गैंगवार रोकने के लिए पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़, STF और CIA-2 की संयुक्त कार्रवाई में 2 बदमाश काबू
रोहतक में गैंगवार रोकने के लिए पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई। STF और CIA-2 की संयुक्त टीम ने दो बदमाशों अंकित और आशीष को पैर में गोली मारकर गिरफ्तार किया। दोनों छोटू समैणिया गैंग से जुड़े हैं और गुरुग्राम में सोना लूट में शामिल थे। वे रोहतक में शराब ठेके पर लूट में भी शामिल थे और एक और बड़ी वारदात की योजना बना रहे थे।

जागरण संवाददाता, रोहतक। गैंगवार जैसे अपराध रोकने की मुहिम के तहत बुधवार देर रात कारौर रोड पर एसटीएफ और सीआइए-2 की संयुक्त टीम और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई। इस दौरान पुलिस ने दो बदमाशों को पैर में गोली मारकर काबू किया है।
पकड़े गए आरोपियों की पहचान 21 वर्षीय अंकित निवासी खरैंटी गांव और सोनीपत के गंगाणा गांव निवासी 21 वर्षीय आशीष के रूप में हुई है। दोनों को घायल अवस्था में रोहतक पीजीआइएमएस के ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
बता दें कि ये दोनों बदमाश छोटू समैणिया गैंग से जुड़े हुए हैं। साथ ही इन्होंने गुरुग्राम में करीब तीन महीने पहले ही लगभग चार किलो सोना लूट की वारदात को अंजाम दिया था। इसमें आशीष अहम भूमिका में था। वहीं रोहतक के मुरादपुर टेकना गांव में शराब ठेके पर लूट की वारदात में ये दोनों ही आरोपित शामिल बताए जाते हैं।
अब पुलिस को भनक लगी कि ये दोनों बदमाश फिर से एक बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे और इन्होंने कुछ असलाह भी एकत्र कर लिया था।
पुलिस के सीआइए टू प्रभारी सतीश कादयान ने बताया कि उनकी टीम को गुप्त सूचना मिली कि दो बदमाश किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में कारौर रोड से गुजरने वाले हैं। इसके बाद एसटीएफ और सीआइए-2 की टीम ने इलाके में नाकाबंदी की। रात करीब 10 बजे जैसे ही संदिग्ध बाइक सवार वहां पहुंचे, पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया, लेकिन बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी।
जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं और दोनों बदमाशों को बाएं पैर में गोली मारकर काबू कर लिया। वारदात के तुरंत बाद घायल बदमाशों को पीजीआइएमएस के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। अस्पताल प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से विशेष इंतजाम किए हैं।
पुलिस ने अस्पताल परिसर में गश्त बढ़ा दी है और बदमाशों पर निगरानी रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि अंकित और आशीष पर लूटपाट और हथियारबंदी के कई मामले दर्ज हैं। दोनों लंबे समय से पुलिस की पकड़ से बाहर थे और इनकी तलाश में कई जिलों की पुलिस जुटी हुई थी।
शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि दोनों हाल ही में हुई एक लूट की घटना में भी शामिल थे। पुलिस अब इनके आपराधिक नेटवर्क की गहन जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों की मानें तो मुठभेड़ से पहले पुलिस ने बदमाशों को आत्मसमर्पण का पूरा मौका दिया, लेकिन उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। आत्मरक्षा में पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। घटनास्थल से हथियार और एक मोटरसाइकिल बरामद की गई है।
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