए-पहले हटे जैसे प्रावधानों के तहत बेरोजगार करना न केवल नाइंसाफी है, बल्कि उनके परिवारों की रोजी-रोटी छीनने जैसा है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एचकेआरएन समेत सभी संविदा और अस्थायी कर्मचारियों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि एचएकेआरएन के तहत कार्यरत कर्मचारियों को निकालने के बजाए उन्हें ही नियमित किया जा सकता था।
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