महर्षि वाल्मीकि के नाम पर बनेगा देश का दूसरा संस्कृत विश्वविद्यालय : पंवार
जागरण संवाददाता, सिरसा : महर्षि वाल्मीकि जयंती पर संत शिरोमणी गुरु रविदास मिशन मंडल चत्तरगढ़ पट्टी ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, सिरसा :
महर्षि वाल्मीकि जयंती पर संत शिरोमणी गुरु रविदास मिशन मंडल चत्तरगढ़ पट्टी द्वारा महासंत समागम का आयोजन किया गया। हरियाणा के परिवहन एवं आवास मंत्री कृष्ण लाल पंवार मुख्यातिथि थे। समागम में श्री 108 संत निरजन दास डेरा सचखंड बल्ला जालंधर भी मौजूद थे।
परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने जिला कैथल के गाव मुंदड़ी में भगवान राम के पुत्र लव व कुश को शिक्षा दी थी। इसी गाव में प्रदेश सरकार द्वारा महर्षि वाल्मीकि के नाम पर देश का दूसरा संस्कृत विश्वविद्यालय बनाया जाएगा। देश का पहला संस्कृत विश्वविद्यालय बनारस में है। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने संत कबीर दास, महर्षि वाल्मीकि, गुरु रविदास जी की जयंती सरकारी तौर पर मनाने का निर्णय लिया है और इनके नाम खिलाड़ियों को अवार्ड भी दिये जाएंगे।
उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि को किसी समाज विशेष से जोड़ कर नहीं देखा जाना चाहिए क्योंकि वे एक महान ऋषि थे और उनके द्वारा रचित रामायण में भगवान राम के निर्मल एवं कल्याणकारी चरित्र का वर्णन किया गया है। समाज में आदर्श एवं सदगुणों की दृष्टि से रामायण आज भी प्रासंगिक है। इसलिए आदिकवि महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण को आदिकाव्य कहा जाता है। उन्होंने कहा कि ब्रह्मा जी की कृपा से महर्षि वाल्मीकि को तपस्या से पूर्व ही रामायण की सभी घटनाओं का ज्ञान हो गया था और अपने महाकाव्य रामायण में उन्होंने अनेक घटनाओं के घटने के समय सूर्य, चंद्र तथा अन्य नक्षत्रों की स्थितियों का वर्णन भी किया है। इससे ज्ञात होता है कि उन्हे ज्यातिष एवं खगोल विद्या का भी समस्त ज्ञान था।
मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि किसी भी समाज की प्रगति का आधार उस समाज के लोगों के शैक्षणिक स्तर, समाज में उसकी पहचान और सत्ता में भागीदारी से की जा सकती है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि महर्षि वाल्मीकि और संत रविदास के दिखाए रास्ते पर चलते हुए आज अनुसूचित जाति से सम्बंधित लोगों ने समाज में एक अलग पहचान बनाई है। परिवहन मंत्री ने संत शिरोमणी गुरु रविदास मिशन मंडल को लाइब्रेरी के लिए पाच लाख रुपये की राशि अपने निजी कोष से देने की घोषणा की।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष अमीर चंद मेहता, मनीश सिंगला, वरिष्ठ भाजपा नेता पवन बैनिवाल, राजेन्द्र देसूजोधा, बलवान जागड़ा, विनोद स्वामी उपस्थित थे।
शर्मा ने किया भगवान वाल्मीकि की प्रतिमा पर माल्यार्पण
जागरण संवाददाता, सिरसा : वरिष्ठ काग्रेस नेता होशियारी लाल शर्मा ने त्रिकालदर्शी भगवान वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य में वाल्मीकि चौक पर जाकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। शर्मा ने कहा कि भगवान वाल्मीकि करुणा के सागर है और दया व त्याग की प्रतिमूर्ति है। उन्होंने दुनिया को रामायण जैसा महाकाव्य दिया जिसकी पूरा संसार पूजा करता है। इस अवसर पर संजय चावरिया, रामकिशन भट्टी, पुरुषोत्तम चावरिया, बाबूलाल भट्टी, सोमनाथ वाल्मीकि, अमर भट्टी, कृष्ण लाल धारीवाल, जयकिशन अटवाल, संजय लोट, श्रीराम मस्ताना, बंसीलाल नाहर, भारत कंडारा, पूर्ण चंद गिरधर, संगीत कुमार, सुंदर लोट, कालू कागड़ा, काला नाहर, नरेद्र कुकड़ेला, राजकुमार नाहर उपस्थित थे।
विश्व कल्याण मंच ने किया माल्यार्पण
सिरसा। विश्व कल्याण मंच के प्रधान रमेश मेहता एडवोकेट ने वाल्मीकि चौक पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। रमेश मेहता ने कहा कि भगवान वाल्मीकि त्याग और करूणा की मूर्ति है। उन्होंने सीता को उस समय आश्रय दिया जब वे गर्भवती और असहाय हालत में थीं। साथ ही सीता के पुत्रों लव और कुश को शस्त्र व शास्त्र का ज्ञान दिया। इस अवसर पर विश्व कल्याण मंच के सचिव योगेश गर्ग, कोषाध्यक्ष पवन बिश्रनेई, प्रदीप कंबोज, राकेश बजाज, रविन्द्र गोयल, गुरदीप, गौरव, डिप्टी स्वरूप, वाल्मीकि चौक के प्रधान नौरग चौहान, बंसीलाल नाहर, रानी सहोत्रा, मक्खन लाल नाहर, विनोद चिंडालिया, अशोक सहोत्रा आदि लोग उपस्थित थे।
समतामूल्क समाज के प्रणेता है भगवान वाल्मीकि: अमन
सिरसा। युवा भाजपा नेता अमन चोपड़ा ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने समतामूल्क समाज का सपना देखा था और पूरे समाज को एकसूत्र में पिरोने के लिए कार्य किए। उनका मार्गदर्शन पाकर पूरी दुनिया विकास के रास्ते पर अग्रसर है और मौजूदा सरकार भी महर्षि वाल्मीकि के आदर्शो को अपनाकर समाज की समानता के लिए संकल्पित होकर कार्य कर रही है।

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