सिरसा में नकली घी की शिकायतों पर विभाग की बड़ी कार्रवाई, जिला में बढ़ाई गई सैंपलिंग
सिरसा में नकली घी की बिक्री की शिकायतें मिलने पर खाद्य सुरक्षा विभाग ने सक्रियता दिखाई है। सिरसा और डबवाली में विशेष जांच अभियान चलाकर 15 से अधिक घी के नमूने लिए गए हैं। इन नमूनों में सरस, वीटा, अमूल जैसे नामी ब्रांड भी शामिल हैं, जिन्हें जांच के लिए भेजा गया है। मिलावट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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जागरण संवाददाता सिरसा। जिले में नकली घी की बिक्री से जुड़ी शिकायतों पर आयुक्त के संज्ञान लेने के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग पूरी तरह सक्रिय हो गया है। विभाग ने सिरसा और डबवाली क्षेत्र में सघन जांच अभियान शुरू करते हुए दो दिन में 15 से अधिक घी के सैंपल जुटाए हैं।
इस कार्रवाई का उद्देश्य बाजार में मिलावटी व नकली घी की बिक्री पर अंकुश लगाना है। जांच के दौरान टीम ने सरस, वीटा, अमूल, सिफ्टी, मदर डेयरी जैसे नामी ब्रांडों के डिब्बाबंद घी के सैंपल लिए हैं।
इन सभी नमूनों को जांच के लिए लैब में भेजा गया है। कंपनियों को संबंधित बैचों की अनुमोदन प्रक्रिया (बैच अप्रूवल) के लिए नोटिस भी जारी किए गए हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, उपभोक्ताओं की सेहत से खिलवाड़ करने वाले किसी भी उत्पादक या विक्रेता को बख्शा नहीं जाएगा।
विभाग की कार्रवाई सिर्फ स्थानीय ब्रांडों तक सीमित नहीं रही। टीम ने जिले में मौजूद प्रसिद्ध फूड चैन केएफसी, मैकडोनाल्ड तथा अन्य प्रतिष्ठानों से भी खाद्य पदार्थों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी डा. गौरव छाबड़ा का कहना है कि बड़े ब्रांड भी जांच के दायरे से बाहर नहीं हैं, क्योंकि उपभोक्ता के विश्वास का सीधा संबंध गुणवत्ता से है।
इससे पूर्व अगस्त माह के दौरान विभाग ने श्वेता ब्रांड घी के सैंपल लिए थे। शहर के भादरा बाजार स्थित श्रीराम ट्रेडिंग कंपनी से लिए गए चार सैंपलों में से दो फेल पाए गए थे।
करनाल स्थित घी की कंपनी ने यहां मिले माल को अपने उत्पाद होने से इंकार कर दिया। जबकि जांच में पाया गया कि फर्म के पास वैध लाइसेंस भी नहीं है। इस मामले में अब विभाग सैंपल रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है जिसके बाद एडीसी कोर्ट में संबंधित फर्म संचालक के खिलाफ केस फाइल किया जाएगा।
आगामी दिनों में स्ट्रीट वेंडर्स को किया जाएगा जागरूक
खाद्य सुरक्षा अधिकारी डा. गौरव छाबड़ा ने बताया कि नकली व मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के लिए खतरा है।
इसलिए सैंपलिंग अभियान आगामी दिनों में और तेज किया जाएगा ताकि जिले में बिकने वाले सभी दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने बताया कि विशेषकर स्ट्रीट वेंडर्स के लिए शहर में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा जिसमें विभागीय सर्टिफिकेशन के साथ ही उन्हें तमाम जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी।
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