सिरसा: डेंगू से मजदूर की मौत, 10 दिन से बुखार से था पीड़ित
सिरसा के रानियां क्षेत्र के गांव चकराइयां में डेंगू से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप है क्योंकि डेंगू के कई मामले होने पर भी कोई टीम सर्वे के लिए नहीं पहुंची। मृतक गुरमेल सिंह दिहाड़ी मजदूर थे और उनके परिवार में तीन बेटियां हैं।
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सिरसा: डेंगू से मजदूर की मौत। सांकेतिक फोटो
जागरण संवाददाता, सिरसा/रानियां। रानियां के गांव चकराइयां में डेंगू के प्रकोप के बीच एक व्यक्ति की मौत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही उजागर हो रही है। गांव में डेंगू के कई मरीज होने के बावजूद विभाग की कोई टीम अब तक गांव में सर्वे के लिए नहीं पहुंची है, जिससे ग्रामीणों में रोष है।जानकारी के अनुसार गुरमेल सिंह पुत्र कश्मीर सिंह जो दिहाड़ी मजदूर था, पिछले करीब 10 दिन से डेंगू से पीड़ित था।
स्वजन उसे उपचार के लिए सिरसा स्थित डबवाली रोड के एक निजी अस्पताल में ले गए थे, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। गमगीन माहौल में शुक्रवार को उसका अंतिम संस्कार गांव में ही कर दिया गया। स्वजन ने बताया कि गुरमेल को 10 दिन पहले बुखार हुआ था। शुरू में वह घर पर ही दवाई लेता रहा, लेकिन हालत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा।
उसकी पत्नी जसविंद्र कौर ने बताया कि खेत में दिहाड़ी कर लौटने के बाद उसका स्वास्थ्य अचानक खराब हुआ था।बेटियों के सिर से उठा पिता का सायागुरमेल सिंह अपने परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था। मृतक की तीन बेटियां हैं। बड़ी बेटी मनीषा नौवीं कक्षा जबकि मंझली गगनदीप सातवीं कक्षा में पढ़ती है और सबसे छोटी अभी स्कूल नहीं जाती। पति-पत्नी दोनों ही दिहाड़ी मजदूरी करके परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे।
पिता की मौत से परिवार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं और स्वजन गहरे सदमे में हैं।फोगिंग में देरी, बढ़ा डेंगू का प्रकोपगांव में डेंगू संक्रमण तेजी से फैल रहा है। ग्राम पंचायत की ओर से दो दिन पहले फोगिंग तो करवाई गई, लेकिन ग्रामीणों के अनुसार देर से की गई कार्रवाई के कारण संक्रमण गांव में और बढ़ गया। न स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई टीम पहुंची है और न ही जागरूकता अभियान चलाया गया है।
बता दें कि गांव चकराइयां, खारिया समेत रानियां क्षेत्र के कई गांवों में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। सीमावर्ती गांव लखुआना, चौटाला और आसाखेड़ा में भी हालात चिंताजनक बताए जा रहे हैं।जिले में हालात गंभीर, सरकारी व निजी अस्पतालों में दबाव बढ़ाजिले में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। नागरिक अस्पताल में डेंगू वार्ड फुल बताया गया है, जबकि निजी अस्पतालों में भी बुखार एवं डेंगू लक्षणों वाले मरीजों की भीड़ उमड़ रही है।
इसके बावजूद विभागीय स्तर पर निगरानी व रोकथाम के प्रभावी प्रयास नजर नहीं आ रहे। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग पर केवल आंकड़ों के खेल में उलझे रहने का आरोप लगाया है। कमजोर मानिटरिंग और रोकथाम के अभाव में हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं।
गांवों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी डेंगू संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। विभाग के अनुसार अभी तक संक्रमण के 434 मामले सामने आ चुके है जिसमें 405 मरीज पूरी तरह रिकवर हो चुके है। निजी व राजकीय अस्पताल में 29 मरीज उपचाराधीन है।
डेंगू से मौत का कोई मामला जिले में सामने नहीं आया है। प्राइवेट अस्पताल में चकराइयां गांव के मरीज की मौत के मामले में जानकारी नहीं है। इसकी पड़ताल कर जानकारी जुटाई जाएगी। डा. अभिजीत, जिला मलेरिया अधिकारी।

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