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    रोहतक में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बोले- गाड़ी तो छोडि़ए अगर मुझे यहां सिर के बल आना होता तो भी मैं आता

    By Sanjay kumarEdited By: Manoj Kumar
    Updated: Tue, 08 Nov 2022 02:17 PM (IST)

    उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बाबा मस्‍तनाथ विश्‍वविद्यालय से पहले सांपला स्थित दीनबंधु चौ. सर छोटूराम स्मृति स्थल पर पुष्प अर्पित करके आए और सूचना जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग द्वारा लगाई जाने वाली प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उनकी पत्‍नी भी साथ हैं।

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    बाबा मस्‍तनाथ विश्‍वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पहुंचे उप राष्‍ट्रपति जगदीप धनखड़

    जागरण संवाददाता, रोहतक : उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज रोहतक व सांपला में विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी इन कार्यक्रमों में साथ हैं। उप राष्‍ट्रपति अपनी पत्‍नी के साथ बाबा मस्‍तनाथ विश्‍वविद्यालय पहुंच चुके हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय परिसर में हेलीपेड पर ही उनका स्‍वागत किया। समारोह में शिरकत करने के लिए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, शिक्षा मंत्री कंवर पाल, राज्यसभा सदस्य कृष्ण लाल पंवार, राज्यसभा सदस्य रामचंद्र जांगड़ा कार्यक्रम में पहुंच चुके हैं। कार्यक्रम के दौरान सभी का स्वागत बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं महंत बाबा बालकनाथ ने किया।

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    उपराष्ट्रपति की पत्नी डा. सुदेश धनखड़ भी दौरा कार्यक्रम में साथ हैं। डीसी यशपाल ने बताया कि उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बाबा मस्‍तनाथ विश्‍वविद्यालय से पहले सांपला स्थित दीनबंधु चौ. सर छोटूराम स्मृति स्थल पर पुष्प अर्पित करके आए और सूचना, जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग द्वारा लगाई जाने वाली प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके उपरांत बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय में पहुंचे। वे विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत कर रहे हैं।

    उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दीनबंधु चौधरी छोटूराम स्मारक में बने संग्रहालय का उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अवलोकन किया। उपराष्ट्रपति को खाप प्रतिनिधियों की तरफ से हुक्का भेंट किया गया। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा मुझे यहां आकर बहुत खुशी और ऊर्जा मिली है। गाड़ी की बात तो छोड़िए सिर के बल भी यहां आना होता तो जरूर आता। सर छोटूराम से जुड़ी किताबें मेरे पास लाइब्रेरी में है जो हमेशा प्रेरणा देती है।

    किसान पुत्र को यह सम्मान दिया गया, यह सिर्फ़ मेरा नहीं आप सब का है। सर छोटूराम की कमी को सरदार पटेल ने भी महसूस किया था। भाखड़ा बांध की परिकल्पना दीनबंधु छोटूराम ने 1930 में की थी। आज बदलाव लाना है तो छोटूराम की बातों पर ध्यान देना होगा। हरियाणा सिर्फ़ कृषि प्रधान नहीं हरियाणा खेल प्रधान प्रदेश भी है। यह मेरे जीवन का निर्णायक पल है। मैं दीनबंधु छोटूराम की नीतियों सिपहसलार रहूंगा और किसानों को साथ लेकर काम करूंगा।

    मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्वागत करते हुए कहा हरियाणा की जनता की ओर से प्रथम आगमन पर स्वागत करता हूं। चौ छोटूराम किसानों के मसीहा थे। हरियाणा हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। हम प्रदेश को कृषक प्रधान प्रदेश बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।