सिरसा में पन्नीवाला मोरिकां के पशु अस्पताल में मिला युवक का शव, बाजू में लगी हुई थी सीरिंज
सिरसा में नशा गांव की जवानी को निगल रहा है। एक माह में तीसरी मौत होने का दावा किया जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार एक हफ्ते पहले भी मौत हुई थी। उससे पहले ढाणी में रहने वाले एक युवक ने अग्रोहा मेडिकल कालेज में दम तोड़ दिया था।
डबवाली (सिरसा), संवाद सहयोगी। सिरसा के डबवाली को गांव पन्नीवाला मोरिकां के पशु अस्पताल में 25 वर्षीय मेवा सिंह का शव मिला। उसकी बाजू में सीरिंज लगी हुई थी। ऐसे में नशे की ओवरडोज से मौत होने की बात स्वजन कह रहे हैं। हालांकि पुलिस कार्रवाई करवाए बगैर ही शव का दाह संस्कार कर दिया गया। मृतक के ताऊ जग्गा सिंह के अनुसार करीब दो वर्ष पूर्व पुलिस ने उसके भतीजे को चिट्टे का नशा करते हुए पकड़ा था। उसके साथ दो दोस्त भी थे। तभी उनको पता चला कि वह नशा करता है।
10 दिन पहले वापस गांव लौटा था युवक
जग्गा सिंह के अनुसार उसके भतीजे की शादी करना चाहते थे। इससे पहले वे उसका नशा छुड़वाना चाहते थे। वे मजदूरी करते हैं। शाम को घर लौटने पर भतीजे का पीछा करते थे कि कहीं वह नशा तो नहीं कर रहा। दो माह के लिए उसे बहन के घर छोड़ा था। वहां उसने नशा नहीं किया। करीब 10 दिन पहले वह वापस गांव लौटा था। आते ही पुन: नशा करने लगा। सुबह उसके एक रिश्तेदार ने बताया कि शव पशु अस्पताल में पड़ा है। उन्हें बताया गया कि उन्होंने पोस्टमार्टम नहीं करवाया।
नशे की होम डिलीवरी हो रही
मृतक के ताऊ ने बताया कि गांव में चिट्टा तथा मेडिकल नशा खूब बिकता है। बेचने वाले होम डिलीवरी करते हैं। सरेआम यह धंधा चल रहा है। पुलिस पकड़ती है और कुछ ही समय बाद छोड़ देती है। पंजाब से सटा होने के कारण नशा तस्करों को कोई परेशानी नहीं होती है। गांव में मौतों का सिलसिला जारी है। बता दें, मध्यम गति के गेंदबाज वरिंद्र सरां के कारण पन्नीवाला मोरिकां गांव अंतरराष्ट्रीय फलक पर छाया हुआ है। दूसरी ओर नशे के कारण मौतों के सिलसिले ने ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना रखा है।
ग्रामीण बोले-एक माह में हुई तीसरी मौत
ग्रामीणों ने दावा किया कि नशा गांव की जवानी को निगल रहा है। एक माह में तीसरी मौत होने का दावा किया जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार एक हफ्ते पहले भी मौत हुई थी। उससे पहले ढाणी में रहने वाले एक युवक ने अग्रोहा मेडिकल कालेज में दम तोड़ दिया था। पुलिस ने गांव में नशा तस्करों पर कार्रवाई करते हुए प्रापर्टी अटैच करवाई है। इसके बावजूद नशे की बिक्री पर रोक नहीं लगी है।
10 दिन पहले ही दो माह बाद बहन के ससुराल से वापस घर लौटा था 25 वर्षीय नौजवान
गांव पन्नीवाला मोरिकां में नशे की ओवरडोज से मौत होने की जानकारी नहीं है। अगर वहां कुछ ऐसा हुआ है तो स्वजनों को सूचित करना चाहिए था। पुलिस की ओर से कोई कोताही नहीं बरती जा रही। पन्नीवाला मोरिकां ऐसा गांव है, यहां पुलिस ने नशा तस्करों की प्रोपर्टी को अटैच करवाने का काम किया है।
---- उपनिरीक्षक देवीलाल, प्रभारी, सदर थाना डबवाली।