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    'बाढ़ में डूबी फसल को बीमा कंपनी नहीं मानती नुकसान', केंद्रीय राज्य मंत्री से किसान बोले- पॉलिसी की खामियां दूर करें

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 11:18 PM (IST)

    केंद्रीय कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने सिरसा में बाढ़ प्रभावित फसलों का निरीक्षण किया। किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की खामियों को उठाया जिसमें बीमा कंपनियां डूबी धान की फसल को नुकसान नहीं मानती। मंत्री ने दैनिक जागरण में मामला पढ़ने के बाद किसानों की समस्याएँ सुनीं और उन्हें पीएमओ से बात कर समाधान का आश्वासन दिया।

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    किसान बोले- धान की डूबी फसल को बीमा कंपनी नहीं मानती नुकसान। फोटो जागरण

    सनमीत सिंह थिंद, सिरसा। केंद्रीय कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे शनिवार को सिरसा के बाढ़ से प्रभावित फसलों का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने घग्गर किनारे गांवों के प्रभावित किसानों की समस्याएं सुनी। किसानों ने मंत्री के समक्ष प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की खामियों का मु्द्दा उठाया। किसानों ने कहा कि बीमा कंपनियां बाढ़ से डूबी उनकी धान की फसल को डूबी नहीं मानती।

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    केंद्रीय मंत्री ने उन्हें कहा कि मैनें आपका मामला दैनिक जागरण में पढ़ा है, इसलिए पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें आपकी समस्याओं का समाधान करने के लिए भेजा है। वे आपकी बात को पीएम तक पहुंचाएंगे। बता दे कि दैनिक जागरण ने 12 सितंबर के अंक में बीमा कपंनियों का मुआवजे से इनकार, धान को डूबने से बर्बाद नहीं मानती शीर्षक से इस मामले को उठाया था।

    केंद्रीय मंत्री सिरसा के गांव मीरपुर, अहमदपुर, केलनियां पहुंचे तो मीरपुर के सरपंच वेद कुमार, बनसुधार के सरपंच मनोज कसवां, खैरेकां के सरपंच सुमन ठाकुर, केलनिया निवासी सुभाष चंद्र ने कहा कि उनकी धान की फसल पूरी तरह से डूब गई। उन्होंने प्रीमियम भी कटवाया है। लेकिन जब बीमा कंपनियों के पास जलभराव के आवेदन करने पहुंचे तो उन्होंने कहा कि धान की फसल जलभराव में कवर नहीं होती।

    किसानों ने कहा कि बीमा कंपनियां कहती है कि गांव डूबने पर ही आपको बीमा क्लेम मिलेगा। यदि 50 प्रतिशत से कम नुकसान हुआ तो क्लेम नहीं मिलेगा। किसानों ने उन्हें खेत से धान की खराब फसल उखाड़कर सतीश चंद्र दुबे को पकड़ाई। केंद्रीय मंत्री ने किसान सुभाषचंद्र केलनियां से कहा कि आपके गांवों का यह मामला मैने दैनिक जागरण में पढ़ा है। इसलिए मैं केलनियां में रुका हुआ हूं।

    उन्होंने अपने सचिव को तुरंत पीएमओ कार्यालय से बात करवाने के लिए कहा। पीएम कार्यालय से बात करते हुए कहा कि बीमा कंपनियां किसानों को भ्रमित कर रही है। वे इस मामले को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान के समक्ष भी रखेंगे। साथ ही उन्होंने किसानों के शिकायत पत्र तुरंत पीएमओ कार्यालय में भिजवाए।

    केंद्रीय मंत्री ने किसानों का कहा कि आपकी समस्याओं का समाधान करने के लिए भारत सरकार ने मुझे भेजा है। जो खामियां है, उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी तक पहुंचाई जाएगी। वे इस मामले को लेकर डीसी सिरसा से भी बात करेंगे।