रोहतक: 'रवींद्र का शव म्हारे घर ना ल्याईयो', पुलिस मुठभेड़ में बेटे की मौत के बाद पिता ने क्यों लगाई ऐसी गुहार?
रोहतक के गांव काहनी निवासी रवींद्र जिसका आपराधिक रिकॉर्ड था फतेहाबाद में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। वह नौ महीने से लापता था। रवींद्र के पिता कालू सिंह ने कहा कि उनका बेटा पहले झज्जर जेल में बंद था। उन्होंने कहा कि रवींद्र का शव उनके घर न लाया जाए। उन्हें इंटरनेट मीडिया से बेटे की मौत की खबर मिली।

जागरण संवाददाता, रोहतक। गांव काहनी निवासी रवींद्र का पुराना आपराधिक रिकार्ड रहा है। फतेहाबाद पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में भी वह फरार हो गया था। वह करीब नौ महीने से घर से लापता था। रवींद्र के पिता कालू सिंह बिजली मिस्त्री हैं। उनके तीन बच्चे हैं। रवींद्र बड़ा बेटा था।
कालू सिंह का कहना है कि उनका बेटा एक साल तक झज्जर जेल में भी बंद रहा है। नौ महीने पहले घर से काम की तलाश में जाने की बात कहकर गया था। इसके बाद से परिवार से कोई संपर्क नहीं किया। अब उन्हें इंटरनेट मीडिया के माध्यम से पता चला चला कि रवींद्र की पुलिस की गोली से मौत हो गई।
उन्होंने हरियाणवी बोली में कहा- उसे म्हारे घर तक ना लाइयो, वहां पर दाग दे दियो। म्हारे सामने मत लाइयो। पिता ने कहा कि उनके पास पुलिस का कोई फोन नहीं आया है। ग्रामीणों का कहना है कि रवींद्र पहले किसी छोटे-मोटे झगड़े में जेल गया था। इसके बाद से वह गांव में कम ही आता था। रवींद्र करीब साल भर से गांव में नहीं दिखा।

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