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    राशन गबन मामले के आरोपित जेल भेजे

    By JagranEdited By:
    Updated: Sat, 12 Dec 2020 06:03 AM (IST)

    राशन घोटाले में गिरफ्तार चार एएफएसओ व दो कांफेड के स्टोर क

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    राशन गबन मामले के आरोपित जेल भेजे

    जागरण संवाददाता, सिरसा : राशन घोटाले में गिरफ्तार चार एएफएसओ व दो कांफेड के स्टोर कीपर को पुलिस ने पूछताछ के बाद अदालत में पेश किया। अदालत ने आरोपितों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इससे पहले पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों का अदालत से एक दिन का रिमांड हासिल किया था। रिमांड के दौरान पुलिस ने पूछताछ की। एसआइटी का दावा है कि इस पूछताछ में कई अहम जानकारियां पुलिस के हाथ लग गई हैं और कुछ रिकार्ड भी आरोपितों की निशानदेही पर हासिल हुआ है।

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    एसआइटी ने बुधवार को 15 हजार क्विंटल गेहूं घोटाले के मामले में एएफएसओ जगतपाल सिंह, नरेंद्र सरदाना, संजीव कुंडू, सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर अशोक कुमार तथा कांफेड के स्टोर कीपर महेंद्र कुमार व रविद्र को गिरफ्तार किया और उनसे पूछताछ की। गिरफ्तारी के बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया था जहां से उन्हें एक दिन के रिमांड पर लिया था। अदालत में पेश करने से पहले पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों का मेडिकल करवाया।

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    किसकी क्या भूमिका रही को जांचने में जुटी रही एसआइटी

    पूछताछ के दौरान एसआइटी व सीआइए टीम ने आरोपितों से लंबे चौड़े सवाल-जवाब किए। कभी सामूहिक सवाल तो कभी अलग-अलग कर सवाल पूछे गए। एसआइटी का फोकस यह जानने में रहा कि किस अधिकारी की राशन वितरण को लेकर क्या-क्या जिम्मेवारी रहती है और राशन जारी करने की पूरी प्रक्रिया में किस अधिकारी को क्या-क्या शक्तियां दी गई हैं। इसके अलावा एसआइटी ने यह भी जानने का प्रयास किया कि यह घोटाला दो वर्ष तक कैसे चलता रहा।

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    2015-16 में दो वर्ष की अवधि के दौरान हुआ घोटाला

    उपभोक्ताओं को राशन जारी करने के नाम पर हुए इस घोटाले में डिपो होल्डर ने भंडाफोड़ किया तो जांच कार्यालय से शुरू होकर डिपो होल्डरों तक पहुंच गई। जांच के लपेटे में आठ अधिकारियों के अलावा 58 डिपो होल्डर भी आ गए। जिनमें चार डीएफएससी हैं जो उस अवधि के दौरान सिरसा में तैनात रहे हैं। विभाग के उप निदेशक केके बिश्नोई की जांच में कई बड़े खुलासे हुए और मामला सिविल जांच से पुलिस एफआइआर पर पहुंच गया। अगस्त 2017 में इस मामले में एफआइआर दर्ज हुई। पुलिस की एसआइटी ने जांच शुरू की तो सामने आया कि 15 हजार क्विंटल गेहूं, दो हजार क्विंटल चीनी, 1200 क्विंटल दाल, हजारों लीटर केरोसीन उपभोक्ताओं के नाम पर कांफेड से निकल गया। खास बात यह थी कि दो से तीन बार तक राशन जारी करवा दिया गया।

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    एक माह से डीएफएससी आफिस पहुंच रही एसआइटी

    अधिकारियों के अनुसार इस मामले की कड़ियां जोड़ने के लिए एसआइटी की टीम लगातार डीएफएससी आफिस पहुंचती रही और यहां से रिकार्ड हासिल करती रही। डीएफएससी सुरेंद्र सैनी ने बताया कि जो भी रिकार्ड एसआइटी मांग रही है वह उपलब्ध करवाया जा रहा है। 95 फीसद रिकार्ड दे चुके हैं और फिर कोई नया रिकार्ड की मांग करते हैं तो वह भी दिया जा रहा है।

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    एक इंस्पेक्टर की छुट्टियां की रद

    एक साथ चार अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद सिरसा में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के पास अधिकारियों का टोटा हो गया है इसलिए छुट्टी पर गए निरीक्षक रणबीर की छुट्टियां रद करने का फैसला लिया और उन्हें सोमवार से कार्यालय लौटने को कहा गया है। इसकी पुष्टि डीएफएससी ने की है।

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    गिरफ्तार आरोपितों को अदालत में पेश किया गया है, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। एसआइटी रिकार्ड का बारीकी से निरीक्षण कर रही है। जिस-जिस की संलिप्तता है उन्हें जांच में शामिल किया जाएगा।

    - सुरजीत सहारण, पुलिस प्रवक्ता।