रोहतक की यूनिवर्सिटी में महिलाओं से मांगा पीरियड्स का सबूत, दो सुपरवाइजर बर्खास्त और सहायक कुलसचिव सस्पेंड
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में छात्राओं के कपड़े उतरवाने के आरोपों के बाद दो सेनेटरी सुपरवाइजरों को बर्खास्त कर दिया गया है, और सहायक कुलसचिव को निलंबित कर दिया गया है। हरियाणा राज्य महिला आयोग और राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने भी इस मामले का संज्ञान लिया है। राज्यपाल ने घटना की जानकारी मिलने पर तत्काल जांच के आदेश दिए थे।

File Photo
जासं, रोहतक। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में महिलाओं के कपड़े उतरवाने और उनकी महावारी की पुष्टि करने के लिए फोटो करने जैसे आरोपों के मामले में विवि की ओर से दो सेनेटरी सुपरवाइजर वितेंद्र और विनोद हुड्डा की सेवाओं को बर्खास्त कर दिया है। वहीं मामले में आरोपित सहायक कुलसचिव श्याम सुंदर शर्मा को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
ये आदेश वीरवार देर शाम को जारी किए गए। इस दौरान स्पष्ट किया गया है कि श्याम सुंदर रोहतक मुख्यालय में ही रहेंगे। बता दें कि इससे पहले दो सुपरवाइजर को सप्ताहभर पहले निलंबित किया गया था।
वहीं हरियाणा राज्य महिला आयोग की ओर से स्वत: संज्ञान लिए जाने के बाद विवि प्रशासन ने भी प्राथमिक रिपोर्ट तैयार कर हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणु भाटिया के पास भेजी जा चुकी है।
इसके अलावा मामले में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग भी संज्ञान ले चुका है। बता दें कि 26 अक्टूबर को घटना उस समय घटी जब राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष, जो विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं, विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में उपस्थित थे। उन्हें भी घटना की जानकारी दी गई, जिसके बाद उन्होंने तत्काल जांच और आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।