'एक शिक्षक पर 400 से 500 बच्चों का बोझ', हरियाणा में टीचरों की कमी को लेकर सैलजा ने नायब सरकार पर बोला हमला
सांसद सैलजा ने हरियाणा के कई जिलों में शिक्षकों की कमी पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि कई स्कूलों में एक शिक्षक पर सैकड़ों बच्चों का बोझ है, जिससे शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है। उन्होंने सरकार पर नई शिक्षा नीति का गुणगान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वास्तविकता में स्कूलों में शिक्षकों के हजारों पद खाली हैं और शिक्षा का अधिकार केवल कागजों तक सीमित रह गया है। उन्होंने शिक्षकों के स्थानांतरण में पारदर्शिता की मांग की है।

हरियाणा के स्कूलों में शिक्षकों की कमी की भयावह स्थिति: सैलजा। (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, सिरसा। सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा के जिला अंबाला, फरीदाबाद, सिरसा, यमुनानगर, पलवल, भिवानी, जींद और हिसार में शिक्षकों की कमी से शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार कई स्कूलों में एक-एक शिक्षक पर 400 से 500 तक बच्चों का बोझ है।
एक ओर भाजपा सरकार नई शिक्षा नीति का गुणगान करने में लगी हुई है तो दूसरी ओर प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों, संसाधनों की भारी कमी है। जारी बयान में सांसद सैलजा ने कहा कि प्रदेशभर में 15,659 शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं। अंबाला और यमुनानगर जैसे जिलों में स्थिति सबसे अधिक गंभीर है।
सिरसा जैसे जिले में जहां हजारों बच्चे सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, वहां शिक्षकों की कमी बच्चों के भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है। शिक्षा का अधिकार केवल कागजों तक सीमित रह गया है।
प्रदेश में अनेक सरकारी स्कूल तो ऐसे है जहां पर ग्राम पंचायत अपने स्तर पर 10 से 12 हजार रुपये पर युवाओं को रखकर पाठ्यक्रम पूरा करवा रहे हैं। शिक्षकों के स्थानांतरण में पारदर्शिता और संतुलन सुनिश्चित करने के लिए स्वतंत्र निगरानी तंत्र बनाया जाए।
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